■ नए सत्र से पहले एनसीईआरटी की पुस्तकें मुहैया कराने का मामला
■ माध्यमिक शिक्षा निदेशक व बोर्ड सचिव का प्री-बिड टेंडर पर मंथन
इलाहाबाद : यूपी बोर्ड के 26 हजार से अधिक माध्यमिक विद्यालयों में नए शैक्षिक सत्र से पहले पुस्तकें मुहैया कराने पर मंथन शुरू हो गया है। इस बार एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम के अनुरूप किताबों का प्रकाशन होना है इसलिए विशेष एहतियात बरता जा रहा है। शिक्षा निदेशक माध्यमिक अवध नरेश शर्मा व बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने मंगलवार को प्रकाशकों से लंबी वार्ता की। उनकी समस्याएं और सुझाव सुने साथ ही भरपूर समाधान करने का वादा भी किया गया।
माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड के पाठ्यक्रम में सरकार के निर्देश पर बड़ा बदलाव हुआ है। परिषद के विद्यालयों में अब एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम की नए सत्र से पढ़ाई होनी है। बोर्ड की पाठ्यचर्या समितियों ने 18 विषयों की कुल 31 किताबें नए पाठ्यक्रम में लागू करने का निर्णय लिया है। इन्हें छह समूह में बांटा गया है। इस पर एनसीईआरटी की पहले ही मुहर लग चुकी है। बीते 22 दिसंबर को यूपी बोर्ड ने पुस्तक प्रकाशन के लिए टेंडर जारी किया है। प्रकाशकों से निविदाएं मांगी गई है।
इस बीच प्रकाशकों ने कई बिंदुओं पर आपत्तियां की थी। जिस पर तय हुआ कि दोनों पक्ष साथ बैठकर इसका निदान खोजे। इसीलिए मंगलवार को प्री-बिड टेंडर पर वार्ता हुई। इसमें लखनऊ से शिक्षा निदेशक माध्यमिक व बोर्ड के सभापति डा. अवध नरेश शर्मा भी पहुंचे। इस बैठक में करीब तीन दर्जन से अधिक प्रकाशकों ने उपस्थित होकर समस्याएं बताईं।
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