DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Saturday, June 30, 2018

गोरखपुर : बेसिक की नई किताबों पर क्यूआर कोड, वीडियो से आसान होगी बच्चों की पढ़ाई, कार्टून के रूप में बनाए गए हैं वीडियो, आसानी से समझेंगे बच्चे

शिक्षा: 

जागरण संवाददाता, गोरखपुर : बेसिक परिषद में इस साल आई नई किताबों पर छपे क्यू आर (क्विक रिस्पांस) कोड पाठ की समझ आसान बनाएंगे। हाल ही में क्यू आर कोड को सक्रिय कर दिया गया है। मोबाइल एप्लीकेशन की सहायता से कोड को स्कैन करते ही पाठ से संबंधित सामग्री वीडियो के रूप में मिल जाएगी। यह वीडियो काटरून के रूप में बनाए गए हैं, जो बच्चों को समझ आ जाएंगे।1एनसीइआरटी की किताबों की तर्ज पर हर पाठ के शुरुआत में क्यू आर कोड छापा गया है। इस कोड को मोबाइल एप्लीकेशन की सहायता से स्कैन कर सकते हैं। नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन द्वारा विकसित दीक्षा-नेशनल टीचर्स प्लेटफार्म फॉर इंडिया एप्लीकेशन द्वारा सहूलियत से इसे क्यूआर कोड को स्कैन किया जा सकता है। इसी की वेबसाइट पर पाठ्य सामग्री उपलब्ध है। अन्य मोबाइल एप्लीकेशन भी कोड को स्कैन तो करेंगे लेकिन दीक्षा के जरिये ही संबंधित पाठ्य सामग्री मिलेगी।

कहानी के रूप में होगी वीडियो व ऑडियो : क्यू आर कोड को स्कैन करते ही पाठ से संबंधित कई वीडियो व ऑडियो मिलेंगे। ये कहानी के रूप में पूरे घटनाक्रम को बयां करेंगे। जिनमें वीडियो के पात्र नहीं नजर आएंगे, उनमें वीडियो संबंधित घटना से जुड़े चित्रों के माध्यम से बनाया गया होगा और उसकी कहानी समझाने के लिए अलग-अलग पात्रों की आवाज उसमें डाली गई है।


बच्चों के साथ शिक्षकों के लिए भी होगा कारगर : यह बच्चों के साथ शिक्षकों के लिए भी कारगर होगा। शिक्षक इसकी सहायता से पाठ को बेहतर तरीके से बच्चों को समझा सकेंगे। जिन विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की व्यवस्था होगी, वहां के लिए यह सुविधा काफी बेहतर साबित होगी।>>मोबाइल एप्लीकेशन की सहायता से कोड कर सकते हैं स्कैन’



No comments:
Write comments