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Monday, April 30, 2018

कानपुर देहात : शब-ए-बारात का पर्व 1 मई को मनाए जाने के कारण पूर्व घोषित 2 मई के स्थानीय अवकाश में संशोधन सम्बन्धी आदेश जारी, देखें

कानपुर देहात : शब-ए-बारात का पर्व 1 मई को मनाए जाने के कारण पूर्व घोषित 2 मई के स्थानीय अवकाश में संशोधन सम्बन्धी आदेश जारी, देखें।

बहराइच : शब-ए-बारात का पर्व 1 मई को मनाए जाने के कारण पूर्व घोषित 2 मई के स्थानीय अवकाश में संशोधन सम्बन्धी आदेश जारी, देखें

बहराइच : शब-ए-बारात का पर्व 1 मई को मनाए जाने के कारण पूर्व घोषित 2 मई के स्थानीय अवकाश में संशोधन सम्बन्धी आदेश जारी, देखें

कानपुर : 1 मई को शब-ए-बारात का अवकाश एवं 2 मई से विद्यालय का संचालन 7 से 11 बजे तक किये जाने सम्बन्धी आदेश जारी, आदेश देखें

कानपुर : 1 मई को शब-ए-बारात का अवकाश एवं 2 मई से विद्यालय का संचालन 7 से 11 बजे तक किये जाने सम्बन्धी आदेश जारी, आदेश देखें।

फतेहपुर : डीएलएड 2017 प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा शुचितापूर्ण एवं नकलविहीन सम्पादित कराने हेतु समस्त परीक्षा केंद्रों के लिए पर्यवेक्षक नामित, देखें

फतेहपुर : डीएलएड 2017 प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा शुचितापूर्ण एवं नकलविहीन सम्पादित कराने हेतु समस्त परीक्षा केंद्रों के लिए पर्यवेक्षक नामित, देखें।

हरदोई : शब-ए-बारात का पर्व 1 मई को मनाए जाने के कारण पूर्व घोषित 2 मई के स्थानीय अवकाश में संशोधन सम्बन्धी विज्ञप्ति जारी, देखें

हरदोई : शब-ए-बारात का पर्व 1 मई को मनाए जाने के कारण पूर्व घोषित 2 मई के स्थानीय अवकाश में संशोधन सम्बन्धी विज्ञप्ति जारी, देखें

चन्दौली : महिला एवं दिव्यांग शिक्षकों को पसंदीदा विद्यालय, पुरुष शिक्षकों को रोस्टर के अनुसार मिलेगी तैनाती

जासं, चंदौली : शिक्षकों के रिक्त पड़े 216 पदों के लिए रविवार को बीएसए कार्यालय में काउंसिलिंग हुई। पहले दिन महिला और दिव्यांग अभ्यर्थियों को बुलाया गया। उन्हें विद्यालयों का स्वयं चयन करने का आप्शन दिया गया। सोमवार को रोस्टर के अनुसार पुरुष शिक्षकों को विद्यालय स्वीकृत किए जाएंगे। 1प्रदेश में 12416 पदों के लिए नवंबर 2016 में ही कट आफ मेरिट जारी हो गई। सभी जिलों में काउंसिलिंग भी करा ली गई लेकिन नियुक्ति के दो दिन पूर्व ही सरकार ने नई तैनाती पर रोक लगा दी थी। एक साल तीन महीने तक नियुक्ति पर रोक लगी रही। न्यायालय के निर्देश पर सरकार ने पुन: काउंसिलिंग कराने को कहा। 29 अप्रैल को काउंसिलिंग शुरू हुई।

पहले दिन 120 महिला व दिव्यांगों ने बीएसए भोलेंद्र प्रताप सिंह के समक्ष सभी खंड शिक्षा अधिकारियों की मौजूदगी में काउंसिलिंग कराई। इस बार यह व्यवस्था थी कि महिलाएं या दिव्यांग अपने विद्यालय का चयन स्वयं करें। काउंसिलिंग के लिए आए शिक्षकों ने कार्यालय के बाहर चस्पा विद्यालयों की सूची देखकर ही आए, उन्होंने जो विद्यालय मांगा उनकी वहां तैनाती की गई। इसके पूर्व अधिकारी स्वयं विद्यालयों का आवंटन करते थे। नई व्यवस्था को शिक्षकों ने पारदर्शी बताया। सोमवार को पुरुष शिक्षकों को विकास खंडवार रोस्टर के अनुसार विद्यालयों का आवंटन किया जाएगा।

रह गए 12 पद खाली : 1216 पदों के सापेक्ष जिले में शिक्षकों के 12 पद खाली रह गए। इन पदों में एसटी, भूतपूर्व सैनिक व अन्य कैटगरी के अभ्यर्थी ही नहीं थे। इसलिए कुल 204 पदों पर ही काउंसिलिंग कराई गई। बीएसए के अनुसार खाली पदों की सूची निदेशालय भेज दी गई है। वहीं जिन पदों पर काउंसिलिंग हुई है उन्हें एक मई को तैनाती मिलेगी।

चन्दौली : टेट पास शिक्षामित्रों ने काउंसलिंग के लिए अनुमति न मिलने पर जताई नाराजगी, विभागीय अधिकारियों पर मनमानी का लगाया आरोप

चन्दौली : टेट पास शिक्षामित्रों ने काउंसलिंग के लिए अनुमति न मिलने पर जताई नाराजगी, विभागीय अधिकारियों पर मनमानी का लगाया आरोप।

कौशाम्बी : 1 मई को शब-ए-बारात का अवकाश एवं 2 मई से विद्यालय का संचालन 7 से 11 बजे तक किये जाने सम्बन्धी आदेश जारी, आदेश देखें

कौशाम्बी : 1 मई को शब-ए-बारात का अवकाश एवं 2 मई से विद्यालय का संचालन 7 से 11 बजे तक किये जाने सम्बन्धी आदेश जारी, आदेश देखें

गाजीपुर : वर्ष 2018-19 में अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों में रिक्त पदों के सापेक्ष शिक्षण हेतु कार्यरत शिक्षकों द्वारा आवेदन किये जाने हेतु विज्ञप्ति जारी, देखें

