DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Friday, May 26, 2017

अब राजकीय स्कूलों में छात्रों के साथ पढ़ सकेंगी छात्राएं, जुलाई से लागू होगी सभी राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में सह शिक्षा व्यवस्था


लखनऊ (डीएनएन)। आगामी जुलाई से शुरू होने वाले नए शैक्षिक सत्र से राजधानी के राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज, राजकीय निशातगंज और राजकीय हुसैनाबाद जैसे सहित कई अच्छे राजकीय विद्यालयों में छात्रों के साथ छात्राएं भी पढ़ सकेंगी। बालकों के इन विद्यालयों में यदि कोई छात्रा चाहे तो दाखिला ले सकती है। इसमें कोई प्रतिबंध नहीं होगा। बीते दिनों राज्य सरकार की ओर से लिए गए इस निर्णय के बाद माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने तैयारी शुरू कर दी है। इस संबंध में जल्द ही शासनादेश जारी कर दिया जाएगा। ग्रीष्मावकाश के बाद जुलाई से स्कूल खुलने के बाद यह व्यवस्था लागू हो जाएगी। दरअसल, राजधानी में करीब 48 राजकीय माध्यमिक विद्यालय संचालित हैं। इनमें 19 बालक और 29 बालिका विद्यालय हैं। वहीं, प्रदेश भर में इन हाईस्कूल, इंटर कॉलेजों की संख्या तकरीबन 2125 है। विभागीय जानकारों की मानें तो अभी तक ग्रामीण क्षेत्र के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में छात्र-छात्राएं एक साथ पढ़ रहे हैं। लेकिन शहरी क्षेत्र में ऐसा नहीं था। बीते 12 मई को उप मुख्यमंत्री एवं माध्यमिक शिक्षा मंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने अफसरों के साथ बैठक के बाद निर्णय लिया कि अब सभी राजकीय बालक माध्यमिक विद्यालयों में सह-शिक्षा शुरू की जाएगी। यदि कोई बालिका इन विद्यालयों में प्रवेश लेना चाहे तो वह प्रवेश ले सकती है। राजकीय बालिका विद्यालयों की व्यवस्था पूर्ववत ही रहेगी। यह व्यवस्था जुलाई से लागू हो जाएगी। राजधानी के सिटी स्टेशन स्थित जुबिली इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल आरपी मिश्र ने बताया कि इस स्कूल की स्थापना 19वीं सदी में हुई थी। तब से आज तक कभी भी बालिकाओं ने इसमें दाखिला नहीं लिया।

एक क्लिक पर मिलेगी शिक्षकों की जानकारी : सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले प्रत्येक शिक्षक की जानकारी अब एक क्लिक पर मिल सकेगी। इसके लिए सभी शिक्षकों के सेवा सम्बंधी विवरण, पदोन्नति एवं स्थानांतरण का डिजिटल डाटाबेस तैयार किया जाएगा। इस संबंध में तीन सदस्यीय कमेटी भी गठित करने का निर्णय लिया गया है। माना जा रहा है कि शिक्षकों की कठिनाइयों को दूर करने एवं जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालयों को भ्रष्टाचार मुक्त करने के लिए राज्य सरकार व्यापक एक नीति तैयार कर रही है।
जुलाई से हर शनिवार को होगी ज्वायफुल एक्टिविटी : गर्मी की छुट्टियों के बाद जुलाई से स्कूल खुल जाएंगे। उसके बाद हर शनिवार को छात्र-छात्राएं पढ़ाई की जगह ज्वायफुल एक्टिविटी करेंगे। इस दिन उन्हें स्कूल बैग नहीं लेकर आना होगा। यह व्यवस्था सभी प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में लागू की जागएी।

अलग कार्यों में न लगाएं शिक्षकों की ड्यूटी : शिक्षकों को जनगणना, निर्वाचन तथा प्राकृतिक आपदा के अलावा अन्य किसी कायोंर् में ड्यूटी पर नहीं लगाया जाएगा। राज्य सरकार ने इस संबंध में अफसरों को निर्देश जारी किए हैं। उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने इसके लिए एक प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करने के लिए प्रमुख सचिव को निर्देश दिए हैं।

No comments:
Write comments