
Monday, September 14, 2020
Friday, September 11, 2020
Wednesday, August 19, 2020

प्रतापगढ़ में 17 परिषदीय शिक्षक मिले फर्जी, पांच पर एफआइआर
प्रतापगढ़ में 17 परिषदीय शिक्षक मिले फर्जी, पांच पर एफआइआर।
प्रतापगढ़ : दो शिक्षकों पर धोखाधड़ी का केस दर्ज, फर्जी दस्तावेजों से हासिल की थी नौकरी, बीईओ ने दी तहरीर।
फर्जी दस्तावेज के सहारे नौकरी हासिल करने वाले दो शिक्षकों पर बाघराय पुलिस ने धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की है। यह लोग कभी विद्यालय में नहीं आए। उनके अभिलेख फर्जी होने की जानकारी पर पुलिस ने बीईओ की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।
क्षेत्र के परिषदीय स्कूलों में फर्जी अभिलेख लगाकर नौकरी हथियाने वाले दो शिक्षक बिहार ब्लाक में भी मिले हैं। बीएसएफ की तहरीर पर बाघराय पुलिस ने उन पर भी मुकदमा दर्ज कर लिया है। बिहार विकास खंड के बीईओ आशीष पांडेय की तहरीर पर प्राथमिक विद्यालय शकरदहा में नियुक्त शिक्षक पुष्पा पटेल पुत्री रामलखन निवासी गांव चकनुद्दीनपुर थाना कोरांव प्रयागराज व प्राथमिक विद्यालय शकरदहा में तैनात सुनील कुमार शुक्ला पुत्र खेमचंद शुक्ल निवासी समा की सराय बेधनगोपालपुर थाना बाघराय के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है।
यह लोग फर्जी दस्तावेज के सहारे नौकरी कर रहेथे। बाघराय पुलिस ने उन पर धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया है। उधर, महेशगंज थाना क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय सरायस्वामी में कार्यरत शिवमूरत सिंह और प्राथमिक विद्यालय पूरेजनक राजापुर में कार्यरत कमलेश कुमार के खिलाफ खंड शिक्षा अधिकारी मोहम्मद रिजवान ने जालसाजी कूट रचित दस्तावेज तैयार कर नौकरी हासिल करने की तहरीर दी है। तहरीर मिलने के बाद पुलिस देर शाम दोनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की तैयारी में थी।
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फर्जीवाड़ा में 12 और शिक्षकों पर एफआईआर।