गाजीपुर : वर्ष 2018-19 में अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों में रिक्त पदों के सापेक्ष शिक्षण हेतु कार्यरत शिक्षकों द्वारा आवेदन किये जाने हेतु विज्ञप्ति जारी, देखें।

सीबीएसई : समय पर जारी होगा 10 वीं और 12 वीं का परीक्षा परिणाम, मई के तीसरे सप्ताह से अंतिम सप्ताह में 12 वीं और उसके बाद 10 वीं का आएगा परिणाम

सीबीएसई : समय पर जारी होगा 10 वीं और 12 वीं का परीक्षा परिणाम, मई के तीसरे सप्ताह से अंतिम सप्ताह में 12 वीं और उसके बाद 10 वीं का आएगा परिणाम।


नई दिल्ली : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) बारहवीं व दसवीं कक्षा की परीक्षाओं का परिणाम समय पर जारी करेगा। सीबीएसई अधिकारियों का कहना है कि प्रश्नपत्र लीक होने व दोबारा परीक्षा आयोजित कराए जाने से परीक्षा परिणाम जारी करने में देरी नहीं होगी। मई के तीसरे सप्ताह से अंतिम सप्ताह के बीच 12वीं का परीक्षा परिणाम जारी कर दिया जाएगा। इसके कुछ दिनों बाद ही 10वीं का परीक्षा परिणाम जारी किया जाएगा।1सीबीएसई ने दसवीं व बारहवीं की परीक्षाएं 5 मार्च से शुरू की थी। इसके तहत 12वीं के छात्रों के लिए 26 मार्च को अर्थशास्त्र व 10वीं के छात्रों के लिए 28 मार्च को गणित की परीक्षा आयोजित की गई थी। इन दोनों विषयों का प्रश्नपत्र लीक हो जाने के बाद सीबीएसई ने 30 मार्च को इनकी आयोजित हुई परीक्षाओं का रद कर दिया था। इसी कड़ी में 25 अप्रैल को 12वीं के छात्रों के लिए अर्थशास्त्र की परीक्षा दोबारा आयोजित की थी। वहीं छात्र हितों को ध्यान में रखते हुए 10वीं गणित की परीक्षा रद करने का फैसला वापस ले लिया गया था। 12वीं की परीक्षा रद होने से परीक्षा परिणाम देरी से जारी होने के कयास लगाए जा रहे थे। वहीं सीबीएसई का कहना है कि अन्य वर्षो की तरह ही इस वर्ष भी परीक्षा परिणाम समय पर जारी किए जाएंगे। पिछले वर्ष सीबीएसई ने 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 28 मई को जारी किया था।


महराजगंज : 12460 सहायक अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया के अन्तर्गत अभ्यर्थियों के चयन/नियुक्ति हेतु श्रेणीवार/वर्गवार न्यूनतम कट-ऑफ मेरिट एवं दिशानिर्देश सम्बन्धी बीएसए ने जारी की विज्ञप्ति

महराजगंज : 12460 सहायक अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया के अन्तर्गत प्रथम काउन्सिलिंग में सम्मिलित एवं 23 अप्रैल को उपस्थित अभ्यर्थियों के चयन/नियुक्ति हेतु न्यूनतम कट-ऑफ मेरिट और आवश्यक दिशानिर्देश सम्बन्धी विज्ञप्ति जारी।

यूपी बोर्ड : सख्ती से पैदा हुई टेंशन रिजल्ट आते ही हुई फुर्र, अनुमान से अच्छा आया रिजल्ट, अधिकांश विषयों में 70 से 80% के बीच मिले अंक

यूपी बोर्ड : सख्ती से पैदा हुई टेंशन रिजल्ट आते ही हुई फुर्र, अनुमान से अच्छा आया रिजल्ट, अधिकांश विषयों में 70 से 80% के बीच मिले अंक।


मुख्यमंत्री ने की गोरखपुर में घोषणा, श्रमिकों के बच्चों के लिए बनेंगे आवासीय विद्यालय


मुख्यमंत्री ने की गोरखपुर में घोषणा, श्रमिकों के बच्चों के लिए बनेंगे आवासीय विद्यालय

यूपी टॉपर : क्लिक करके देखें इंटरमीडिएट और हाईस्कूल की मेरिट सूची

यूपी टॉपर : क्लिक करके देखें इंटरमीडिएट और हाईस्कूल की मेरिट सूची


यूपी बोर्ड परीक्षाफल : हाईस्कूल में वित्तविहीन तो इंटर में शासकीय कालेजों ने मारी बाजी

यूपी बोर्ड परीक्षाफल : हाईस्कूल में वित्तविहीन तो इंटर में शासकीय कालेजों ने मारी बाजी।



इलाहाबाद : यूपी बोर्ड परीक्षा 2018 में भी कालेजों की दौड़ में तस्वीर पिछले वर्षो जैसी ही रही है। छात्र-छात्रओं के साथ कालेजों में भी एक-दूसरे को पीछे छोड़ने की होड़ रही। जहां हाईस्कूल में प्रदेश के वित्तविहीन विद्यालय शिखर पर रहे, वहीं इंटरमीडिएट में शासकीय कालेजों ने बढ़त बनाई। 



माध्यमिक शिक्षा परिषद ने इस बार भी विद्यालयों के प्रदर्शन को आधार बनाकर परिणाम जारी किया है। हाईस्कूल की परीक्षा में शासकीय कालेजों में एक लाख 29 हजार 114 परीक्षार्थी पंजीकृत थे, उनमें से एक लाख 24 हजार 95 शामिल हुए, वहीं 89 हजार 706 (72.29 फीसद) सफल हुए हैं। अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों में आठ लाख 35 हजार 808 परीक्षार्थी पंजीकृत थे, उनमें से आठ लाख एक हजार 379 शामिल हुए और पांच लाख 73 हजार 400 (71.55 फीसद) उत्तीर्ण हुए हैं। ऐसे ही वित्तविहीन विद्यालयों में 26 लाख 28 हजार 250 परीक्षार्थी पंजीकृत थे, उनमें से 20 लाख 53 हजार 615 सम्मिलित हुए और 15 लाख 85 हजार 153 (77.19 फीसद) उत्तीर्ण हुए हैं। परिषद ने उन स्कूलों की संख्या भी गिनाई है जहां का सफलता प्रतिशत 20 से कम रहा है। 



