सदर विकास खंड में स्थित आदर्श प्राथमिक विद्यालय मूड़घाट कान्वेंट स्कूलों को मात दे रहा है। स्कूल ड्रेस में बच्चों के गले में लटकती टाई और आईकार्ड देखकर हर कोई चौंक जाता है, उन्हें यकीन ही नहीं होता कि यह बच्चे किसी सरकारी प्राथमिक विद्यालय के छात्र हैं। इस विद्यालय के बच्चों को प्रोजेक्टर, कंप्यूटर और लैपटाप के जरिये स्मार्ट क्लास की सुविधा दी जा रही है। यहां की शैक्षणिक गुणवत्ता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इसमें प्रवेश के लिए बच्चों को आवेदन फार्म भरने पड़ते हैं।
परिषदीय विद्यालय का नाम आते ही जेहन में मैले कुचैले कपड़े पहने बच्चे, श्यामपट्ट पर चाक से बच्चों को पढ़ाते, गिनती पहाड़ा का अभ्यास कराते शिक्षक और टाट पट्टी पर बैठे बच्चों का चेहरा सामने आ जाता है, मगर आदर्श प्राथमिक विद्यालय मूड़घाट को देखने के बाद लोगों को अपनी सोच बदलनी पड़ रही है।
विद्यालय में लगातार छात्र संख्या घटती देख डेढ़ साल पहले पूर्व माध्यमिक विद्यालय परसा जागीर के प्रभारी प्रधानाध्यापक डा. सर्वेष्ट मिश्र को विभाग ने यहां तैनात किया। डा. मिश्र विद्यालय को बेहतर बनाने में जुट गए। इस कार्य में उनका सहयोग विद्यालय पर तैनात कानपुर जिले की सहायक अध्यापिका सोनू वर्मा और बुलंदशहर की विभा चाहर ने किया। इन दोनों ने पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों को इंगलिश मीडियम की शिक्षा देनी शुरू कर दी। प्रधानाध्यापक ने बच्चों के लिए स्मार्ट क्लासेज की व्यवस्था की। इसके लिए उन्होंने जनसहयोग से बच्चों की पढ़ाई के लिए प्रोजेक्टर, कंप्यूटर, लैपटाप की व्यवस्था की।
इसके बाद विद्यालय चल पड़ा प्रगति की ओर। बच्चों के लिए पिछले साल ही जूता मोजा, टाई, बेल्ट और आईकार्ड की व्यवस्था कर दी गई। आज इन बच्चों को देखने के बाद लगता है कि यह किसी मांटेसरी स्कूल के बच्चे हैं।
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