Tuesday, August 18, 2020

देवरिया में दो फर्जी शिक्षिकाएं बर्खास्त, अमेठी में पांच परिषदीय शिक्षकों की खतरे में नौकरी
देवरिया : : दूसरे के नाम पर नौकरी कर रहीं दो शिक्षकों को बीएसए ने सोमवार को बर्खास्त कर दिया। महानिदेशक स्कूल शिक्षा की जांच में मामला पकड़ में आने पर हुई जांच के बाद दोनों शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई हुई। दोनों शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर वेतन रिकवरी के निर्देश बीएसए ने दिए हैं।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा कार्यालय की जांच में जून में प्रदेशभर में एक ही पैन पर दो लोगों के नौकरी करने के 192 मामले मिले थे इनमें से सात मामले देवरिया के थे। इसकी जांच के दौरान प्राथमिक विद्यालय मुसैला खुर्द की प्रधानाध्यापक रेनूबाला और प्राथमिक विद्यालय नदावर घाट की प्रधानाध्यापक सीमा सिंह मोबाइल बंद कर गायब हो गई। सलेमपुर के खंड शिक्षा अधिकारी लक्ष्मीनारायण ने एक जुलाई को दोनों शिक्षकों को जरूरी कागज के साथ उपस्थित होने के लिए फोन करना चाहा तो दोनों का मोबाइल बंद मिला। इसके बाद खंड शिक्षा अधिकारी ने एक जुलाई को ही दोनों विद्यालयों का दौरा किया। इसमें सीमा सिंह अपने तैनातीस्थल प्राथमिक विद्यालय नदावर घाट में नहीं मिलीं। विद्यालय बंद मिला। वहीं मुसैला खुर्द प्राथमिक विद्यालय से प्रधानाध्यापिका रेनूबाला बिना सूचना के गायब मिलीं। इसकी सूचना खंड शिक्षा अधिकारी ने बीएसए को दी। बीएसए ने वेतन बाधित करते हुए दोनों शिक्षकों के पते पर नोटिस भेजकर जरूरी दस्तावेजों के साथ उपस्थित होने को कहा था।
अमेठी में पांच परिषदीय शिक्षकों की नौकरी खतरे में
अमेठी : अनामिका शुक्ला प्रकरण के बाद जिले के बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़े का एक और मामला प्रकाश में आया है। जहां विभिन्न ब्लॉकों में तैनात पांच शिक्षकों के अभिलेख पर जनपद फिरोजाबाद में भी पांच शिक्षकों द्वारा नौकरी पाए जाने का आरोप है। मामले में बीएसए ने इन सभी शिक्षकों का वेतन रोकते हुए उन्हें अपना पक्ष रखने को कहा है। साथ ही फिरोजाबाद बीएसए को पत्र लिखकर वहां तैनात शिक्षकों का वेरिफिकेशन कर उनकी अभिलेखों की छाया प्रति मांगी है। बेसिक शिक्षा विभाग में अलग-अलग ब्लॉकों के परिषदीय विद्यालय में कार्यरत 5 शिक्षकों के अभिलेखों पर किसी व्यक्ति ने बीएसए से फोन पर शिकायत की थी।

Friday, July 24, 2020

कौशाम्बी : डिप्टी सीएम पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाला शिक्षक सस्पेंड, सोशल मीडिया में वायरल हुआ था आडियो
कौशाम्बी :: विकास खंड कड़ा के प्राथमिक विद्यालय सौरई बुजुर्ग में तैनात शिक्षक अजय साहू को डिप्टी सीएम समेत स्थानीय भाजपा नेताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करना भारी पड़ गया है। एक भाजपा नेता की तहरीर व वायरल आडियो के आधार पर कड़ा कोतवाली पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी शिक्षक की तलाश शुरू कर दी है। वहीं, बीएसए ने आरोपी शिक्षक को सस्पेंड कर प्रकरण की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है। वीडियो सोशल साइट पर वायरल होने पर हड़कंप मच गया।
कड़ा के प्राथमिक विद्यालय सौरई बुर्जुग में तैतान शिक्षक अजय कुमार साहू का एक वीडियो बुधवार को सोशल साइट पर वायरल हो गया। उसकी आवाज किसी के साथ बात करते हुए सुनाई पड़ रही है आडियो में वह डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या, भाजपा नेता धर्मराज मौर्या के साथ ही स्थानीय कई सत्ताधारी दल के नेताओं का नाम लेते हुए अपशब्द कह रहा है। इस मामले की तहरीर भाजपा नेता धर्मराज मौर्या ने कड़ा कोतवाली में दी। पुलिस ने तहरीर व वायरल आडियो के आधार पर गुरुवार को आरोपी शिक्षक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली। कोतवाल राकेश तिवारी का कहना है कि रिपोर्ट दर्ज कर शिक्षक की तलाश शुरू कर दी है। वहीं, दूसरी तरफ वायरल आडियो और एफआईआर को आधार मानकर बीएसएफ राजकुमार पंडित ने आरोपी शिक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि तक शिक्षक को सरसवां ब्लॉक के बरौला प्राइमरी स्कूल से संबद्ध करने के साथ ही बीएसए ने प्रकरण की जांच के लिए दो खंड शिक्षा अधिकारियों की टीम गठित कर दी है।
जालसाजी में पकड़ी गई एक और शिक्षिका, रोका वेतन
मंझनपुर : परिषदीय स्कूलों में जालसाजी कर नौकरी करने वाले शिक्षकों की फेहरिश्त बढ़ती जा रही है। जिले के मूरतगंज विकासखंड क्षेत्र में एक और जालसाज शिक्षिका पकड़ी गई। भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से जारी बीएड की फेंक डिग्री लगाकर नौकरी करने वाली इस शिक्षिका के वेतन आहरण पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही संबंधित शिक्षण संस्थाओं को इसके अभिलेखों को सत्यापन कराने के लिए भेज दिया गया है।

