केंद्रों को शीघ्र ही प्री मेडिसिन किट व प्री स्कूल किट मिल जाएंगी। दो वर्षो से यह दोनों किट आंगनबाड़ी केंद्रों को नहीं मिल रही थीं। सरकार ने इसके मानकों में बदलाव कर ई टेंडर के जरिए वेंडरों के चयन करने का निर्णय लिया है। दोनों ही किट बच्चों के लिए बहुत उपयोगी होती हैं।
वर्ष 2017 में प्री स्कूल किट व प्री मेडिसिन किट की सप्लाई के लिए टेंडर आमंत्रित किए गए थे। प्री मेडिसिन किट के तो टेंडर तक फाइनल हो गए थे लेकिन, जब कंपनी की जांच की गई तो उसके पंजीकृत पते पर न तो कोई गोदाम मिला और न ही कंपनी दवाओं की निर्माता थी। इसलिए उसका टेंडर निरस्त कर दिया गया था। प्री स्कूल किट का टेंडर भी गड़बड़ी के कारण निरस्त कर दिया गया था।
अब सरकार ने नए सिरे से इन दोनों किट की सप्लाई के लिए टेंडर आमंत्रित करने का निर्णय लिया है। इसके लिए सबसे पहले किट सप्लाई के मानक बदले जा रहे हैं। इससे चुनिंदा कंपनियों का वर्चस्व समाप्त होगा। नए मानकों के अनुसार प्री किट के लिए एक दवा का निर्माता होने के साथ ही शेष दवाओं का सप्लायर होना जरूरी है। अभी तक सरकारी कार्यालयों में दवा सप्लाई का मानक है। इसे भी अब हटाया जा रहा है।
No comments:
Write comments