
Monday, April 29, 2019
Saturday, March 23, 2019
Friday, February 15, 2019
Tuesday, January 1, 2019
Monday, July 23, 2018
Sunday, November 5, 2017

प्रश्न पूरा हल न करने पर भी मिलेंगे नंबर : सीबीएसई की उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन में स्टेपवाइज मार्किंग, मार्च, 2018 में होने वाली बोर्ड परीक्षा में होगा लागू
सीबीएसई अक्सर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के साथ नए प्रयोग करता रहता है। इसी कड़ी में अब सीबीएसई ने पहली बार उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन में स्टेपवाइज मार्किंग सिस्टम लागू किया है।
लगभग आठ साल बाद इस बार 2018 में 10वीं की परीक्षा बोर्ड आधारित होगी। इसके मूल्यांकन में स्टेप मार्किंग प्रणाली अपनाई जाएगी। स्टेप बाय स्टेप अंक दिए जाएंगे। इसको लेकर सीबीएसई ने स्टेप बाय स्टेप अंक भी जारी कर दिए हैं। इससे विद्यार्थियों को पता चल सकेगा कि हर सवाल में कितने स्टेप हैं और उनके कितने अंक निर्धारित किए गए हैं। इसके लिए बाकायदा सीबीएसई ने अपनी वेबसाइट पर सभी विषयों के सैंपल पेपर्स जारी किए हैं।
पेपर को हल करके बताया गया है कि हर स्टेप के कितने अंक मिलेंगे। अभी तक यह जानकारी सिर्फ एग्जामिनर को होती थी। लेकिन इसे पहली बार छात्रों के साथ भी साझा किया जा रहा है। इस बार 10वीं की परीक्षा मार्च, 2018 में होगी। इस साल से होम एग्जाम का विकल्प खत्म हो चुका है और विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षा ही देनी होगी। 10वीं की परीक्षा में 20 अंक का प्रैक्टिकल और 80 अंक की थ्योरी होगी।
परीक्षा पैटर्न में : सीबीएसई ने 12वीं के छात्रों के लिए मॉडल प्रश्नपत्र वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। करीब आठ वर्ष बाद परीक्षा पैटर्न में किया गया है, पहले 2009 में किया गया था। अब शॉर्ट और लांग प्रश्न होंगे। पहले वैकल्पिक और संख्यात्मक सवाल पूछे जाते थे, अब सवालों के जवाब निर्धारित शब्दों में लिखने होंगे। बोर्ड के बदले पैटर्न की जानकारी वेबसाइट पर मौजूद है।
Thursday, June 22, 2017
Saturday, March 25, 2017
Monday, March 6, 2017
Thursday, February 2, 2017
Tuesday, December 13, 2016

सर्व शिक्षा अभियान के तहत व्यवस्था में दिल खोलकर जारी की गई धनराशि, प्रदेश को मिले 22 करोड़ 23 लाख छह हजार, विद्यालयों का होगा मूल्यांकन, बच्चों की बनेगी प्रोफाइल
परिषदीय विद्यालयों का सतत एवं व्यापक मूल्यांकन होगा और हर बच्चे की प्रोफाइल भी बनेगी। नि:शुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा के अधिकार अधिनियम 2009 के क्रम में कक्षा एक से आठ तक के बच्चों के शैक्षिक मूल्यांकन के लिए शुरू की गई इस योजना में सर्व शिक्षा अभियान में पूरे प्रदेश को 22 करोड़ 23 लाख छह हजार रुपये जारी किए गए हैं। जिसमें हरदोई के हिस्से में 62 लाख तीन हजार 155 रुपये आए हैं।
नि:शुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा के अधिकार अधिनियम में बच्चों को आवश्यकता के अनुसार मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था है। सर्व शिक्षा अभियान में समय-समय पर विद्यालयों से लेकर बच्चों का मूल्यांकन कराया जाता है। अभी हाल में ही बच्चों की वार्षिक परीक्षा के रिपोर्ट कार्ड बनवाए गए थे। उसी कड़ी में अब हर बच्चे की प्रोफाइल और विद्यालयों का शतत मूल्यांकन कराया जाएगा। जिसके लिए अलग-अलग प्रपत्रों पर इसे तैयार किया जाएगा।
सर्व शिक्षा अभियान के निदेशक की तरफ से जारी पत्र के अनुसार प्रति बच्चा 10 रुपये प्रोफाइल और 2.5 रुपये शतत मूल्यांकन प्रपत्र के साथ ही गाइड लाइन प्रपत्र के लिए प्रति विद्यालय पांच रुपये की व्यवस्था की गई है। जिसे में देखा जाए तो प्राथमिक विद्यालयों में पंजीकृत तीन लाख 80 हजार 319 बच्चों का प्रोफाइल तैयार कराने के लिए 38 लाख 3 हजार 119 रुपये तथा शतत मूल्यांकन प्रपत्र के लिए नौ लाख 50 हजार 797 रुपये जारी हो रहे हैं। इसी तरह उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पंजीकृत एक लाख 16 हजार 509 बच्चों के लिए प्रति बच्चा 10 रुपये के हिसाब से 11 लाख 65 हजार 30 रुपये तथा मूल्यांकन प्रपत्र के लिए दो लाख 91 हजार 257 रुपयों का इंतजाम किया गया है। इसी तरह जिले के सभी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को मिलाकर 3976 बच्चों में प्रति विद्यालय पांच रुपये गाइड लाइन के हिसाब से 19 हजार 880 रुपये जारी हुए हैं। परियोजना निदेशक की तरफ से जारी पत्र के अनुसार प्रोफाइल और सतत एवं व्यापक मूल्यांकन प्रपत्र तैयार कर इसकी फी¨डग और फिर सीडी तैयार कराकर परियोजना भेजा जाएगा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मसीहुज्जमा सिद्दीकी ने बताया कि परियोजना से पत्र आया है। आदेशों का पूरी तरह से पालन कराया जाएगा और समय पर कार्य भी पूरा हो जाएगा।
Thursday, December 10, 2015