Sunday, June 28, 2020

नकल माफिया चंद्रमा के स्कूल पर होगी कार्रवाई, रिपोर्ट हो रही तैयार, टीईटी पेपर लीक कराने की कोशिश में भी हुआ था गिरफ्तार
प्रयागराज : 69 हजार शिक्षक भर्ती परीक्षा मामले की जांच में जुटी एसटीएफ फरार चल रहे नकल माफिया चंद्रमा यादव के स्कूल पर भी कार्रवाई कर सकती है। टीईटी में धांधली की कोशिश के दौरान गिरफ्तार किए जाने पर चंद्रमा ने खुद बयान दिया था कि उसे अपने स्कूल से ही पेपर की फोटो खींचकर सॉल्वरों तक पहुंचाना था। अब 69 हजार शिक्षक भर्ती में वांछित होने के बाद एसटीएफ उसके स्कूल के बारे में भी जानकारी जुटाने में लगी है। 69 हजार शिक्षक भर्ती परीक्षा पास कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ चार जून को हुआ था जिसमें सरगना केएल पटेल समेत 11 लोग जेल भेजे जा चुके हैं। सरगना से पूछताछ में पता चला था कि वह टीईटी में धांधली की कोशिश करते गिरफ्तार हुए चंद्रमा यादव के भी लगातार संपर्क में था।
चंद्रमा धूमनगंज स्थित एक स्कूल का प्रबंधक है और कई राजनेताओं से भी उसके संबंध होने की बात सामने आई थी। 69 हजार शिक्षक भर्ती परीक्षा पास कराने वाले गिरोह के भंडाफोड़ मामले की जांच में जुटी एसटीएफ को यह भी पता चला है कि चंद्रमा व सरगना केएल पटेल ने पूर्व में कई अन्य परीक्षाओं में भी धाधली की। पिछले साल रेलवे परीक्षाओं में भी उन्होंने सेंध लगाने की कोशिश की थी। चंद्रमा से पूछताछ में सामने आया था कि वह अपने ही स्कूल से टीईटी के पेपर की फोटो खींचकर व्हाट्सएप पर सॉल्वरों तक भेजने वाला था जिसके बाद उसे सॉल्व कॉपी मिलती और वह इसे अपने संटिंग वाले परीक्षार्थियों तक पहुंचाता। यही वजह है कि एसटीएफ चंद्रमा के स्कूल के बारे में भी जानकारी जुटाने में लग गई है। पता लगाया जा रहा है कि इससे पहले अन्य किन-किन परीक्षाओं के लिए इस स्कूल को केंद्र बनाया गया। क्या उन परीक्षाओं में भी किसी तरह की धांधली हुई। मामले में औपचारिक रूप से एसटीएफ अफसर कुछ भी बताने को तैयार नहीं हैं।
69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में भी एसटीएफ ने किया है वांछित