इसमें 98 शासकीय स्कूल, आठ अशासकीय सहायता प्राप्त, 64 स्कूल वित्तविहीन हैं। प्रदेश भर के 25 हजार 856 विद्यालयों में से 170 का परीक्षा परिणाम बीस प्रतिशत से कम रहा है। 1ऐसे ही इंटरमीडिएट में परीक्षा में शासकीय कालेजों में 86 हजार 122 परीक्षार्थी पंजीकृत थे, उनमें से 84 हजार 409 शामिल हुए, वहीं 68 हजार 110 (80.69 फीसद) सफल हुए हैं। अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों में सात लाख 95 हजार 59 परीक्षार्थी पंजीकृत थे, उनमें से सात लाख 68 हजार 774 शामिल हुए और पांच लाख 77 हजार 682 (75.14 फीसद) उत्तीर्ण हुए हैं। 



ऐसे ही वित्तविहीन विद्यालयों में 19 लाख 83 हजार 76 परीक्षार्थी पंजीकृत थे, उनमें से 16 लाख 52 हजार 706 सम्मिलित हुए और 11 लाख 64 हजार 788 (70.48 फीसद) उत्तीर्ण हुए हैं। परिषद ने उन स्कूलों की संख्या भी गिनाई है जहां का सफलता प्रतिशत 20 से कम रहा है। 1इसमें चार शासकीय कालेज, 42 अशासकीय सहायता प्राप्त, 121 स्कूल वित्तविहीन हैं। प्रदेश भर के 15 हजार 990 विद्यालयों में से 167 का परीक्षा परिणाम काफी नीचे रहा है।


यूपी बोर्ड : सफलता दर में छात्राओं की बादशाहत, सख्ती के बाद भी लड़कियों की बढ़त बरकरार

इलाहाबाद : यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटर 2018 परीक्षा में भी छात्रओं का सफलता प्रतिशत छात्रों से बेहतर रहा है। रिजल्ट गिरने के बाद भी छात्रओं के प्रदर्शन में बड़ी गिरावट नहीं आई है, बल्कि पिछले वर्ष की अपेक्षा हाईस्कूल में 6.54 व इंटर में 11.08 फीसदी से छात्रएं छात्रों से आगे रही हैं। हाईस्कूल में बालक 72.27 व बालिकाएं 78.81 व इंटर में बालक 67.36 व बालिकाएं 78.44 फीसदी से उत्तीर्ण हुई हैं। 




रिजल्ट में एक खास बात यह भी है कि जहां हाईस्कूल में संस्थागत परीक्षार्थियों का परिणाम व्यक्तिगत परीक्षार्थियों से 18.73 फीसदी अधिक है, वहीं इंटर में संस्थागत परीक्षार्थियों का परिणाम व्यक्तिगत परीक्षार्थियों से 4.60 फीसदी कम है। माध्यमिक शिक्षा परिषद की सचिव नीना श्रीवास्तव कहती हैं कि लड़कियों ने अपनी बढ़त सख्ती के बाद भी बरकरार रखी है। 



90 फीसदी से अधिक अंक पाने वालों की भरमार : बोर्ड सचिव ने बताया कि हाईस्कूल में 90 प्रतिशत या फिर उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्रओं की संख्या 1849 है, जिसमें 1062 बालक व 787 बालिकाएं हैं। ऐसे ही इंटर में ऐसे छात्र-छात्रओं की तादाद 137 है, उनमें 90 बालक और 47 बालिकाएं हैं।


यूपी बोर्ड परीक्षाफल : लंबे समय बाद आया बदलाव, मेरिट में लड़कों ने लड़कियों को पछाड़ बाजी मारी

■ छह वर्ष बाद हाईस्कूल व इंटर का गिरा परिणाम

पहली बार हाईस्कूल ने इंटर को पीछे छोड़ा 1यूपी बोर्ड 2018 का रिजल्ट इस मायने में अनूठा है कि शायद पहली बार हाईस्कूल के परीक्षार्थियों का सफलता प्रतिशत इंटरमीडिएट के छात्र-छात्रओं से बेहतर रहा है। बोर्ड के इतिहास में हर वर्ष इंटर का रिजल्ट हाईस्कूल से अच्छा आता रहा है, जबकि इस बार हाईस्कूल का परिणाम इंटर से 2.73 फीसदी से आगे है। नब्बे के दशक में भी जब दोनों के रिजल्ट में बड़ी गिरावट का दौर था, तब भी इंटर का रिजल्ट हाईस्कूल से बेहतर ही रहा है। 


प्रदेश की टॉप थ्री, टॉप टेन और जिलों के टॉपरों में लड़कों की भरमार, 24 जिलों में हाईस्कूल व इंटर दोनों में छात्र व 11 जिलों में छात्रएं अव्वल 



 इलाहाबाद : यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटर परीक्षा के सफलता प्रतिशत में भले ही लड़कियां आगे हैं लेकिन, मेधावियों की दौड़ में लड़के उनसे आगे निकल गए हैं। बोर्ड के इतिहास में लंबे समय बाद टॉपर सूची में लड़कों ने बढ़-चढ़कर जगह बनाई है। हालांकि कई जिले ऐसे भी हैं, जहां की टॉपर सूची में लड़के और लड़कियों ने समान अंक हासिल किया है। फिर भी बोर्ड की ओर घोषित टॉप थ्री, टॉप टेन और जिलों में लड़कों का बोलबाला है। 



बोर्ड ने परीक्षा परिणाम का प्रतिशत देने के साथ ही टॉप थ्री का भी एलान किया। इसमें हाईस्कूल में चार व इंटर में पांच कुल की घोषणा हुई, उनमें तीन लड़कियां व छह लड़के शामिल हैं। ऐसे ही प्रदेश की टॉप टेन सूची में हाईस्कूल के 55 छात्र-छात्रओं में से 28 लड़के और 27 लड़कियां हैं, वहीं इंटर में 42 परीक्षार्थियों में से 26 लड़के और 16 लड़कियां हैं। इसी तरह की तस्वीर जिलों में भी दिख रही है। 



