इलाहाबाद : इस वर्ष परीक्षा की तारीख व परीक्षा का कार्यक्रम घोषित करने का रिकॉर्ड बना चुका है। अब हाईस्कूल व इंटर का रिजल्ट देने में भी इतिहास रचने की तैयारी है। बोर्ड सूत्रों के अनुसार अप्रैल के अंत तक परीक्षा का परिणाम घोषित करने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इसकी औपचारिक घोषणा मूल्यांकन शुरू होने पर की जाएगी।
की हाईस्कूल व इंटर 2018 की परीक्षाएं बीते छह फरवरी से शुरू हुई हैं। बोर्ड के इतिहास में इतना पहले कभी परीक्षाएं नहीं हुई हैं। बोर्ड की परीक्षाएं इसके पहले दो बार फरवरी माह में शुरू हुई। 2015 में 19 फरवरी को व 2016 में 18 फरवरी से परीक्षाएं शुरू कराकर क्रमश: 17 व 15 मई को ही परिणाम घोषित हुए हैं, जबकि इस बार इम्तिहान और पहले शुरू हुए हैं और 12 मार्च को सभी परीक्षाएं खत्म हो रही हैं। ऐसे में परिणाम अप्रैल के अंत तक आसानी से घोषित हो सकता है। वैसे भी उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में 15 दिन का वक्त लगता है बाकी समय में परिणाम तैयार होगा।
बोर्ड ने दो दिन पहले डीआइओएस को निर्देश दिया है कि वह छूटी हुई प्रयोगात्मक परीक्षा की रिपोर्ट भेजें और कालेजों के प्रधानाचार्य व प्रायोगिक परीक्षा के परीक्षकों से अंक भी जल्द मांगे गए हैं। यह कदम पहली बार बोर्ड ने परीक्षाओं के दौरान उठाया है। इससे स्पष्ट है कि परीक्षाएं नकल विहीन कराने के साथ रिजल्ट देने की तैयारियां शुरू हैं।
■ नए सत्र की पढ़ाई में होगा लाभ : का परीक्षा परिणाम अप्रैल में ही आने से नए सत्र की पढ़ाई बेहतर तरीके से हो सकेगी, ज्ञात हो कि सत्र एक अप्रैल से ही शुरू हो रहा है। आमतौर पर मई या जून में परिणाम आने पर हाईस्कूल के परीक्षार्थी जुलाई में ही प्रवेश ले पाते रहे हैं। इस बार प्रवेश पहले लेकर ही नए पाठ्यक्रम की पढ़ाई कर सकेंगे।
■ 25 दिन परीक्षा 32 दिन में रिजल्ट दे चुका बोर्ड : 2015 में हाईस्कूल व इंटर की 25 दिन में परीक्षा कराकर 32 दिन में परिणाम घोषित कर चुका है। उस समय भी 68 लाख परीक्षार्थियों का पंजीकरण हुआ और उनमें से 60 लाख परीक्षा में शामिल हुए। इस बार साढ़े छाछठ लाख परीक्षार्थी पंजीकृत हुए लेकिन, उनमें से साढ़े दस लाख से अधिक परीक्षा छोड़ चुके हैं।
■ पहली बार 2016 में 15 मई को जारी हुआ था परिणाम :
इस बार तय समय काफी पहले परीक्षा शुरू होने से बने आसार
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