जर्जर विद्यालयों में अब नहीं होगी पढ़ाई
नगर के खस्ताहाल जर्जर भवनों के लिए बीएसए ने जारी किया आदेश, 51 विद्यालयों सूची की गई जारी
कुछ विद्यालय की हालत हो चुकी है दयनीय1प्राथमिक विद्यालय अटाला बालक एवं कन्या विद्यालय भवनों के सभी कक्षों की छत से पानी टपक रहा है। यह भवन 1947 से निर्मित हुआ था। प्राथमिक विद्यालय पीडी टंडन रोड पर मिड डे मील बनाने और बच्चों को खिलाने वाले कमरों में दरार आ चुकी है। ऐसे में बच्चों का उस कमरे में जाना खतरे से खाली नहीं है।
जासं, इलाहाबाद : नगर के जर्जर एवं अनुपयोगी भवनों वाले प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाई नहीं होगी। बेसिक शिक्षा विभाग छात्र-छात्रओं एवं शिक्षक-कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है। नगरीय क्षेत्र के ऐसे 51 विद्यालयों की सूची भी जारी कर दी गई जिनके भवन बेसिक शिक्षा विभाग के मानकों के अनुरूप नहीं है। बीएसए ने ऐसे विद्यालयों में पढ़ाई के लिए वैकल्पिक व्यवस्था का निर्देश जारी किया है। टपकती छत, धंसी फर्श, जर्जर कक्ष और टूटी बल्लियों पर टिकी दीवारें और सीलन भरे कमरे। ये हैं नगरीय क्षेत्र में प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के हालात। कुछ विद्यालयों की स्थिति तो ऐसी है जहां छात्र-छात्रएं जान जोखिम में डालकर पढ़ाई करते हैं।
मरम्मत योग्य प्राथमिक विद्यालय
अबूबकरपुर, प्राथमिक विद्यालय-बालक, दारागंज, बहराना, बख्शीकला, कन्या नैनी, फाफामऊ बाजार बालक, गयासउद्दीन, बम्हरौली, मिंटो पार्क, त्रिवेणी रोड, नयाकृष्ण नगर, गऊघाट, कटघर, मुंशी राम की बगिया, करेली बालक, अटाला कन्या, अटाला बालक, तुलसीपुर, पुराना लूकरगंज, नींवा कन्या एवं पीडी टंडन रोड शामिल है।
जर्जर पूर्व माध्यमिक विद्यालय
कन्या फाफामऊ गांव, कन्या नया कटरा, बालक दरियाबाद, नई बस्ती कीडगंज, सेंट्रल अटाला, बालक हरवारा, आदर्श एलनगंज, कन्या फाफामऊ, कन्या नैनी शामिल है।
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