Thursday, June 25, 2020

कासगंज : एसआईटी जांच में दोषी पांच शिक्षक फरार, तीन पर मुकदमा दर्ज, दो पर कार्रवाई अभी शिथिल
कासगंज। वर्ष 2004-05 की बीएड डिग्री पर जालसाजी कर नौकरी हासिल कर चुके 91 में से 5 शिक्षक दोषी पाए जा चुके हैं। न्यायालय से इन्हें राहत नहीं मिली। उसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने उनकी सेवाएं समाप्त कर विधिक कार्रवाई शुरू की। तीन शिक्षकों के खिलाफ संबंधित थानों में मुकदमा दर्ज हो चुका है, जबकि दो के खिलाफ कार्रवाई शिथिल है। हालांकि फर्जी पाए गए पांचों शिक्षक फरार हो चुके हैं और उनके मोबाइल बंद हैं। अब पुलिस उनकी तलाश में संभावित स्थानों पर दबिश दे रही है। पिछले साल अक्टूबर में एसआईटी ने शिक्षक फर्जीवाड़े की रिपोर्ट बेसिक शिक्षा विभाग को सौंपी।
इन 91 शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दी गई। बाद में उच्च न्यायालय के निर्देश पर फिर बहाली हुई। उसके बाद से बेसिक शिक्षा विभाग उच्च न्यायालय में पैरवी कर रहा है। न्यायालय में जिले के बेसिक शिक्षा विभाग ने अपने तर्क रखे। जिसमें 5 शिक्षकों का फर्जीवाड़ा स्पष्ट हो गया, जबकि 86 की सुनवाई विचाराधीन है। फर्जी पांचों शिक्षकों की सेवाएं समाप्त करने के बाद बीएसएफ ने इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों को दिए। अमांपुर, गंजडुंडवारा और सोरों के खंड शिक्षाधिकारी तीन पर मुकदमा दर्ज करा चुके हैं।
फर्जी शिक्षिका व वार्डन ने लिया 34 लाख से अधिक का मानदेय
कासगंज। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में नियुक्ति के नाम पर हुए फर्जीवाड़े से शिक्षा विभाग को लाखों की चपत लग गई। फर्जी दस्तावेज पर नौकरी करती रहीं रानामऊ को शिक्षिका और हुमायूंपुर की वार्डन लगभग 34 लाख रुपये से अधिक का मानदेय ले चुकी हैं। अब इसकी बिक्री कर विभाग के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। दोनों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है।


प्रयागराज : फर्जी अनामिका बनकर नौकरी करने वाली सरिता पर मुकदमा, कानपुर देहात स्थित घर पर छापा मारने के बाद पुलिस ने की कार्यवाई
प्रयागराज। सोरांव के कस्तूरबा गांधी विद्यालय में फर्जी अनामिका शुक्ला बनकर नौकरी करने वाली सविता यादव को पुलिस ने एफआईआर में नामजद कर लिया है। इंस्पेक्टर ने बताया कि सरिता के गांव में उसकी फोटो की तस्दीक होने के बाद उसे अनामिका वाली एफआईआर में सरिता को नामजद कर लिया। इसके साथ ही अब उसे नौकरी दिलाने वाले पुष्पेंद्र और आनंद को भी नामजद किया जाएगा। सरिता की तलाश में पुलिस की एक टीम को दोबारा कानपुर देहात भेजा गया है। अनामिका प्रकरण की जांच कर रहे इंस्पेक्टर कर्नलगंज एके त्यागी ने बताया कथित अनामिका की फोटो पुलिस कानपुर देहात स्थित चंदनपुर गांव पहुंचे तो तो सविता यादव के घर में ताला लगा था। ग्राम प्रधान तथा अन्य ग्रामीणों ने बताया फोटो सविता यादव की ही है। जांच में पता चला एसटीएफ ने कानपुर से जिस आनंद सिंह को गिरफ्तार किया था, सरिता उसी की रिश्तेदार है। उसने न सिर्फ सरिता की नौकरी लगाई बल्कि उसकी भाभी बबली तथा चचेरी बहन और भाई की भी नौकरी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लगवा दी थी। इंस्पेक्टर ने बताया कि अब तक की जांच से साफ हो गया है की आनंद सिंह और पुष्पेंद्र सिंह की मदद से ही इलाहाबाद की कथित अनामिका सरिता यादव ने नौकरी पाई थी। यहां की एफआईआर में भी पुष्पेंद्र और आनंद सिंह को आरोपी बनाया जाएगा। फिलहाल पुलिस सरिता को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है। पुलिस की एक टीम कानपुर देहात फिर भेजी गई है।
वेरिफिकेशन करने वाले अफसर से होगी पूछताछ
प्रयागराज। अनामिका शुक्ला के नाम से नौकरी करने वाली सविता यादव को सिर्फ फोटो स्टेट के आधार पर नौकरी दे दी गई। अधिकारियों ने फोटोस्टेट दस्तावेज का वेरिफिकेशन बिना ओरिजिनल दस्तावेजों को देखे कर दिया। इंस्पेक्टर कर्नलगंज एके त्यागी ने बताया कि जिस अफसर ने फोटो स्टेट दस्तावेजों के आधार पर अंक पत्रों को वैरीफाई किया, उससे भी पूछताछ होगी।
सरिता के गांव चंदनपुर के प्रधान समेत तमाम लोगों ने की पहचान
कर्नलगंज पुलिस को घर पर लगा मिला ताला

