यूपी बोर्ड की कॉपियां लेकर पहुंचे शिक्षक की मुजफ्फरनगर में हत्या के विरोध में किया शिक्षकों का कार्य बहिष्कार, कई केंद्रों पर शिक्षकों ने नहीं जांचीं कॉपियां
प्रयागराज । यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट कॉपियां वाराणसी से लेकर मुजफ्फरनगर पहुंचे राजकीय हाईस्कूल महंगाव वाराणसी के शिक्षक धर्मेन्द्र कुमार की हत्या के विरोध में सोमवार को 13 जिलों के 34 केंद्रों पर शिक्षकों ने कॉपियां नहीं जांची। यूपी बोर्ड की ओर से सभी 75 जिलों में निर्धारित 259 मूल्यांकन केंद्रों में से 225 में सोमवार को कुल 29,32,990 कॉपियां जांची गई।
तीन दिन में 67,31,957 उत्तरपुस्तिकाएं जांची जा चुकी हैं। सोमवार को प्रयागराज के सात, मुजफ्फरनगर के पांच, वाराणसी के चार, लखनऊ, चंदौली व सिद्धार्थनगर के तीन-तीन, सोनभद्र व बहराइच के दो-दो, गोरखपुर, संभल, कन्नौज, जालौन व अमेठी के एक-एक केंद्र पर मूल्यांकन कार्य स्थगित रहा।
■ धर्मेन्द्र कुमार की मौत पर जीआईसी में गरजे शिक्षक, सभा कर दी श्रद्धांजलि
■ जीआईसी में शिक्षकों ने की सभा, केंद्रों पर जमकर की नारेबाजी
■ मृतक के आश्रित को एक करोड़ मुआवजा के साथ जांच की उठाई मांग
हत्या के विरोध में कार्य बहिष्कार करते हुए शिक्षकों ने राजकीय इंटर कॉलेज में प्रदर्शन किया और सभा कर श्रद्धांजलि दी। सभा में शिक्षक नेताओं ने मृतक के आश्रित को एक करोड़ मुआवजा, पत्नी आश्रित को सेवानिवृत्ति तक पूर्ण वेतन और हत्याकांड की जांच व तत्काल न्याय की मांग उठाई।
माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व एमएलसी सुरेश कुमार त्रिपाठी, ठकुराई गुट के प्रदेश महामंत्री लालमणि द्विवेदी, राजकीय शिक्षक संघ के रामेश्वर पांडे, रवि भूषण, अनुज कुमार पांडे, राम प्रकाश पांडे, जगदीश प्रसाद, रविंद्र कुमार त्रिपाठी, कौशलेश प्रसाद त्रिपाठी, उमेश कुमार द्विवेदी, डॉ. विक्रमजीत यादव, डॉ. चन्द्र मणि, सुधीर कुमार मिश्र आदि ने मूल्यांकन केंद्रों पर पहुंचकर मूल्यांकन बंद करवाया और शोक सभा की।
प्रदर्शन करने वालों में अरुण यादव, मौजूद अहमद, ओपी यादव, जुबेर अहमद, राकेश पांडेय, अभय उपाध्याय, डीडी ओझा, राकेश निर्मल, राजकुंवर, रवि त्रिपाठी, डॉ. देवी शरण त्रिपाठी, डॉ. सुनील कुमार शुक्ल, विनोद कुमार सिंह, मोहन चौधरी, अंजनी कुमार सिंह, शांति भूषण, योगेश कुमार मिश्रा, आदि शामिल रहे। माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट के प्रदेश उपाध्यक्ष उपेन्द्र वर्मा, प्रदेश संरक्षक डॉ. हरिप्रकाश यादव, देवराज सिंह, लक्ष्मी नारायण, यशवंत यादव, मो. जावेद, मिथलेश मौर्य, सुरेंद्र प्रताप, तीर्थराज पटेल, मंत्री सुरेश पासी व अशोक कनौजिया ने भी प्रदर्शन किया।
शिक्षक की सिपाही द्वारा गोलियां बरसाकर हत्या किये जाने के मामले में विभाग हुआ गंभीर, परिवार के लिए आर्थिक सहायता के लिए शासन को भेजी रिपोर्ट
मुजफ्फरनगर। जनपद में वाराणसी से यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिका लेकर आये शिक्षक धर्मेन्द्र कुमार सिंह की सिपाही चन्द्रप्रकाश द्वारा सरकारी कार्बाइन से गोयिलां बरसाकर हत्या किये जाने के मामले में शासन भी गंभीर है तो शिक्षा जगत में शोक का वातावरण बना हुआ है।
उत्तर प्रदेश के शिक्षा निदेशक माध्यमिक डाॅ. महेन्द्र देव द्वारा जनपद से डीआईओएस डाॅ. धर्मेन्द्र शर्मा की भेजी गई रिपोर्ट पर त्वरित कार्यवाही करते हुए शासन से पीड़ित परिवार के लिए आर्थिक सहायता मांगी है।
सोमवार को शिक्षक धर्मेन्द्र सिंह का कत्ल होने के बाद मूल्यांकन केन्द्र चौ. छोटूराम इंटर काॅलेज के बाहर सरकूलर रोड को जाम कर धरना देने वाले शिक्षकों के बीच कई नेता भी पहुंचें।
