शिक्षामित्रों से अध्यापक की कुर्सी चल गई है। अब उनके संगठन में खींचतान मची है। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिला संरक्षक की तरफ से जिलाध्यक्ष समेत छह अन्य पदाधिकारियों पर लगाए गए सनसनीखेज आरोपों की जांच पुलिस अधीक्षक और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को सौंपी गई है। जिलाधिकारी ने इस संबंध में 20 दिसंबर तक पूरी आख्या मांगी है। बावन विकास खंड के ग्राम हुसैनपुर सहोरा निवासी उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिला संरक्षक प्रकाश चंद्र ने संघ के जिलाध्यक्ष मनीराम राजपूत, आय व्यय निरीक्षक राम सिंह, पिहानी ब्लाक अध्यक्ष राघवेंद्र शर्मा, जिला उपाध्यक्ष सुनील कुमार, जिला महामंत्री राम प्रताप यादव के साथ शिक्षामित्र शिवसागर पर शिक्षामित्रों से समायोजन बहाली के नाम गुमराह करके प्रति शिक्षामित्र से पांच से 20 हजार रुपये तक की अवैध वसूली करने का आरोप लगाया था। जिला संरक्षक का आरोप है कि अवैध वसूली का मामला उन्होंने जब उठाया तो उनके साथ भी अभद्रता हुई। बीएसए समेत अन्य अधिकारियों के शिकायत के बाद जिलाधिकारी तक मामला पहुंचाया गया। जिसे जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है और इस मामले में कार्रवाई के लिए पुलिस अधीक्षक और बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र भेजा गया है। प्रभारी अधिकारी शिकायत की तरफ से इस मामले में 20 दिसंबर तक पूरी जानकारी मांगी गई है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मसीहुज्जमा सिद्दीकी ने बताया कि पूरी जांच कराई जा रही है।
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