मुरादाबाद, अमरोहा, संभल, पीलीभीत, उन्नाव, रायबरेली, कानपुर, कानपुर देहात, जालौन, झांसी, हमीरपुर, बांदा, प्रतापगढ़, सुलतानपुर, श्रवस्ती, संतकबीर नगर, सिद्धार्थ नगर, गोरखपुर, बलिया, सोनभद्र, फिरोजाबाद व मैनपुरी आदि जिलों में हाईस्कूल व इंटर दोनों में लड़कों ने जिला टॉप किया है। जबकि बरेली, फरुखाबाद, इटावा, ललितपुर, कौशांबी, बलरामपुर, आजमगढ़, जौनपुर, मिर्जापुर व मथुरा आदि जिलों में लड़कियां वरीयता में शिखर पर हैं। ऐसे ही इंटर में हाथरस, महोबा, कन्नौज, चंदौली, आगरा व हाईस्कूल में हापुड़, बहराइच, बस्ती की टॉपर सूची में लड़कियों के साथ लड़कों ने भी शीर्ष पर जगह बनाई है। 



अन्य जिलों में लड़के व लड़कियों ने हाईस्कूल व इंटर में अलग-अलग पहला मुकाम पाया है। आमतौर पर सुविधा व संसाधन में पीछे रहने वाले छोटे जिले यानि गांवों से बड़ी संख्या में मेधावी निकले हैं। दूसरी ओर से महानगरों के परीक्षार्थियों ने कम संख्या में मेरिट में जगह बनाई है। टॉप टेन सूची में हाईस्कूल में 34 छोटे जिलों के व 21 बड़े जिले के परीक्षार्थी हैं, जबकि इंटर में दोनों का आकड़ा कमोबेश बराबर का रहा है। 




कानपुर के एक ही कालेज से चार मेरिट में : इंटर के परीक्षा परिणाम में वीएनएसडी शिक्षा निकेतन इंटर कालेज कानपुर के तीन छात्र नवीं रैंक पर आए हैं व चौथे को दसवीं रैंक मिली है। प्रखर वर्मा, ऋषभ सोनकर व श्याम द्विवेदी ने 455/500 को 91 फीसदी अंक मिले हैं। वहीं, हितेश बिश्नोई 454 अंक पाकर प्रदेश में दसवें स्थान पर आए हैं।



परिणाम में बाराबंकी का जलवा : यूपी बोर्ड के रिजल्ट में इस बार भी बाराबंकी जिले का जलवा दिखा है। टॉप टेन के 97 परीक्षार्थियों में से 14 इसी जिले से हैं। इनमें हाईस्कूल में 11 और इंटर में तीन परीक्षार्थी अव्वल आए हैं। यही नहीं इस जिले के एक ही स्कूल से छह परीक्षार्थी हाईस्कूल व इंटर में टॉप टेन में जगह बनाने में सफल रहे हैं।


यूपी बोर्ड : टॉपर मेधावियों की कॉपियां 10 मई तक होंगी अपलोड, मुख्य विषयों में अच्छे अंक पाने वालों की देखी जा सकेंगी कॉपियां

 इलाहाबाद : यूपी बोर्ड परीक्षा परिणाम जारी करने के बाद उन मेधावियों पर मंथन कर रहा है, जिनकी कॉपियां वेबसाइट पर अपलोड की जानी हैं। इसमें यह प्रयोग हो रहा है कि जिन परीक्षार्थियों ने मुख्य विषयों हंिदूी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान आदि में अच्छे अंक अर्जित किए हैं उन्हीं की कॉपी अपलोड हो। भले ही वह टॉपर सूची में शामिल न हों। 


■ एक हफ्ते में प्रमाणपत्र सह अंकपत्र

■ स्क्रूटनी के लिए 28 मई तक आवेदन



बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि यह कार्य दस मई तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। बोलीं, सरकार का मकसद अन्य छात्र-छात्रओं को सवालों का उम्दा जवाब देने के लिए प्रेरित करना है इसलिए मुख्य विषय ही कारगर रहेंगे। जल्द ही मेधावियों के नाम तय हो जाएंगे।


यूपी बोर्ड परीक्षा 2018 के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों को मई माह के पहले पखवारे में ही प्रमाणपत्र सह अंकपत्र मिल जाएगा। जिलों तक यह प्रमाणपत्र एक सप्ताह में पहुंचाने का निर्देश हुआ है। पांचों क्षेत्रीय कार्यालयों में इसे पहुंचाने के बाद यह संबंधित जिलों में भेजा जाएगा, वहीं से विद्यालयों के प्रधानाचार्य इसे परीक्षार्थियों को सौंपेंगे। ऐसी तैयारी है कि जिस तरह से तय समय में परीक्षा हुई और परिणाम जारी किया गया, उसी रफ्तार से प्रमाणपत्र सह अंकपत्र देने में भी तत्परता बरती जाए। इससे अनायास परीक्षार्थी या फिर उनके अभिभावकों को इधर-उधर दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी।राज्य 



■ मुख्यालय व क्षेत्रीय कार्यालय तीन दिन पूर्णरूप से बंद 

माध्यमिक शिक्षा परिषद मुख्यालय व पांचों क्षेत्रीय कार्यालय मेरठ, बरेली, वाराणसी, इलाहाबाद व गोरखपुर आगामी एक, दो व तीन मई को पूर्ण रूप से बंद रहेंगे। 30 अप्रैल को पहले से ही शासकीय अवकाश घोषित है, ऐसे में यह छुट्टी चार दिन हो गई है। यह आदेश अपर सचिव प्रशासन शिव लाल ने जारी किया है।

 

