एनबीटी, लखनऊ: राजकीय और शासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मियों के अटेंडेंस का रेकॉर्ड डीआईओएस कार्यालय को न भेजने का खमियाजा अब प्रधानाचार्यों को उठाना पड़ेगा। डीआईओएस के निर्देश के बाद शिक्षक और कर्मियों के साथ ही अब प्रधानाचार्यों को अपनी हर महीने की उपस्थिति का रेकॉर्ड भेजना होगा। ऐसा न करने वाले स्कूलों का वेतन और बिल दोनों पास नहीं किया जाएगा।
जिला विद्यालय निरीक्षक ने शनिवार को ऐसे विद्यालय को नोटिस जारी कर नाराजगी जताई है। डीआईओएस मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि राजधानी के ज्यादातर शिक्षक, कर्मचारी और प्रधानाचार्यों का स्कूल आने और जाने का कोई समय निर्धारित नहीं है। इस महीने से बायोमीट्रिक हाजरी और मैनुअल हाजरी के बारे में सूचना न देने वालों को गैर हाजिर माना जाएगा। विभाग ने ऐसे स्कूलों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है, जहां निर्धारित समय पर विद्यालय खुलते और बंद नहीं होते हैं। इसे लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के अधिकारी विद्यालय का औचक निरीक्षण भी करेंगे। इसमें कोताही बरतने पर प्रधानाचार्य पर कार्रवाई होगी।
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