शिक्षामित्रों ने संघर्ष और अन्य कारणों से मृत्यु के शिकार हुए साथियों का किया श्राद्ध, कहा सरकार को शिक्षामित्रों की उपेक्षा पड़ेगा भारी, दूसरे गुट ने 10 नवम्बर को विधान सभा घेरने का किया एलान।
लखनऊ : शिक्षामित्रों ने रविवार को धरना के दौरान श्रद्ध की। इस दौरान उन्होंने मृतक साथियों का पिंडदान कर तर्पण किया। साथ ही अल्टीमेटम दिया कि अधिक दिन तक उपेक्षा सरकार को भारी पड़ेगी। ईको गार्डेन में आम शिक्षक-शिक्षामित्र एसोसिएशन का धरना मई से जारी है। इस दौरान अध्यक्ष उमा देवी की मौजूदगी में पदाधिकारियों ने पितृपक्ष में श्रद्ध करने का फैसला किया।
उन्होंने संघर्ष व विभिन्न कारणों से मृत्यु के शिकार हुए शिक्षा मित्रों का पिंडदान किया। साथ कढ़ी-चावल का भोज भी कराया। ऐसे में उमा देवी ने कहा कि सरकार शिक्षामित्रों की लगातार उपेक्षा कर रही है। मगर अधिक दिन नजरंदाज करना सरकार को भी भारी पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सरकार मनमानी पर उतारू है। ऐसे में शिक्षामित्र के हित में गठित कमेटी के निर्णयों पर भी फैसला नहीं लिया गया। सिर्फ आश्वासन का झुनझुना थमाकर धोखा देने का काम किया। शीघ्र ही आर-पार की लड़ाई होगी।
■ ये रखीं मांगें
★ शिक्षामित्रों को 9वीं अनुसूची में शामिल किया जाए
★ केंद्र के समान अपग्रेड पैराटीचर 38,878 रुपये दिया जाए
★ प्री-प्राइमरी की व्यवस्था कर समायोजन किया जाए
★ मृतक आश्रितों को मुआवजा व नौकरी मिले
■ धोखा दे रही सरकारउप्र
दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ की बैठक दारुलशफा में हुई। संघ के अध्यक्ष अनिल कुमार यादव ने कहा कि शिक्षामित्रों को सरकार धोखा दे रही है। वह मध्यप्रदेश, राजस्थान की तर्ज पर शिक्षामित्रों का भविष्य सुनिश्चित करे। वहीं दीपावली से पहले वादा पूरे न होने पर विधानसभा घेराव की चेतावनी दी।
■ वादे पूरे न हुए तो 10 नवंबर को विधान भवन घेरेंगे शिक्षामित्र
लखनऊ : उप्र दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उसने शिक्षामित्रों से किये गए वादे को दीपावली से पहले पूरा नहीं किया तो शिक्षामित्र 10 नवंबर को विधान भवन का घेराव करेंगे। यह निर्णय शुक्रवार को दारुलशफा में हुई संघ की प्रांतीय कमेटी की बैठक में लिया गया। संगठन के अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि भाजपा ने अपने चुनावी घोषणापत्र में शिक्षामित्रों से जो वादा किया था, वह पार्टी के सत्ता में आने के बाद अब तक पूरा नहीं हो पाया है।
No comments:
Write comments