महराजगंज: जापानी इंसेफ्लाइटिस व संभावित मस्तिष्क ज्वर के प्रभाव को कम करने के लिए बच्चों व ग्रामीणों को जागरूक करना आवश्यक है। शिक्षक जेई-एईएस के बारे में जानकारी प्राप्त करें तथा नो बैग डे के दिन प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक स्कूलों पर कार्यक्रम आयोजित कर बच्चों व उनके अभिभावकों को स्वच्छता व बीमारी से बचाव की प्रभावी जानकारी दें। यह बातें सदर बीआरसी में गुरुवार को आयोजित जेइ-एईएस से संबंधित शिक्षकों के प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जगदीश प्रसाद शुक्ल ने कही। उन्होंने कहा कि विद्यालय परिसर में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। खंड शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार ने कहा कि शिक्षक अपने दायित्वों का निष्ठा व ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करें, इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न की जाए। प्रशिक्षक श्रीभागवत सिंह ने कहा कि जापानी इंसेफ्लाइटिस व संभावित मस्तिष्क ज्वर गंभीर बीमारी है, इस पर प्रभावी नियंत्रण के लिए शिक्षकों को एक और प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि बच्चों को असमय इस रोग के चपेट में आने से बचाया जा सके। प्रभारी सह समन्वयक रेयाज अहमद खां ने कहा कि शिक्षक नो बैग डे के अवसर पर बच्चों व अभिभावकों को स्वच्छता अपनाने व बीमारी से सावधान रहते हुए उठाए जाने वाले कदम के बारे में बताएं। सदर ब्लाक के अध्यक्ष बैजनाथ सिंह ने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है, शिक्षक इसे समङों तथा उसी के मुताबिक लोगों को प्रेरित करें। इस दौरान जयशंकर प्रसाद, हेसामुद्दीन, जयप्रकाश गौतम, बलवंत पटेल, अखिलेश पाठक, किरन तिवारी, शशिबाला, प्रीति सिंह, ज्योति सिंह, मौसम, रौनक, अनीता पांडेय, शकुंतला, लीलावती, आरती साहू, सुषमा, प्रियंका वर्मा, दीपक सिंह आदि शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद रहे।
एक से 15 अप्रैल को आयोजित होगा टीकाकरण अभियान :
जेई-एईएस से बचाव के लिए एक से 15 अप्रैल तक टीकाकरण अभियान संचालित किया जाना है। यह तभी प्रभावी होगा जब शिक्षक अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे। यह जानकारी नगर स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी श्रीभागवत सिंह ने दी।
एक से 15 अप्रैल को आयोजित होगा टीकाकरण अभियान :
जेई-एईएस से बचाव के लिए एक से 15 अप्रैल तक टीकाकरण अभियान संचालित किया जाना है। यह तभी प्रभावी होगा जब शिक्षक अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे। यह जानकारी नगर स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी श्रीभागवत सिंह ने दी।
No comments:
Write comments