कार्यमुक्ति से पूर्व शिक्षकों को करनी होगी कड़ी मशक्कत
महराजगंज : अंतर जनपदीय स्थानांतरण के तहत जिले के शिक्षकों को कार्यमुक्त होने से पूर्व कड़ी मशक्कत करनी होगी। कार्यमुक्ति के लिए बनाई गई व्यवस्था के मुताबिक शिक्षकों को पहले विद्यालय से, इसके बाद बीआरसी से तथा पूरी कार्यवाही पूरा करने के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से कार्यमुक्त किया जाएगा। अतंर जनपदीय स्थानांतरण के लिए जिले से 891 शिक्षकों ने आवेदन किया था। शासन द्वारा बनाई गई मेरिट के मुताबिक जिले के प्राथमिक संवर्ग के कुल 153 शिक्षकों का स्थानांतरण हुआ है। जिले के 26 शिक्षकों को प्रथम वरीयता, 63 शिक्षकों को द्वितीय वरीयता तथा 64 शिक्षकों को तृतीय वरीयता के जिले में भेजा गया है।शासन ने सभी जिलों को निर्देशित किया है कि वे 28 जून तक शिक्षकों को प्रत्येक दशा में कार्यमुक्त कर दें। सूची जारी होने के बाद शिक्षक कार्यमुक्ति में जुटे हुए हैं, मगर कार्यमुक्त के लिए बनाई गई व्यवस्था ने उनकी समस्याओं को बढ़ा दिया है। व्यवस्था के मुताबिक शिक्षकों को पहले तैनाती वाले विद्यालय के प्रधानाध्यापक से कार्यमुक्त होने का प्रमाण-पत्र लेना होगा। इसके बाद बैंक व ब्लाक संसाधन केंद्र से नोडयूज बनवाना होगा। 10 रुपये के स्टैंप पर शपथपत्र देना होगा, कार्यमुक्ति प्रमाण पत्र लेना होगा तथा खंड शिक्षा अधिकारी व वित्त लेखाधिकारी से अंतिम वेतन का प्रमाणपत्र प्राप्त करना होगा। इतनी प्रक्रिया पूरी करने के उपरांत शिक्षक बीएसए कार्यालय पहुंचेंगे तथा उसके बाद सभी प्रपत्रों को जिम्मेदारों को दिखाएंगे। प्रपत्र देखकर संतुष्ट होने के बाद ही बेसिक शिक्षा कार्यालय द्वारा कार्यमुक्ति का प्रमाणपत्र दिया जाएगा।
महराजगंज : अंतर जनपदीय स्थानांतरण के तहत जिले के शिक्षकों को कार्यमुक्त होने से पूर्व कड़ी मशक्कत करनी होगी। कार्यमुक्ति के लिए बनाई गई व्यवस्था के मुताबिक शिक्षकों को पहले विद्यालय से, इसके बाद बीआरसी से तथा पूरी कार्यवाही पूरा करने के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से कार्यमुक्त किया जाएगा। अतंर जनपदीय स्थानांतरण के लिए जिले से 891 शिक्षकों ने आवेदन किया था। शासन द्वारा बनाई गई मेरिट के मुताबिक जिले के प्राथमिक संवर्ग के कुल 153 शिक्षकों का स्थानांतरण हुआ है। जिले के 26 शिक्षकों को प्रथम वरीयता, 63 शिक्षकों को द्वितीय वरीयता तथा 64 शिक्षकों को तृतीय वरीयता के जिले में भेजा गया है।शासन ने सभी जिलों को निर्देशित किया है कि वे 28 जून तक शिक्षकों को प्रत्येक दशा में कार्यमुक्त कर दें। सूची जारी होने के बाद शिक्षक कार्यमुक्ति में जुटे हुए हैं, मगर कार्यमुक्त के लिए बनाई गई व्यवस्था ने उनकी समस्याओं को बढ़ा दिया है। व्यवस्था के मुताबिक शिक्षकों को पहले तैनाती वाले विद्यालय के प्रधानाध्यापक से कार्यमुक्त होने का प्रमाण-पत्र लेना होगा। इसके बाद बैंक व ब्लाक संसाधन केंद्र से नोडयूज बनवाना होगा। 10 रुपये के स्टैंप पर शपथपत्र देना होगा, कार्यमुक्ति प्रमाण पत्र लेना होगा तथा खंड शिक्षा अधिकारी व वित्त लेखाधिकारी से अंतिम वेतन का प्रमाणपत्र प्राप्त करना होगा। इतनी प्रक्रिया पूरी करने के उपरांत शिक्षक बीएसए कार्यालय पहुंचेंगे तथा उसके बाद सभी प्रपत्रों को जिम्मेदारों को दिखाएंगे। प्रपत्र देखकर संतुष्ट होने के बाद ही बेसिक शिक्षा कार्यालय द्वारा कार्यमुक्ति का प्रमाणपत्र दिया जाएगा।
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