अभिभावक अपने बच्चों के पठन-पाठन पर ध्यान दें तथा नियमित रूप से पढ़ने के लिए स्कूल भेजें! इसके लिए परिषदीय विद्यालयों में प्रोत्साहन की नई परंपरा शुरू होगी। अब स्कूल की विभिन्न गतिविधियों में अव्वल आने वाले नौनिहालों के अभिभावकों को सम्मानित किया जाएगा।
अव्यवस्था व अनदेखी के चलते गरीबों का स्कूल बन चुके परिषदीय विद्यालयों को नए सिरे से मजबूत करने की कवायद शुरू हो गई है। इसके तहत कक्षाओं को स्मार्ट बनाने की तैयारी की जा रही है। प्रयोग के आधार पर शिक्षण के लिए गणित व विज्ञान के यंत्र खरीदे गए हैं। इसके साथ ही सबसे अधिक जोर स्कूल में नामांकन बढ़ने व उसके सापेक्ष उपस्थिति बनाए रखने पर है। इसके लिए अभिभावकों को जागरूक किया जा रहा है। बच्चों के शिक्षण में अभिभावकों की रुचि बने, नियमित रूप से बच्चों को पढ़ने के लिए स्कूल भेजें तथा उनका होमवर्क जांचें, इसके लिए उन्हें प्रोत्साहित किया जा रहा है। नई पहल के तहत स्कूल की विभिन्न गतिविधियों में अव्वल रहने वाले बच्चे के अभिभावक को विद्यालय प्रबंध समिति के समक्ष सम्मानित किया जाएगा। ब्लॉक व जिले स्तर पर भी ऐसे सम्मान समारोहों के आयोजन की रूपरेखा बनाई जा रही है।
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