गोरखपुर : जूनियर विद्यालयों में छात्राओं की समस्याओं को जानने, उनके निस्तारण व सुरक्षा के लिए अब हर जूनियर विद्यालय पर पॉवर एंजल की नजर होगी। शासन के निर्देश पर अब हर जूनियर विद्यालयों में पॉवर एंजल की नियुक्ति की जाएगी। अभी तक न्याय पंचायत रिसोर्स सेंटर (एनपीआरसी) स्तर के विद्यालय एवं कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों पर एक-एक पॉवर एंजल नियुक्त होती रही हैं।
जनपद में बढ़ जाएंगी करीब 500 पॉवर एंजल :
नई व्यवस्था के बाद जनपद में करीब 500 से अधिक पॉवर एंजल बढ़ जाएंगी। हर विद्यालय में कक्षा सात या आठ में पढ़ने वाली उस बच्ची का पॉवर एंजल के रूप में चयन किया जाता है जो कक्षा में सक्रिय होती है और जिसकी सभी लड़कियों से बातचीत होती है। इसके पीछे उद्देश्य है कि किसी भी विपरीत परिस्थिति में अन्य लड़कियां उससे अपनी समस्याएं बताने में संकोच नहीं करेंगी। फिलहाल कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय व एनपीआरसी के विद्यालय मिलाकर कुल 300 पॉवर एंजल हैं। हर जूनियर विद्यालय में इनकी नियुक्ति हो जाने के बाद यह संख्या करीब 831 हो जाएगी।
1090 से जुड़ी होती हैं पॉवर एंजल :
पॉवर एंजल का हर साल प्रशिक्षण कराया जाता है। ये लड़कियां महिला हेल्पलाइन नंबर 1090 से जुड़ी रहती हैं। किसी बच्ची के साथ कोई समस्या होने पर ये 1090 पर शिकायत करती हैं। इनकी शिकायत के बाद पीड़ित को राहत मिल जाती है। महिला सुरक्षा के लिए जरूरी कानूनों के बारे में भी इन्हें प्रशिक्षित किया जाता है। पॉवर एंजल को पुलिस द्वारा भी प्रशिक्षित किया जाएगा।
क्षेत्र की अन्य महिला समस्याओं पर भी होती है नजर :
पॉवर एंजल अपने विद्यालय तक ही नहीं सीमित होतीं बल्कि वे अपने आस-पड़ोस व गांव में किसी महिला पर होने वाले अत्याचार की जानकारी भी पुलिस को दे सकती हैं।
जनपद में बढ़ जाएंगी करीब 500 पॉवर एंजल :
नई व्यवस्था के बाद जनपद में करीब 500 से अधिक पॉवर एंजल बढ़ जाएंगी। हर विद्यालय में कक्षा सात या आठ में पढ़ने वाली उस बच्ची का पॉवर एंजल के रूप में चयन किया जाता है जो कक्षा में सक्रिय होती है और जिसकी सभी लड़कियों से बातचीत होती है। इसके पीछे उद्देश्य है कि किसी भी विपरीत परिस्थिति में अन्य लड़कियां उससे अपनी समस्याएं बताने में संकोच नहीं करेंगी। फिलहाल कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय व एनपीआरसी के विद्यालय मिलाकर कुल 300 पॉवर एंजल हैं। हर जूनियर विद्यालय में इनकी नियुक्ति हो जाने के बाद यह संख्या करीब 831 हो जाएगी।
1090 से जुड़ी होती हैं पॉवर एंजल :
पॉवर एंजल का हर साल प्रशिक्षण कराया जाता है। ये लड़कियां महिला हेल्पलाइन नंबर 1090 से जुड़ी रहती हैं। किसी बच्ची के साथ कोई समस्या होने पर ये 1090 पर शिकायत करती हैं। इनकी शिकायत के बाद पीड़ित को राहत मिल जाती है। महिला सुरक्षा के लिए जरूरी कानूनों के बारे में भी इन्हें प्रशिक्षित किया जाता है। पॉवर एंजल को पुलिस द्वारा भी प्रशिक्षित किया जाएगा।
क्षेत्र की अन्य महिला समस्याओं पर भी होती है नजर :
पॉवर एंजल अपने विद्यालय तक ही नहीं सीमित होतीं बल्कि वे अपने आस-पड़ोस व गांव में किसी महिला पर होने वाले अत्याचार की जानकारी भी पुलिस को दे सकती हैं।
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