लिखित परीक्षा में सिर्फ परीक्षार्थियों को ही प्रवेश पत्र लेकर आना जरूरी नहीं है, बल्कि अब प्रायोगिक विषयों के परीक्षकों को भी परिचय पत्र साथ लाना होगा। उन्हें यह छूट दी गई है कि परिचय पत्र या फिर आधार कार्ड अनिवार्य रूप से लाना होगा। उनकी पहचान की छाया प्रति प्रधानाचार्यो को अभिलेख के रूप में सुरक्षित रखना होगा। परीक्षक बिना परिचय स्पष्ट किए विद्यालयों में इम्तिहान नहीं ले सकेंगे।
माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2018 के प्रैक्टिकल आगामी 15 दिसंबर से शुरू हो रहे हैं। इस संबंध में बोर्ड प्रशासन ने चार नए निर्देश जारी किए हैं। परीक्षकों के नियुक्ति पत्र विद्यालयों के फारवर्डिग व शिफ्टिंग पत्र परिषद की वेबसाइट पर अपलोड हैं। इसे विद्यालय अपने यूजर आइडी व पासवर्ड के जरिए डाउनलोड कर संबंधित शिक्षकों को उपलब्ध कराएं। दूसरा परीक्षकों को इम्तिहान वाले कालेज में अपना परिचय पत्र या आधार कार्ड अनिवार्य रूप से दिखाना होगा। तीसरा प्रयोगात्मक परीक्षाओं को सीसीटीवी कैमरे के सामने, उनकी वीडियो रिकार्डिग या फिर मोबाइल रिकार्डिग कराई जाएगी।
इस रिकार्डिग क्लिप को भी प्रधानाचार्य रिकार्ड के रूप में अपने पास रखेंगे और जरूरत पड़ने पर परिषद मुख्यालय को उपलब्ध कराएंगे। प्रयोगात्मक परीक्षा के प्राप्तांक विद्यालयों के प्रधानाचार्य के माध्यम से वेबसाइट पर ऑनलाइन अपलोड किए जाएंगे। इसके लिए वेबसाइट 15 दिसंबर से शुरू की जाएगी।बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि प्रायोगिक परीक्षा के पहले चरण में आगरा, सहारनपुर, बरेली, लखनऊ, झांसी, चित्रकूट, फैजाबाद, मीरजापुर, देवीपाटन व बस्ती मंडल में इम्तिहान 15 से 29 दिसंबर तक होंगे। इसके लिए करीब छह हजार से अधिक परीक्षकों को लगाया गया है। इंटर में प्रयोगात्मक विषयों में पचास फीसद अंक वाह्य परीक्षक व इतने ही अंक आंतरिक परीक्षा में परीक्षक देंगे। हाईस्कूल की पूरी परीक्षा आंतरिक मूल्यांकन के तहत होगी।
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