Sunday, March 8, 2020
Thursday, February 20, 2020
Thursday, January 30, 2020
Thursday, December 5, 2019

फतेहपुर : निरीक्षण में गैरहाजिर रहने पर बीएसए ने की शिक्षामित्र की सेवा समाप्त, दो प्रधानाध्यापकों की वेतनवृद्धि पर लगाई रोक
दो प्रधानाध्यापकों की वेतनवृद्धि रोकी, शिक्षामित्र को नोटिस
Friday, November 22, 2019

हरदोई : छह फर्जी शिक्षकों की सेवा समाप्त, रिपोर्ट के आदेश, एसआईटी की जांच में जाली पाए गए प्रमाणपत्र, लपेटे में आ सकते हैं अभी भी कई शिक्षक
जांच में जुटी टीम

Saturday, November 2, 2019

फतेहपुर : बीएसए के निरीक्षण में पढ़ाई- लिखाई की खुली पोल, तीन स्कूलों के शिक्षकों पर हुई कार्रवाई
निरीक्षण में गायब मिले शिक्षक
निरीक्षण-एक: बीएसए और एमडीएम के जिला समन्वयक आशीष दीक्षित सबसे पहले कंपोजिट मुराइन टोला पहुंचे। स्कूल में अध्यापक उपस्थित रहे तो शिक्षामित्र बिना सूचना के गायब मिले। तहरी में मानक के अनुसार सोयाबीन व अन्य सब्जियों का अभाव पाया। पुस्तकालय में किताबों की सूची नहीं मिली, खेल किट भी नहीं उपलब्ध थी। छात्रों में जूतों का अभी तक वितरण न होने की बात भी सामने आई। इस सब पर उन्होंने प्रधानाध्यापिका का एक दिन का वेतन रोकने के आदेश दिए।
निरीक्षण-दो: कंपोजिट विद्यालय पुलिस लाइन में प्रधानाध्यापक गैर हाजिर पाए गए। दोपहर 12:45 तक छात्र उपस्थिति दर्ज नहीं की गई थी। एमडीएम की पंजिका अपूर्ण मिली। पूरे स्टाफ से एक सप्ताह के अंदर स्पष्टीकरण मांगा गया और प्रधानाध्यापक से जवाब तलब किया गया।
निरीक्षण-तीन: प्राथमिक विद्यालय त्रिलोकीपुर के निरीक्षण में सभी अध्यापक उपस्थित पाए तो एमडीएम मेन्यू के अनुसार ठीक पाया। शौचालय और हैंडपंप की दशा अच्छी होने पर संतोष जाहिर किया।
निरीक्षण-चार : उच्च प्राथमिक विद्यालय त्रिलोकीपुर के निरीक्षण में सभी अध्यापक उपस्थित पाए गए तो मिड डे मील मेन्यू के अनुसार मिला। छात्र संख्या कम पाए जाने पर स्टाफ को जमकर फटकार लगाई। पूरे स्टाफ को एक सप्ताह के अंदर स्पष्टीकरण देने के आदेश दिए।
कंपोजिट विद्यालय मुराईन टोला का निरीक्षण करते बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह’ जागरण

