■ परीक्षा ही नहीं उत्तर पुस्तिकाओं को जांचने में भी होगी सख्ती,
■ परीक्षकों की अदला-बदली व अधिक मूल्यांकन पर लगेगा अंकुश
इलाहाबाद : सीसीटीवी कैमरे के इस्तेमाल की हैटिक लगाने जा रहा है। प्रायोगिक इम्तिहान हो चुका है और लिखित परीक्षा इसी के सामने कराई जा रही है। अब उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में भी इसके जरिए निगरानी की जाएगी। बोर्ड प्रशासन ने इसकी तैयारियां कर ली हैं, जल्द ही जिला विद्यालय निरीक्षकों को इस संबंध में विस्तृत निर्देश भी भेजे जाएंगे, ताकि मूल्यांकन में किसी तरह की मनमानी न हो सके।
परीक्षा में सख्ती के संकेत बोर्ड प्रशासन ने प्रायोगिक परीक्षा के साथ ही दिए थे। उस समय सभी कालेजों को निर्देश हुआ कि इम्तिहान सीसीटीवी कैमरे के सामने कराया जाए, जहां इसके इंतजाम न हो वहां मोबाइल क्लिप तैयार किया जाए। साथ ही परीक्षक आधार व परिचय पत्र लेकर जाएं। इसका मकसद हर हाल में परीक्षा कराना था, क्योंकि तमाम बार परीक्षक बिना केंद्र पर जाए ही अंक दे देते थे या फिर किसी और को भेजकर परीक्षा की खानापूरी करा देते थे। इस निर्देश के बाद बोर्ड को सफलता मिली। अब वही प्रयोग दोहराने की तैयारी है।
असल में उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में भी परीक्षक अपने स्थान पर दूसरे को भेज देते हैं, वहीं कई परीक्षक तय मानक से अधिक कॉपियां जांचते रहे हैं। इसके अलावा उत्तर पुस्तिकाओं में परीक्षार्थी नोट आदि नत्थी करके अंक हासिल करने में सफल हो जाते रहे हैं। इन कार्यो पर सीसीटीवी से निगरानी कराकर विराम लगाने की तैयारी है। बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव का कहना है कि जिस तरह से परीक्षाएं नकल विहीन कराई जा रही हैं, ऐसे में मूल्यांकन भी पारदर्शी होना जरूरी है, ताकि परीक्षा की शुचिता बनी रहे।
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