महराजगंज : बीटीसी संयुक्त मोर्चा संघ उप्र. के बैनर तले छात्रसंघ संघ अध्यक्ष बलराम दुबे के नेतृत्व कें बीटीसी प्रशिक्षुओं ने परीक्षा कराने की को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा। इस दौरान जिलाध्यक्ष अनूप कुमार पांडेय ने कहा कि उप्र. शासन 68500 शिक्षक भर्ती लिखित परीक्षा (अति लघु उत्तरी प्रकार) के आधार पर कराना चाहता है। यह परीक्षा पद्धति अभी तक पूरे भारत में कहीं भी लागू नहीं की गई है। यह परीक्षा पद्धति पूर्णत: नवीन और प्रायोगिक दौर में होगी, जिसकी विश्वसनीयता और पारदर्शिता का हमारे पास ट्रैक रिकार्ड उपलब्ध ही नहीं है। अभी तक भारत में उपलब्ध परीक्षा पद्धतियों में वस्तुनिष्ठ परीक्षाएं बहुविकल्पीय प्रकार ही सर्वाधिक विश्वसनीय और पारदर्शी है, जिसमें तंत्र और उसके लोगों का न्यूनतम संभव हस्तक्षेप होता है। यदि प्रदेश की 68500 शिक्षक भर्ती को पूर्ण पारदर्शी तरीके से ससमय संपन्न कराना है तो शासन और उसके उच्चाधिकारियों को परीक्षा पद्धति और उस पद्धति से मूल्यांकन में तंत्र और तंत्र के लोगों के प्रत्यक्ष हस्तक्षेप को कम करना होगा। यद्यपि शासन ने मेरिट तैयार करवाने हेतु अभ्यर्थियों के एकेडमिक प्राप्तांक का 40 फीसद निर्धारित किया है और 60 फीसद अंकों का आधार लिखित परीक्षा होगा। इस दौरान मधुसूदन कुमार चौरसिया, धनेष कुमार, नीरज मौर्य, आदित्य गुप्त, अंगद कुमार यादव, धर्मेंद्र कुमार, संदीप मिश्र, अनुभव पांडेय आदि उपस्थित रहे।
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