बोर्ड मुख्यालय ने परीक्षार्थियों को अवगत कराया है कि हाईस्कूल व इंटर का रिजल्ट घोषित होने के 30 दिन के दिन अंदर स्क्रूटनी यानि सन्निरीक्षा के आवेदन प्राप्त होने चाहिए। आवेदन अपूर्ण व 28 मई के बाद स्वीकार नहीं होंगे। प्रदेश के परीक्षार्थी 100 प्रति प्रश्न की दर से आवेदन कर सकेंगे। प्रयोगात्मक परीक्षा के लिए भी अलग से इतना ही शुल्क देना होगा। प्रदेश के बाहर के आवेदक अपर सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद उप्र इलाहाबाद के पक्ष में बैंक ड्राफ्ट दे सकते हैं। आवेदन के साथ मूल अंक पत्र या फिर इंटरनेट से प्राप्त प्रति संलग्न करना अनिवार्य है। यह जानकारी अपर सचिव शिवलाल ने दी है।


यूपी बोर्ड में नए प्रयोगों की भरमार : बनाये गए नए रिकार्ड, 25 दिन चली परीक्षा तो 44 दिन में परिणाम

■ अंग्रेजी की परीक्षा अलग 

यूपी बोर्ड ने 2018 की इंटरमीडिएट परीक्षा में नया प्रयोग किया। अंग्रेजी विषय के सभी परीक्षार्थियों की परीक्षा एक साथ न कराकर मानविकी, वाणिज्य, व्यावसायिक वर्ग और विज्ञान वर्ग के परीक्षार्थियों की इम्तिहान अलग तारीख में रखा गया है। मानविकी समेत तीनों वगोर्ं के अंग्रेजी का पहला प्रश्नपत्र 19 फरवरी को व दूसरा प्रश्नपत्र 21 फरवरी को हुआ। वहीं, विज्ञान वर्ग के परीक्षार्थियों के अंग्रेजी के पहले प्रश्नपत्र की परीक्षा 24 फरवरी व दूसरे प्रश्नपत्र का इम्तिहान 27 फरवरी को हुई।




 इलाहाबाद : यूपी बोर्ड ने तेजी और तकनीक के साथ कदमताल करते हुए हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा में नए प्रयोग करके सफलता की एक कई कहानियां गढ़ी हैं।  माध्यमिक शिक्षा परिषद ने पहला हाईस्कूल व इंटर का रिजल्ट एक साथ अप्रैल में देकर बनाया है। सरकार के निर्देश पर नकल पर अंकुश लगाने के लिए सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में पहली बार परीक्षाएं हुईं। संगठित अपराध रोकने को एसटीएफ और एलआइयू को सक्रिय किया गया। इसी तरह उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन भी सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में हुआ और परीक्षकों व परीक्षार्थियों की ऑनलाइन हाजिरी ली गई।



 प्रदेश के 50 जिलों में क्रमांकित यानि कोडिंग वाली कॉपियों पर परीक्षा हुई, पिछले वर्ष यह संख्या 31 रही।बोर्ड मुख्यालय पर पहली बार कंप्यूटर साफ्टवेयर के जरिये परीक्षा केंद्र बनाए गए। कुल 8549 परीक्षा केंद्रों पर इम्तिहान हुआ, 2865 केंद्रों में कमी आई। 2017 में 11414 केंद्रों पर परीक्षा हुई थी। यही नहीं प्रायोगिक परीक्षाएं का भी सीसीटीवी कैमरे या फिर मोबाइल क्लिप तैयार करने का आदेश हुआ। परीक्षकों को अपने साथ पहचान पत्र व आधार कार्ड ले जाना अनिवार्य हुआ। मान्यता देने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू हुई। वाराणसी के तीन मंडलों देवी पाटन, बस्ती व गोरखपुर के 11 जिलों के लिए नया व पांचवां क्षेत्रीय कार्यालय गोरखपुर में स्थापित हुआ। 




■ एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम किया गया लागू 

यूपी बोर्ड ने इसी सत्र से कालेजों में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू किया है, किताबें बाजार में आ चुकी हैं। अगले वर्ष 2019 से बोर्ड परीक्षा का समय घटकर 15 दिन रह जाएगा, क्योंकि हाईस्कूल की तरह इंटर में भी एक विषय की ही परीक्षा होगी।

■ मुख्यालय पर बने परीक्षा केंद्र सीसीटीवी की निगरानी में इम्तिहान 

■ मूल्यांकन केंद्रों पर ऑनलाइन हाजिरी गोरखपुर क्षेत्रीय कार्यालय


यूपी बोर्ड : हाईस्कूल में इलाहाबाद की अंजलि ने किया टॉप, इंटर में फतेहपुर के रजनीश और बाराबंकी के आकाश बने संयुक्त टॉपर

यूपी बोर्ड : हाईस्कूल में इलाहाबाद की अंजलि ने किया टॉप, इंटर में फतेहपुर के रजनीश और बाराबंकी के आकाश बने संयुक्त टॉपर।


Sunday, April 29, 2018

फैजाबाद : प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत स0अ0 की पदोन्नति हेतु काउंसिलिंग 3 मई को आयोजित किये जाने सम्बन्धी आदेश जारी

अंतरजनपदीय स्थानांतरित शिक्षकों के जनपद में आने की तिथि के आधार पर ही मिलेगी वरिष्ठता, जनपद के 2012 से कार्यरत और बाह्य जनपद से आये 2009 तक नियुक्त शिक्षकों की ही होगी काउंसिलिंग

फैजाबाद : प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत स0अ0 की पदोन्नति हेतु काउंसिलिंग 3 मई को आयोजित किये जाने सम्बन्धी आदेश जारी

गोरखपुर : मेला सैय्यद सालार के पर्व पर दिनांक -07/05/2018 को स्थानीय अवकाश घोषित, जिलाधिकारी द्वारा जारी अवकाश तिथि परिवर्तन आदेश देखें


मेला सैय्यद सालार के पर्व पर दिनांक -07/05/2018 को स्थानीय अवकाश घोषित, जिलाधिकारी द्वारा जारी अवकाश तिथि परिवर्तन आदेश देखें

बलरामपुर : गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों की जांच कर उनका संचालन बन्द कराये जाने हेतु डीएम कार्यालय द्वारा तहसीलवार टीम का गठन, देखें

बलरामपुर : गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों की जांच कर उनका संचालन बन्द कराये जाने हेतु डीएम कार्यालय द्वारा तहसीलवार टीम का गठन, देखें।

