
Saturday, January 16, 2021

Wednesday, January 13, 2021
Saturday, January 9, 2021

गोरखपुर : परिषदीय विद्यालयों में जल्द आएंगे टैबलेट, तैयारी शुरू
Tuesday, December 29, 2020
Monday, December 7, 2020

पुलिस मुख्यालय ने पूछा, कितने फर्जी शिक्षक पकड़े? शासन की मंशा पर होगी सख्ती
Saturday, November 28, 2020

महराजगंज : शिक्षकों के जीपीएफ खातों से एक अरब की राशि डूबने का खतरा, गोरखपुर जनपद से अब तक नहीं हुआ ट्रांसफर
Thursday, November 26, 2020

अनुदेशकों के नवीनीकरण मामले में गोरखपुर के डीएम व BSA को अवमानना का नोटिस
Monday, November 16, 2020

गोरखपुर के 86 शिक्षामित्रों को देना होगा इस्तीफा, जानिए क्या है बड़ी वजह
Sunday, October 25, 2020

गोरखपुर : 248 शिक्षकों के रिकॉर्ड की जांच एसटीएफ से कराने की तैयारी, तय समय तक जानकारी न देने वाले शिक्षकों को माना जाएगा संदिग्ध
Tuesday, October 13, 2020
Tuesday, October 6, 2020

पूर्वांचल में फर्जी शिक्षकों की बड़़ी तादात, फर्जी मिला दस्तावेज, 100 फर्जी शिक्षकों का खुला राज
पूवाÈचल में फर्जी शिक्षकों की बड़़ी तादात है। सहजनवा इलाके के हरदी गांव का रहने वाला फर्जी शिक्षक यदुनन्दन यादव ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर शिक्षक बन गया‚ फिर पत्नी और भाई को भी मास्टर की नौकरी थमा दिया। फर्जी शिक्षक के जरिये गोरखपुर और बस्ती मंड़ल के विभिन्न जिले में ७० फर्जी शिक्षकों का दस्तावेज एसटीएफ के हाथ लग गई है। पूवाÈचल के अन्य जिले में नौकरी करने वाले तीस और फर्जी शिक्षकों का दस्तावेज मिलने के बाद नौकरी करने वाले फर्जी शिक्षक स्कू ल से पलायन हो गए हैं। फर्जी कागजता पर नौकरी करने वाले शिक्षक अपने मूल जिले की बजाए दूर के जिले में सरकारी विद्यालयों में नौकरी नहीं कर रहे है। ॥ सहजनवा थाने के हरदी निवासी शिक्षक यदुनन्दन यादव सिंघला रेजीडें़सी थाना कोतवाली बाराबंकी जिले में प्रमोद कुमार सिंह के नाम का फर्जी कागजात के बदौलत नौकरी करता था। फर्जीवाडा की जानकारी मिलने पर एसटीएफ गोरखपुर और लखनऊ की संयुक्त टीम ने यदुनन्दन को दबोच लिया। पकड़े़ जाने के बाद खुलासा हुआ की वह मानव संपदा पोर्टल की वेबसाइड़ का दुरु पयोग करके बहुतेरे लोगों को शिक्षक की नौकरी दिलायी है। जालसाजी से ही उसने पत्नी श्रीलता यादव को भी फर्जी कागजात तैयार कर अर्चना पांडे़य के नाम से उच्च प्राथमिक विद्यालय गदिया जनपद बाराबंकी में शिक्षक बनवा दिया। इसके बाद उसने भाई सत्यपाल यादव निवासी हरदी सहजनवां को भी बारांबकी जिले में शिक्षक की नौकरी दिलायी थी । जांच के दौरान यह बात सामने आयी कि मानव संपदा उत्तर प्रदेश पोर्टल से पब्लिक विन्ड़ों में दी गयी सूची के आधार पर वह जानकारी करता था। जिन फर्जी शिक्षकों से संपर्क नहीं होता था तो उस गांव के प्रधान के जरिये फर्जी शिक्षक तक पहंुचता था। वह फर्जी शिक्षकों से पैसा वसूलने के लिए दूसरा हथकांड़ा अपनाया था। वह अध्यापकों का हाईस्कूल‚ इंटरमीडि़एट ‚स्नातक और बी एड़ आदि दस्तावेजों का खुद अध्यन करने के बाद फर्जी दस्तावेज के जरिये नौकरी हथियाने वालों को खोज निकालता था और फिर पैसे का डि़मांड़ करता था। उसके पकड़े़ जाने के बाद बहुतेरे फर्जी शिक्षकों का दस्तावेज पुलिस को आसानी से मिल गया है। ॥ जालसाज ने बड़़हलगंज जिले के खोरी पट्टी प्राथमिक विद्यालय में आशीष कुमार सिंह के नाम का फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी करने वाला प्रमोद कुमार यादव को खोज निकाला और फिर फर्जी शिक्षक का हवाला देकर पैसा का डि़मांड़ किया था। तभी सविलांस के जरिये टीम ने उसे पकड़़ लिया। जालसाज के गाड़़ी में मिले फर्जी दस्तावेजों से बहुतेरे फर्जी शिक्षकों का राज खुल गया। इसी आधार पर छानबीन में पता चला कि गोरखपुर जिले के फर्जी शिक्षक दस‚ देवरिया चालीस‚ सिद्वार्थनगर दस‚ जौनपुर दस समेत ७० शिक्षकों की कुंड़ली एसटीएफ के हाथ लगी है। इसके आलावा बलिया‚ अयोध्याय समेत कई जिले में दूसरे के नाम पर शिक्षक की नौकरी कर रहे हैं। ॥ फर्जी शिक्षकों का मिला दस्तावेज॥ गोरखपुर १२॥ देवरिया ४०॥ सिद्वार्थनगर १०॥ जौनपुर १०॥ कुशीनगर ८॥ एसटीएफ गोरखपुर प्रभारी सत्य प्रकाश सिंह का कहना है कि सहजनवा का रहने वाला फर्जी शिक्षक यदुनन्दन यादव और उसका भाई सत्यपाल यादव समेत तीन की गिरफ्तारी के बाद शिक्षक की नौकरी करने वाले बड़े़ गैंग का पता चल गया है। उन्होनेे कहा कि जिलेवार टीम काम कर रही हैं। बहुत जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी। ॥ सत्यप्रकाश सिंह एसटीएफ प्रभारी‚गोरखपुर॥ फर्जी कागजात तैयार कर पत्नी और भाई को भी बना दिया मास्टर साहब॥ भाभी और देवर की खुली कुंड़ली‚ फिर बहुतेरे फर्जी शिक्षक जा सकते हैं सलाखों के पीछे॥ सहजनवा का रहने वाला है फर्जी कागजात तैयार करने वाला सरगना॥
Sunday, October 4, 2020

