नई दिल्ली : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) 12वीं के छात्रों को इस बार अंक मॉडरेशन का लाभ मिलने की संभावना काफी कम है। पिछले वर्ष 12वीं के परिणाम की तुलना में अगर परिणाम में कोई अस्पष्टता दिखती है तो सीबीएसई न्यूनतम अंक मॉडरेशन करने की योजना पर काम करेगा। सीबीएसई समेत देश भर के शैक्षणिक बोर्डो ने पिछले वर्ष सैद्धांतिक रूप से सहमति जताई थी कि 2018 की परीक्षा परिणाम में अंक मॉडरेशन योजना से परहेज करेंगे। बहुत जरूरी हुआ तो मॉडरेशन के बाद देने वाले अंक न्यूनतम होंगे।
सीबीएसई ने इस वर्ष से प्रश्न पत्र के एक समान सेट तैयार करने की योजना बनाई थी पर प्रश्नपत्र लीक के बाद छात्र सीबीएसई से मॉडरेशन योजना की उम्मीद लगा रहे हैं। सीबीएसई का कहना है कि प्राथमिक मूल्यांकन के जरिये हम पिछले वर्ष के परीक्षा परिणाम से इस वर्ष के परिणाम की तुलना करेंगे। अगर इसमें कोई बड़ा अंतर या अस्पष्टता दिखाई देती है तो इस पर काम करने के लिए कमेटी गठित की जाएगी।
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