औरैया : शब-ए-बारात का पर्व 1 मई को मनाए जाने के कारण पूर्व घोषित 2 मई के स्थानीय अवकाश में संशोधन सम्बन्धी विज्ञप्ति जारी, देखें

औरैया : शब-ए-बारात का पर्व 1 मई को मनाए जाने के कारण पूर्व घोषित 2 मई के स्थानीय अवकाश में संशोधन सम्बन्धी विज्ञप्ति जारी, देखें

डिप्टी सीएम का एलान, वित्तविहीन व तदर्थ शिक्षक होंगे नियमित

डिप्टी सीएम का एलान, वित्तविहीन व तदर्थ शिक्षक होंगे नियमित।


महराजगंज : 60 से अधिक छात्र-छात्राओं के नामांकन वाले विद्यालयों के योग में रुचि लेने वाले शिक्षकों की आयोजित होगी प्रतियोगिता, चयनित 14 शिक्षक होंगे सम्मानित

महराजगंज : परिषदीय विद्यालयों में योग संबंधी गतिविधियों को बढ़ावा देने का कार्य करने वाले महिला व पुरुष शिक्षिका की प्रतिभा को परखने के लिए जिले स्तर पर योगाभ्यास प्रतियोगिता होगी। प्रतियोगिता में वह ही शिक्षक प्रतिभाग करेंगे जिनके विद्यालयों पर 60 से अधिक नामांकन होंगे तथा शिक्षकों की योग में रूचि होगी। स्वस्थ शरीर व स्वस्थ मस्तिष्क के विकास में योग की अहम भूमिका है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने परिषदीय विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों को शारीरिक व मानसिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में पहल प्रारंभ करते हुए ऐसे शिक्षकों की तलाश प्रारंभ की है जो योग विद्या में निपुण हों तथा बच्चों को योग शिक्षा से जोड़ सकें। परिषदीय शिक्षकों की योग प्रतिभा को सामने लाने के लिए 26 मई तक जिले स्तर पर योग प्रतियोगिता को आयोजित कराया जाना है। प्रतियोगिता में उन्ही परिषदीय विद्यालयों के शिक्षक हिस्सा ले पाएंगे , जिनके विद्यालयों में 60 से अधिक बच्चे नामांकित होंगे। जिले स्तर पर प्रतियोगिता का मूल्यांकन करने को तीन सदस्यीय समिति बनाई जाएगी।

जिले स्तर पर कुल 14 शिक्षकों का होगा सम्मान : जिला स्तरीय प्रतियोगिता में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले कुल 14 शिक्षकों को अंतर राष्ट्रीय योग दिवस पर प्रमाणपत्र व स्मृति चिन्ह देकर जिले स्तर पर ही सम्मानित किया जाएगा। चयनित 14 शिक्षकों में सात पुरुष व सात महिलाएं होंगी। जिले स्तर पर बेहतर कार्य करने वाले एक महिला व एक पुरुष शिक्षक का नाम डायट द्वारा परिषद को भेजा जाएगा। इस संबंध में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य अनिल कुमार मिश्र ने बताया कि योग प्रतियोगिता से प्रतिभाशाली शिक्षक सामने आएंगे। परिषदीय विद्यालयों में योग से जुड़ी गतिविधयों को बढ़ावा मिलेगा।


डिग्रियों के फर्जीवाड़े को रोकने में रोड़ा बने राज्य, डिग्रियों को विश्वसनीय बनाने और उन्हें फर्जीवाड़े से बचाने के लिए नेशनल एकेडमिक डिपाजिटरी (नैड) स्कीम की हुई थी शुरुआत

 नई दिल्ली : डिग्रियों के फर्जीवाड़े को रोकने की सरकार की मुहिम तेजी से आगे तो बढ़ी है, पर राज्यों के विश्वविद्यालय इसकी राह में अभी भी एक बड़ी बाधा बने हुए है। सभी राज्यों को नेशनल एकेडमिक डिपाजिटरी स्कीम से जुड़ने की सलाह दी गई थी। लेकिन देश के कुल 367 राज्य विश्वविद्यालयों में से अभी तक सिर्फ 147 ही इससे जुड़े हैं। स्कीम से अब तक ना जुड़ने वाले राज्यों के विश्वविद्यालयों में बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों के भी हैं।




 देश के शैक्षणिक संस्थानों से मिलने वाली डिग्रियों को विश्वसनीय बनाने और उन्हें फर्जीवाड़े से बचाने के लिए केंद्र सरकार ने पिछले साल नेशनल एकेडमिक डिपाजिटरी (नैड) स्कीम की शुरुआत की थी। इसके तहत डिग्रियों को डिजिटल तकनीक के जरिए ऑनलाइन सुरक्षित करना और जरूरत पड़ने पर आसानी से डाउनलोड करना भी शामिल है। 1स्कीम के तहत देश के सभी विवि और राज्यों के शिक्षा बोर्ड को शामिल किया जाना है। लेकिन अब तक इससे 42 केंद्रीय विश्वविद्यालय, 147 राज्य विश्वविद्यालय और राज्यों के 23 स्कूली शिक्षा बोर्ड सहित कुल 413 शैक्षणिक संस्थान ही जुड़े हैं।


गुरुकुलों को भी आधुनिक शिक्षा संस्थानों के समकक्ष मिलेगा दर्जा, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि शिक्षा नीति में बड़े बदलाव की तैयारी केंद्र ने शुरू की 

उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय गुरुकुल सम्मेलन शनिवार से शुरू हो गया है। चिंतामन गणोश मंदिर रोड स्थित महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेदविद्या संस्थान परिसर में आयोजित सम्मेलन में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि शिक्षा नीति में बड़े बदलाव की तैयारी केंद्र ने शुरू कर दी है। दो महीने में नई शिक्षा नीति का मसौदा तैयार हो जाएगा। 



अनावश्यक पाठ और जानकारियों को हटाया जाएगा। 5वीं-8वीं कक्षा की परीक्षाएं पहले की तरह ली जाएंगी। वहीं, मप्र के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह ने घोषणा की कि प्राचीन वैदिक शिक्षा पद्घति को बढ़ावा देने के लिए गुरुकुलों को आधुनिक शिक्षा संस्थानों के समकक्ष दर्जा दिया जाएगा। सरकार इंदौर के पास जानापाव में गुरुकुल भी शुरू करेगी। समारोह में संघ प्रमुख मोहन भागवत भी शामिल हुए। 