वहीं दूसरी ओर डीआईओएस डाॅ. धर्मेन्द्र शर्मा द्वारा भेजी गई रिपोर्ट के आधार पर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक डाॅ. महेन्द्र देव ने भी शिक्षक की हत्या पर संवेदना व्यक्त करने के साथ ही शासन को परिवार के लिए आर्थिक सहायता अविलम्ब घोषित करने की मांग करते हुए रिपोर्ट भेज दी है।
शराब के नशे में बार-बार मांग रहा था तंबाकू, विरोध करने पर सिपाही ने सरकारी कार्बाइन से अधाधुंध गोलियां बरसाकर ले ली शिक्षक की जान
यूपी बोर्ड की कॉपियां लेकर एक टीम बनारस से मुजफ्फरनगर आई थी। गाड़ी में किसी बात को लेकर सिपाही और शिक्षक के बीच बहस शुरू हो गई। विवाद इतना ज्यादा बढ़ गया कि सिपाही ने टीचर पर कई राउंड फायरिंग कर दी जिससे उसकी मौत हो गई।
मुजफ्फरनगर: यूपी के मुजफ्फरनगर से बड़ी वारदात सामने आई है। रविवार देर रात यहां मामूली सी बात पर एक पुलिसकर्मी ने स्कूल टीचर पर गोलियां बरसा दीं। टीचर की मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि वाराणसी से एक पुलिस टीम यूपी बोर्ड की कॉपियां लेकर मुजफ्फरनगर आई थी। इसी दौरान गाड़ी में किसी बात को लेकर बहस होने लगी।
देखते ही देखते हेड कॉन्स्टेबल ने शिक्षक पर कार्बाइन से कई राउंड फायरिंग कर दी। यह घटना सिविल लाइन थाना क्षेत्र के एसडी इंटर कॉलेज के पास हुआ। गोलाबारी के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। पुलिस ने आरोपी पुलिसकर्मी को हिरासत में ले लिया, जबकि शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
पुलिस के अनुसार, यूपी बोर्ड उत्तर पुस्तिकाओं को मूल्यांकन के लिए एक ट्रक में भरकर वाराणसी से लाया गया था। ट्रक में सवार शिक्षक और उनकी सुरक्षा में चल रहे पुलिसकर्मी के बीच किसी बात को लेकर हुए विवाद के बाद फायरिंग हुई। पुलिसकर्मी की सरकारी रायफल की गोली लगने से शिक्षक की मौत हो गई। शिक्षक मूल रूप से जनपद चंदौली का बताया जा रहा है।
14 मार्च को बनारस से चली थी टीम
एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि मुख्य आरक्षी चन्द्रप्रकाश ने अध्यापक धर्मेन्द्र कुमार को गोली मार दी। वाराणसी से यूपी बोर्ड हाईस्कूल परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं लेकर अध्यापक धर्मेन्द्र कुमार और संतोष कुमार एक पुलिस टीम के साथ 14 मार्च को चले थे। प्रयागराज, शहाजहांपुर, पीलीभीत, मुरादाबाद, बिजनौर में कॉपियां उतारकर ये लोग देर रात में मुजफ्फरनगर पहुंचे थे। एसडी इंटर कॉलेज का दरवाजा बंद होने के कारण गाड़ी में ही विश्राम कर रहे थे। गाड़ी में आगे ड्राइवर के साथ सब इंस्पेक्टर नागेंद्र चौहान और अध्यापक संतोष कुमार थे। पीछे मुख्य आरक्षी चन्द्रप्रकाश, अध्यापक धर्मेन्द्र कुमार और दोनों चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे।
किसी को आराम नहीं करने दे रहा था मुख्य आरक्षी
पुलिस ने बताया कि अभी तक ये जानकारी मिली है कि मुख्य आरक्षी चन्द्रप्रकाश शराब के नशे में था और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से बार-बार तंबाकू मांग रहा था और किसी को आराम नहीं करने दे रहा था। जब अध्यापक धर्मेन्द्र कुमार ने इस पर आपत्ति की तो चन्द्रप्रकाश ने उन पर सरकारी कार्बाइन से फायरिंग कर दी। गोली लगने से अध्यापक धर्मेन्द्र गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
Muzaffarnagar: तंबाकू देने से किया इनकार तो सिपाही ने टीचर को गोलियों से भूना, सरकारी कार्बाइन से किए कई राउंड फायर
Muzaffarnagar News: हत्यारोपी सिपाही शराब के नशे में था और वह रात के समय टीचर से तंबाकू की मांग कर रहा था. तंबाकू ना देने पर आरोपी सिपाही ने इस घटना को अंजाम दे डाला. गोलियों की आवाज से मौके पर हड़कंप मच गया.