75 फीसद अभिभावक बच्चों को नहीं भेजना चाहते विद्यालय
Thursday, September 24, 2020

कब खुलेंगे बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूल? जानिए क्या कहा, बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री ने
Wednesday, September 16, 2020

सरकारी नौकरी में संविदा मामले में भाजपा एमएलसी ने लिखा मुख्यमंत्री योगी को पत्र
Monday, September 7, 2020

गोरखपुर : कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों की शिक्षिकाओं का मानदेय होगा आधा, आक्रोश
Tuesday, September 1, 2020
गोरखपुर : नौकरी हथियाने के लिए एससी-एसटी बने गुप्ता जी, बर्खास्त
बीएसए गोरखपुर ने सोमवार को जिले के तीन शिक्षकों को फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी करने पर बर्खास्त कर दिया। इन शिक्षकों में से दो ने नौकरी हथियाने के लिए अपनी जाति ही बदल ली। दद्दन यादव नाम का व्यक्ति सिंह बन गया और संतोष गुप्ता संतोष कुमार बन गया। बर्खास्त किए गए सभी तीनों शिक्षकों से अब वेतन की रिकवरी होगी।
1996 में शिवबचन सिंह पुत्र भृगुनाथ सिंह की कैम्पियरगंज के प्राइमरी स्कूल में हेड शिक्षक के रूप में ज्वाइनिंग 15 जुलाई 1996 को हुई। ज्वाइनिंग लेटर में शिवबचन का पता व निवास प्रमाण पत्र रतसड़ बलिया है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा के पास मई 2020 में शिक्षक के वेतन की जानकारी आई जिसमें 192 मामले ऐसे थे जिनमे एक ही पैन कार्ड पर अलग-अलग एंट्री कई जिले की फाइलों में मिली। इसके आधार पर शिवबचन को निलंबित कर दिया गया। बलिया के असली टीचर ने इसकी शिकायत की।
शिकायतकर्ता के अनुसार कैम्पियरगंज में 1996 से नौकरी करने वाले शिक्षक का असली नाम ददन यादव बताया गया। शिकायतकर्ता के आधार पर जांच हुई जिसमे सारी बातें सही मिलीं। मामला सही मिलने पर शिक्षक को बर्खास्त कर दिया गया।
गोरखपुर के ब्रह्मपुर स्थित प्राइमरी स्कूल में 6 फरवरी 2010 में संतोष कुमार पुत्र छठ्ठू प्रसाद ने बतौर शिक्षक ज्वाइन किया था। 2019 में इनके प्रमाण पत्रों की जांच कराई गई। जांच में पता चला कि संतोष की जाति गुप्ता है जबकि इनकी तैनाती अनुसूचित जाति के कोटे से हुई है। इसके बाद संतोष को निलंबित कर जांच शुरू कर दी गई। मामला सही पाए जाने पर संतोष को बर्खास्त कर दिया गया।
एसटीएफ की जांच में पकड़ा गया फर्जीवाड़ा
वंदना पाण्डेय पुत्री नरेन्द्र पाण्डेय और पत्नी रमेश मिश्रा की तैनाती 2011 में सिद्धार्थनगर प्राइमरी स्कूल में हुई थी। अंतरजनपदीय तबादले में 2016 को जगंल कौड़िया के प्राइमरी स्कूल में वंदना की तैनाती हुई। एसटीएफ फील्ड यूनिट गोरखपुर के दिशा-निर्देश पर वंदना की प्रमाणपत्र की जांच शुरू हुई। जांच में पाया गया कि वंदना ने दूसरे के नाम की मार्कशीट बना पता छिपाते हुए नौकरी हासिल की है। मामले की पुष्टि होने पर वंदना को भी बर्खास्त कर दिया गया है।
अब तक की कार्रवाई
बर्खास्त हो चुके शिक्षक 61
निलंबित शिक्षक 34
बोले बीएसए
तीनों शिक्षक के प्रमाणपत्र फर्जी पाए जाने पर तीनों को बर्खास्त किया गया है। अब इनके खिलाफ एफआईआर कराकर वेतन की रिकवरी कराई जाएगी।

गोरखपुर : दीक्षा एप से मानव संपदा पोर्टल को करना है लिंक शासन के आदेश के बाद शिक्षकों की बढ़ी परेशानी, शिक्षकों के गले की फांस बना ऑनलाइन प्रशिक्षण
Tuesday, August 11, 2020

गोरखपुर : फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र के चलते शिक्षिका की विशिष्ट बीटीसी की डिग्री निरस्त, होगी कार्रवाई
Tuesday, August 4, 2020
