शिक्षकों के शैक्षिक प्रमाण पत्रों की होगी जांच
August 14, 2019
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़ा करके नौकरी पाने वाले शिक्षक-शिक्षिका परेशानी का सबब बने हुए हैं। पूर्व में शासन स्तर से हुई जांच में फर्जीवाड़ा पकड़ा भी जा चुका है। अब इसकी तह तक पहुंचने के लिए शासन ने वर्ष 2010 से नियुक्त सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं को जांच के दायरे में ले लिया है। सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं से मूल अभिलेख जमा करने के निर्देश दिए गए हैं।
वर्ष 2010 से अब तक हुई भर्तियों में करीब 3,000 शिक्षक-शिक्षिकाएं कार्यरत हैं। पूर्व में इनके द्वारा जमा किए गए शैक्षिक अभिलेखों की जांच संबंधित बोर्ड और विश्वविद्यालयों से हो चुकी है। विभिन्न जनपदों में हुई जांच में फर्जीवाड़ा पकड़ा गया था। इसमें फर्जीवाड़ा करने वाले नियुक्त शिक्षक-शिक्षिकाओं को नौकरी गंवानी पड़ी थी। एकबार फिर जांच शुरू होने से शिक्षकों में खलबली मच गई है। प्राथमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में नियुक्ति पाए शिक्षक-शिक्षिकाओं को जांच के दायरे में शामिल कर दिया है। बीएसए दफ्तर में इसके लिए बाकायदा नोटिस चस्पा कर दी गई है।
बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि शासन ने वर्ष 2010 से चयनित शिक्षक-शिक्षिकाओं के मूल अभिलेख जमा कराने का निर्देश दिया है। जिसके क्रम में खंड शिक्षाधिकारियों के माध्यम से शैक्षिक प्रमाण पत्र जमा कराए जा रहे हैं। शासन के निर्देश पर जांच प्रक्रिया शुरू होगी।
August 14, 2019
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़ा करके नौकरी पाने वाले शिक्षक-शिक्षिका परेशानी का सबब बने हुए हैं। पूर्व में शासन स्तर से हुई जांच में फर्जीवाड़ा पकड़ा भी जा चुका है। अब इसकी तह तक पहुंचने के लिए शासन ने वर्ष 2010 से नियुक्त सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं को जांच के दायरे में ले लिया है। सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं से मूल अभिलेख जमा करने के निर्देश दिए गए हैं।
वर्ष 2010 से अब तक हुई भर्तियों में करीब 3,000 शिक्षक-शिक्षिकाएं कार्यरत हैं। पूर्व में इनके द्वारा जमा किए गए शैक्षिक अभिलेखों की जांच संबंधित बोर्ड और विश्वविद्यालयों से हो चुकी है। विभिन्न जनपदों में हुई जांच में फर्जीवाड़ा पकड़ा गया था। इसमें फर्जीवाड़ा करने वाले नियुक्त शिक्षक-शिक्षिकाओं को नौकरी गंवानी पड़ी थी। एकबार फिर जांच शुरू होने से शिक्षकों में खलबली मच गई है। प्राथमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में नियुक्ति पाए शिक्षक-शिक्षिकाओं को जांच के दायरे में शामिल कर दिया है। बीएसए दफ्तर में इसके लिए बाकायदा नोटिस चस्पा कर दी गई है।
बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि शासन ने वर्ष 2010 से चयनित शिक्षक-शिक्षिकाओं के मूल अभिलेख जमा कराने का निर्देश दिया है। जिसके क्रम में खंड शिक्षाधिकारियों के माध्यम से शैक्षिक प्रमाण पत्र जमा कराए जा रहे हैं। शासन के निर्देश पर जांच प्रक्रिया शुरू होगी।
No comments:
Write comments