यूपी के मुजफ्फरनगर में एक सिपाही ने टीचर की गोली मारकर हत्या कर दी. सिपाही ने सरकारी कार्बाइन से टीचर को गोली मारी. घटना के वक्त सिपाही और टीचर एक ही वाहन में सवार थे. वे यूपी बोर्ड हाई स्कूल परीक्षा की कॉपी लेकर वाराणसी से मुजफ्फरनगर आए थे. तभी वाहन में दोनों के बीच विवाद हो गया, जिसके चलते सिपाही ने ये खौफनाक कदम उठा डाला.
जानकारी के मुताबिक, देर रात वाराणसी से यूपी बोर्ड हाई स्कूल परीक्षा की कॉपी लेकर मुजफ्फरनगर पहुंची टीम में शामिल एक पुलिस ने मामूली बात पर साथ बैठे एक टीचर को गोलियों से भून डाला. घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल टीचर को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टर द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया.
फिलहाल, पुलिस ने मृतक टीचर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है, साथ ही टीम में शामिल सभी लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है. घटना के बाद मृतक के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है.
बताया जा रहा है कि हत्यारोपी सिपाही शराब के नशे में था और वह रात के समय टीचर से तंबाकू की मांग कर रहा था. तंबाकू ना देने पर आरोपी सिपाही ने इस घटना को अंजाम दे डाला. गोलियों की आवाज से मौके पर हड़कंप मच गया.
दरअसल, 14 मार्च को वाराणसी से एक टीम यूपी बोर्ड हाई स्कूल परीक्षा की कॉपी लेकर अन्य जनपदों में स्थित कॉलेज में जमा करने के लिए निकली थी. जिसमें टीचर धर्मेंद्र कुमार, संतोष कुमार और पुलिस टीम में उप निरीक्षक नागेंद्र चौहान मुख्य आरक्षी चंद्र प्रकाश के साथ दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जितेंद्र मौर्य व कृष्ण प्रताप शामिल थे.
यह टीम प्रयागराज, शाहजहांपुर, पीलीभीत, मुरादाबाद और बिजनौर में कॉपियां उतारकर रविवार की देर रात मुजफ्फरनगर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र स्थित एसडी इंटर कॉलेज पर पहुंची थी. लेकिन कॉलेज के गेट बंद होने के चलते टीम रात के समय गाड़ी में ही आराम कर रही थी.
बताया गया कि इसी दौरान टीम में शामिल कॉन्स्टेबल चंद्रप्रकाश द्वारा टीचर धर्मेंद्र कुमार से तंबाकू की मांग की गई, जिस पर तंबाकू ना देने के चलते शराब के नशे में चूर चंद्रप्रकाश ने अपनी कार्बाइन से टीचर धर्मेंद्र पर फायरिंग कर दी. जिसमें कई गोलियां लगने से टीचर धर्मेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गए.
घटना की सूचना पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने घायल टीचर को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उपचार के दौरान टीचर को मृत घोषित कर दिया. जिसके बाद पुलिस ने जहां टीचर के शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया तो वहीं टीम में शामिल सभी लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है.
पुलिस ने क्या बताया?
इस घटना की अधिक जानकारी देते हुए एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापति ने बताया कि दिनांक 17/18 मार्च 2024 की रात्रि में लगभग 1:45 पर थाना सिविल लाइन को सूचना प्राप्त हुई की एसडी इंटर कॉलेज के सामने एक धर्मेंद्र नामक युवक को गोली लगी है. इस सूचना पर थाना पुलिस द्वारा तुरंत मौके पर पहुंचकर जब जानकारी की गई तो यह प्रकाश में आया कि वाराणसी से यूपी हाईस्कूल की कॉपी जमा कराने के लिए एक टीम जनपद वाराणसी से दिनांक 14 मार्च को चली थी. जिसमें दो अध्यापक, दो चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी एवं सुरक्षा गार्ड में एक सब इंस्पेक्टर और एक हेड कांस्टेबल तैनात थे. इसके अलावा ड्राइवर और कंडक्टर भी थे.
यह लोग अलग-अलग जनपदों में कॉपियां वितरित करते हुए देर शाम जनपद मुजफ्फरनगर पहुंचे थे, जहां एसडी इंटर कॉलेज में इनको कॉपी जमा करनी थी लेकिन गेट बंद होने की वजह से यह सभी लोग अपनी गाड़ी बाहर खड़ी करके विश्राम कर रहे थे. इसमें शामिल एक हेड कॉन्स्टेबल चंद्र प्रकाश द्वारा धर्मेंद्र नामक व्यक्ति को परेशान किया जा रहा था. कॉन्स्टेबल बार-बार उनसे तंबाकू भी मांग रहा था. धर्मेंद्र ने जब इस बात पर आपत्ति जाहिर की तो चंद्रप्रकाश के द्वारा अपनी कार्बाइन से फायर कर दिया गया. जिसमें धर्मेंद्र को कई राउंड गोलियां लगी हैं.