बुलंदशहर : परिषदीय स्कूलों में निरीक्षण के नाम पर खंड शिक्षा अधिकारी खानापूर्ति नहीं करेंगे। बीएसए ने सभी एबीएसए को रोजाना पांच-पांच स्कूलों के निरीक्षण करने के आदेश दिए हैं। स्कूलों में बच्चों और शिक्षकों की उपस्थिति क्या है। इसके बारे में पूरी रिपोर्ट बीएसए को उपलब्ध करानी होगी। निरीक्षण में लापरवाही मिलने पर बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है। बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में निरीक्षण के नाम पर खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा खानापूर्ति की जाती है। निलंबन के बहाने एबीएसए शिक्षकों से मोटी रकम वसूलते हैं। जिससे स्कूलों में व्यवस्था और खराब हो जाती है। वहीं, स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति पर डीएम आंजनेय कुमार सिंह भी नजर बनाए हुए हैं। लापरवाही पर उन्होंने बीएसए धर्मेन्द्र सक्सेना को तुरंत कार्रवाई करने के लिए कहा है। आदेश मिलने के बाद बीएसए ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को प्रतिदिन स्कूलों में निरीक्षण करने के आदेश दिए हैं। एबीएसए को दिशा निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि प्रतिदिन पांच-पांच स्कूलों का निरीक्षण कर विभाग में रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाए। स्कूलों में बच्चों की संख्या में बढोतरी की जाए। स्कूलों से नदारद रहने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाए। बीएसए ने कहा कि निरीक्षण के नाम किसी स्कूल में खानापूर्ति मिलती है, तो संबंधित ब्लॉक के एबीएसए के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। नए सत्र में सभी एबीएसए सर्व शिक्षा अभियान की प्रगति बढ़ाए। इसमें लापरवाही बिल्कुल नहीं मिलनी चाहिए।
खंड शिक्षा अधिकारी स्कूलों में निरीक्षण कर इसकी रिपोर्ट मुङो उपलब्ध कराए। स्कूल न आने वाले शिक्षकों पर तुरंत कार्रवाई की जाए। निरीक्षण में लापरवाही बिल्कुल सामने नहीं आनी चाहिए। अन्यथा एबीएसए के खिलाफ कार्रवाई होगी। -धर्मेन्द्र सक्सेना, बीएसए
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