डा. भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय आगरा से बीएड डिग्रीधारक शिक्षकों को बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा जांच के दायरे में लाते हुये कारण बताओ नोटिस जारी की गई है। जिसके विरोध में उ.प्र. प्राथमिक शिक्षक संघ व आइबेफ ने डीएम व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष को अलग-अलग ज्ञापन सौंप कर इस पर प्रभावी कदम उठाने की मांग किया है।
डा. भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय आगरा से वर्ष 2004 में बीएड डिग्रीधारकों की एसआईटी द्वारा जांच की जा रही है। उक्त सन् के फर्जी बीएड डिग्रीधारक शिक्षकों की सेवायें समाप्त करने के निर्देश शासन स्तर से दिये गये हैं। जिले में भी 2004 में आगरा विवि से बीएड डिग्रीधारक कई शिक्षक कार्यरत हैं। गुरूवार को उ.प्र. प्राथमिक शिक्षक संघ (उदयभान गुट) द्वारा पीडित शिक्षकों की उक्त समस्या को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया गया। जिसमें संघ के प्रतिनिधि मण्डल ने जिलाधिकारी से इस पर तत्काल आवश्यक कदम उठाने की मांग किया है।
।प्रतिनिधि मण्डल में शामिल जिलाध्यक्ष उदयभान सिंह, दिलीप सिंह पटेल, कमलेश सिंह, त्रिभुवन सिंह, मोतीलाल सिंह, बृजेश सिंह, केके सिंह, पारस भारतीय, सत्येन्द्र, रामरूप सिंह व अशर्फीलाल सिंह का कहना है कि विभाग द्वारा उक्त शिक्षकों को ही (वर्ष 2004 के) सेवा समाप्ति का कारण बताओ नोटिस जारी किया जाना चाहिये था लेकिन विभाग द्वारा वर्ष 2005-06 में बीएड डिग्रीधारी शिक्षकों को भी नोटिस जारी कर दी गई है जिससे शिक्षक काफी परेशान हैं।
वहीं आइबेफ ने भी इसी प्रकरण को लेकर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शिवशंकर यादव को ज्ञापन देकर समस्या बताई। इस मौके पर राष्ट्रीय संगठन सचिव डा. सुरेश सिंह, दिलीप सिंह पटेल, बृजेश सिंह, कृष्ण कुमार सिंह व विनोद सिंह आदि मौजूद रहे
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