इस मौके पर जावड़ेकर ने कहा कि केंद्र सरकार सबको शिक्षा, अच्छी शिक्षा के उद्देश्य से काम कर रही है। पाठ्यक्रम में बदलाव के लिए देशभर के लोगों से सुझाव मंगाए हैं। अब तक 34 हजार सुझाव मिल चुके हैं। देश की जानकारी विद्यार्थियों को बताने के लिए भारत बोध नाम से पाठ्यक्रम भी केंद्र सरकार शुरू करने जा रही है, जो वैकल्पिक होगा। विद्यार्थियों के मन से पाठ्यक्रम का डर कम करने के लिए इसका सरलीकरण भी होगा। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रलय गैरजरूरी पाठ्यक्रमों को हटाएगा, जिससे कि बच्चों की पढ़ाई आसान हो जाएगी। 



कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री सत्यपालसिंह, मप्र के ऊर्जा मंत्री पारस जैन, संस्कृति राज्यमंत्री सुरेंद्र पटवा, पुणो के स्वामी गोविंददेव गिरि, स्वामी राजकुमारदास, महामंडलेश्वर विश्वेश्वरानंदजी आदि थे।


30 अप्रैल को नई दिल्ली में  पुरानी पेंशन बचाने के लिए होगी शिक्षक-कर्मियों की हुंकार, ऑल टीचर इंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन यानि अटेवा पेंशन बचाओ मंच उप्र की मुहिम अब हुई देशव्यापी

इलाहाबाद : ऑल टीचर इंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन यानि अटेवा पेंशन बचाओ मंच उप्र की मुहिम अब देशव्यापी हो गई है। प्रांतीय नेताओं ने शनिवार को इलाहाबाद में एलान किया कि सरकार शिक्षक व कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाल करे, वरना चुनाव का बहिष्कार करेंगे। यह भी कहा कि केंद्र व राज्य सरकारों ने न्यू पेंशन स्कीम जबरन थोपा है, यह किसी के हित में नहीं है। इस मांग को लेकर देशभर के 53 संगठन 30 अप्रैल को दिल्ली के रामलीला मैदान पर प्रदर्शन कर रहे हैं। 




मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष डा. हरि प्रकाश यादव ने कहा कि जब एक सांसद या विधायक एक दिन की शपथ लेने के बाद पेंशन का हकदार हो जाता है तो अपने जीवन के स्वर्णिम दिनों में नौकरी करने वालों को पेंशन क्यों नहीं मिलनी चाहिए? बोले, पेंशन सिर्फ चंद धनराशि नहीं है, बल्कि साठ वर्ष तक सेवा देने वालों की बुढ़ापे की लाठी है। इसे सरकार ने 11 वर्ष पहले जबरन बंद कर दिया है। 




अटेवा ने इस मांग को लेकर पिछले तीन वर्षो में प्रदेश भर में आंदोलन करके बड़ी संख्या में शिक्षकों व कर्मचारियों को जोड़कर बड़ी लड़ाई छेड़ी है और अब इसे लेकर रहेंगे। इस आंदोलन में एक शिक्षक साथी की मौत हो चुकी है, उसकी शहादत यूं ही जाया नहीं होने देंगे। अब देशव्यापी आंदोलन शुरू करने के जा रहे हैं।


अब केंद्रीय विद्यालय में हर शनिवार मनेगा ‘फन डे’, छात्र इस दिन किताबें लेकर विद्यालय नहीं आएंगे

इलाहाबाद : केंद्रीय विद्यालय में अब प्रत्येक शनिवार को ‘फन डे’ यानि आनंदवार मनाया जाएगा। केवी झलवा में शनिवार को अभिभावकों की बैठक में इसकी जानकारी प्रदान की गई। केंद्रीय विद्यालय संगठन के निर्देश पर बुलाई गई बैठक में प्रधानाचार्य विजयेश पांडेय ने बताया कि बताया कि शनिवार अब आनंद दिवस अथवा फन डे के रूप में मनाया जाएगा। छात्र इस दिन किताबें लेकर विद्यालय नहीं आएंगे। 



उन्होंने कहा ‘फन डे’ का उद्देश्य बाल्यकाल में ही बच्चों को उचित प्रशिक्षण देकर उनकी छिपी प्रतिभा को बाहर लाना है जिससे कि उनके व्यक्तित्व का सर्वागीण विकास हो सके। आनंदवार के दिन विद्यालय में सह शैक्षणिक गतिविधियां यथा. संगीत नृत्य, नाटक, रचनात्मक, लेखन वाद्ययंत्र, पेंटिंग और थियेटर इत्यादि से जुड़े आयोजन किए जाएंगे। संयोजिका नीना श्रीवास्तव ने अभिभावकों से आह्वान किया कि वे भी अपने अनुभवों और विशेषज्ञता को स्वैच्छिक आधार पर विद्यालय में उपस्थित होकर साझा कर सकते हैं। आभार अनिरुद्ध चौधरी ने ज्ञापित किया।


अब चयनित अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में मिलेंगी बेहतर सुविधाएं : एडी बेसिक, अधिक छात्र संख्या बढ़ाने पर हुआ मंथन

अब चयनित अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में मिलेंगी बेहतर सुविधाएं : एडी बेसिक, अधिक छात्र संख्या बढ़ाने पर हुआ मंथन।


 इलाहाबाद : जनपद के चयनित 105 परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों की सभा शनिवार को राजकीय केंद्रीय पुस्तकालय स्वरूपरानी अस्पताल के पास हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता एडी बेसिक रमेश कुमार तिवारी ने की। 



