शिक्षा विभाग तनाव मुक्त होकर बोर्ड परीक्षा देने के फंडे सिखाएगा। जिला विद्यालय निरीक्षक ने इसकी पहल की है। इसके तहत सभी स्कूल व कॉलेजों में कार्यशालाएं आयोजित होंगी। लापरवाही बरतने या आदेश का पालन न करने वाले स्कूल प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी होगी। आमतौर पर बोर्ड परीक्षार्थी परीक्षा को लेकर परेशान रहते हैं। इसकी वजह से जो पढ़ाई होना संभव होती है वह भी ठीक से नहीं हो पाती है। उनकों डर रहता है कि वह कहीं परीक्षा में फेल न हो जाएं। कई बार बोर्ड परीक्षा ऐसे नकारात्मक कदम उठा लेते हैं जिससे वह जान तक गवां देते हैं। ऐसा कुछ न हो इसके लिए जिला विद्यालय निरीक्षक ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। डीआईओएस डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि सभी स्कूलों को पत्र भेज दिया गया हैं। जिसमें कहा गया है कि कार्यशालाओं में इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए जिससे बोर्ड परीक्षा को लेकर छात्र तनाव न लें। छात्रों को सकारात्मक संदेश के लिए कार्यक्रम आयोजित करने होंगे।
डीआईओएस डॉक्टर मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि कार्यशालाओं में काउंसलर की मुख्य भूमिका होगा। वह बच्चों को तनाव मुक्त के लिए तरह-तरह की जानकारियां देंगी। साथ ही यह भी बताएंगी कि यदि कोई परीक्षा में असफल भी होता है तो उसके पास क्या विकल्प होते हैं। देना होगा पूरा ब्योरा स्कूल-कॉलेजों ने इस योजना के तहत कितने कार्यक्रम करवाए इसका लेखा-जोखा भी उन्हें तैयार करना होगा। इसका परीक्षण डीआईओएस खुद करेंगे। ताकि किसी भी तरह से कोई भी इस पहल में लापरवाही न बरत सके।
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