Friday, October 25, 2019
Saturday, October 19, 2019

प्रयागराज : शिक्षा विभाग में फर्जी नियुक्ति पत्र पर केस, अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक ने दर्ज कराई एफआईआर
फर्जी नियुक्तियों का आदेश जारी होने पर एफआइआर
October 27, 2019
राब्यू, प्रयागराज: शिक्षा विभाग के प्रमुख संस्थानों में परिचारक, वाहन चालक, लेखाकार, कनिष्ठ सहायक जैसे पदों पर फर्जी नियुक्तियों का राजफाश होने पर अधिकारी हरकत में आ गए। फर्जी नियुक्तियों का आदेश शिक्षा निदेशालय प्रयागराज के पूर्व अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक के हस्ताक्षर से जारी हुआ था।
इस पर अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक डॉ. महेंद्र देव ने शनिवार को सिविल लाइंस थाना प्रयागराज में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करा दिया। साथ ही नियुक्तियों के आदेश और पूर्व अपर निदेशक के हस्ताक्षर को फर्जी करार देते हुए उसके आधार पर किसी को ज्वाइन न कराने, यदि किसी ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है तो उसकी सेवाएं समाप्त करने का निर्देश दिया है। बीते 18 अक्टूबर को शिक्षा विभाग के विभिन्न संस्थाओं में फर्जी हस्ताक्षर से नियुक्ति करने का आदेश जारी होने का खुलासा हुआ था।
अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक के फर्जी हस्ताक्षर से शिक्षा विभाग में परिचारक, वाहन चालक, कनिष्ठ सहायक व लेखाकार के 15 पदों पर नियुक्तियां कर दी गईं। फर्जीवाड़ा का खुलासा होने के बाद अपर निदेशक डॉ. महेन्द्र देव ने विभिन्न अफसरों को पत्र लिखकर एफआईआर के निर्देश दिए हैं।
फर्जी आज्ञा दिखाकर 17 दिसंबर 2018-19 को अपर निदेशक रमेश के हस्ताक्षर से नियुक्ति पत्र जारी किया गया है। जबकि उस समय रमेश अपर निदेशक पद पर तैनात नहीं थे। अत: नियुक्ति पत्र पूरी तरह फर्जी माना जा रहा है। यही नहीं शिक्षा निदेशालय प्रयागराज में नियुक्ति-4 नाम का कोई अनुभाग नहीं है। शासन ने परिचारक (चपरासी-चतुर्थ श्रेणी) पद की भर्ती पर रोक लगा रखी है।लेखाकार के नियुक्ति प्राधिकारी निदेशक आंतरिक लेखा एवं लेखा परीक्षा है इसलिए अपर निदेशक नियुक्ति कर ही नहीं सकते। अधीनस्थ कार्यालयों के कनिष्ठ सहायक के नियुक्ति प्राधिकारी संबंधित मंडल के मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक हैं।
डॉ. महेन्द्र देव ने संबंधित अफसरों को फर्जी नियुक्ति पत्र के क्रम में लिखा है कि यदि किसी व्यक्ति को कार्यभार ग्रहण करा लिया गया है तो तत्काल उसकी सेवाएं समाप्त करते हुए उसके अभिलेखों के आधार पर केस दर्ज कराएं। जालसाजी की सूचना एससीईआरटी,सभी जिला विद्यालय निरीक्षक,संयुक्त शिक्षा निदेशक आदि को भेजी गई है। हालांकि इस संबंध में डॉ. महेन्द्र देव से संपर्क नहीं हो सका।।