इसमें विद्यालयों में अधिक से अधिक छात्र संख्या बढ़ाने पर मंथन किया गया। एडी बेसिक ने कहा कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, शतप्रतिशत उपस्थिति, रंगाई पुताई और शैक्षिक नवाचार का प्रयोग करते हुए शिक्षण व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में छात्रों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। इस अवसर पर प्रधान अध्यापकों को शासन द्वारा जारी नीति को पालन करने के निर्देश भी दिए गए। विशेषकर नि:शुल्क यूनिफार्म, पाठ्य-पुस्तक, मध्यान्ह भोजन, जूता मोजा आदि मुहैया कराने बात कही गई।



 मध्यान्ह भोजन समन्वयक राजीव त्रिपाठी ने कहा कि चयनित अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में कक्षा 1,2,3 में अंग्रेजी एवं कक्षा 4 एवं 5 में हंिदूी और अंग्रेजी दोनो माध्यम से पढ़ाई होनी है। कार्यक्रम में चयनित विद्यालयों के प्रधानाध्यापक एवं शिक्षक मौजूद रहे।


यूपी बोर्ड : हाईस्कूल व इंटर का रिजल्ट आज, 55 लाख छात्र छात्राओं के भाग्य का फैसला होगा

इलाहाबाद : उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी का हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2018 का परिणाम रविवार को जारी होगा। बोर्ड मुख्यालय पर रिजल्ट दोपहर में बजे शिक्षा निदेशक माध्यमिक व सभापति डॉ. अवध नरेश शर्मा घोषित करेंगे। करीब लाख से अधिक छात्र व छात्रओं के भविष्य का फैसला होगा। 



2018 की हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाएं छह फरवरी से शुरू हुई थीं। हाईस्कूल की परीक्षा दिन और इंटर की परीक्षा दिन चली और 12 मार्च को खत्म हुई। इस साल इंटर की परीक्षा में 30 लाख 17 हजार 32 (17 लाख छह हजार 479 छात्र व 13 लाख 10 हजार 3 छात्रएं) और हाईस्कूल में 37 लाख 12 हजार 508 (21 लाख 93 हजार 30 छात्र व लाख 19 हजार 478 छात्रएं) कुल 67 लाख 29 हजार 540 पंजीकृत थे। इनमें 11 लाख 29 हजार 786 परीक्षार्थियों ने इम्तिहान छोड़ा है।



परीक्षा छोड़ने वालों में हाईस्कूल के छह लाख 60 हजार 507 व इंटर चार लाख 69 हजार 279 परीक्षार्थी हैं। परीक्षा के पहले 83 हजार 753 परीक्षार्थियों के आवेदन निरस्त कर दिए गए थे। अब लाख 16 हजार एक परीक्षार्थियों का परिणाम घोषित होगा। इस बार भी प्रदेश की आठ जेलों को भी परीक्षा केंद्र बनाया गया था, जहां से दो सौ से अधिक परीक्षार्थी पंजीकृत थे।



 वहीं, 2017 की तुलना में इस साल 10वीं व 12वीं में क्रमश: तीन लाख सात हजार 793 व तीन लाख 60 हजार 713 परीक्षार्थी बढ़े थे। परीक्षा खत्म होने के बाद 17 मार्च से उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू हुआ जो अप्रैल के पहले सप्ताह तक चला। परिषद की सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि दोनों (हाईस्कूल व इंटर) का परीक्षा परिणाम एक साथ 29 अप्रैल को दोपहर में जारी किया जाएगा।


Saturday, April 28, 2018

श्रावस्ती : अमान्य विद्यालयों को तत्काल/येन-केन-प्रकारेण बन्द कराने हेतु टीम गठित एवं प्रगति आख्या प्रतिदिन प्रेषित किये जाने हेतु आदेश जारी, देखें

श्रावस्ती : अमान्य विद्यालयों को तत्काल/येन-केन-प्रकारेण बन्द कराने हेतु टीम गठित एवं प्रगति आख्या प्रतिदिन प्रेषित किये जाने हेतु आदेश जारी, देखें।

बलरामपुर : प्रधानमंत्री राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन के अन्तर्गत 30 अप्रैल को आयुष्मान भारत दिवस मनाए जाने एवं प्र0अ0/स0अ0 की ड्यूटी लगाए जाने के सम्बंध में आदेश जारी, देखें

बलरामपुर : प्रधानमंत्री राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन के अन्तर्गत 30 अप्रैल को आयुष्मान भारत दिवस मनाए जाने एवं प्र0अ0/स0अ0 की ड्यूटी लगाए जाने के सम्बंध में आदेश जारी, देखें।

फतेहपुर : प्रधानमंत्री राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन के अन्तर्गत 30 अप्रैल को आयुष्मान भारत दिवस मनाए जाने एवं प्र0अ0/स0अ0 की ड्यूटी लगाए जाने के सम्बंध में आदेश जारी, देखें

फतेहपुर : प्रधानमंत्री राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन के अन्तर्गत 30 अप्रैल को आयुष्मान भारत दिवस मनाए जाने एवं प्र0अ0/स0अ0 की ड्यूटी लगाए जाने के सम्बंध में आदेश जारी, देखें


फतेहपुर : विद्यालयों में नवीन मीनू/अधिकारियों के नंबर पेंट कराने एवं फल/दूध का नियमित वितरण करने एवं सुरक्षा मानकों सम्बन्धी आदेश जारी, देखें

फतेहपुर : विद्यालयों में नवीन मीनू/अधिकारियों के नंबर पेंट कराने एवं फल/दूध का नियमित वितरण करने एवं सुरक्षा मानकों सम्बन्धी आदेश जारी, देखें

फतेहपुर : राज्य पोषण मिशन की बैठक में दिए गए निर्देशानुसार परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को आयरन टेबलेट दिए जाने सम्बन्धी निर्देश जारी, देखें

फतेहपुर : राज्य पोषण मिशन की बैठक में दिए गए निर्देशानुसार परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को आयरन टेबलेट दिए जाने सम्बन्धी निर्देश जारी, देखें

सीतापुर : खण्ड शिक्षा अधिकारियों का जनहित में हुआ स्थानांतरण, नव आवंटित विकास खण्ड सह आदेश देखें

सीतापुर : खण्ड शिक्षा अधिकारियों का जनहित में हुआ स्थानांतरण, नव आवंटित विकास खण्ड सह आदेश देखें