हाथरस कार्यालय संवाददाताजिला प्रशासन का स्वच्छता अभियान पर पूरा जोर है। प्रेरक, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को भी अब पर्यावरणीय स्वच्छता से जोड़ा जाएगा। ये सभी गांव-देहात में खुले में शौच जाने वाले लोगों को समझाएंगी। उन्हें खुले में शौच के दुष्प्रभावों की जानकारी देंगे। स्वच्छता अभियान के अन्तर्गत गांवों को शौच मुक्त बनाने की कवायद की जा रही है। इसके लिए गांवों में व्यक्तिगत शौचालयों का निर्माण तो कराया ही जा रहा है, लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। विकास भवन में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में प्रेरक, आशा कार्यकत्रियों व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों सहित नेहरू युवा केंद्र से जुड़े युवाओं की बैठक हुई। इन सभी ने जिलाधिकारी से सहर्ष इस अभियान से जुड़ने की बात कही। डीएम ने कहा कि एक दिन पहले ये लोग गांवों में जाकर वहां के लोगों से भेंट करेंगे। वहां स्वच्छता के बारे में लोगों को समझाएंगे। अगले दिन सुबह चार बजे से ही खुले में शौच जाने वालों को इसके दुष्प्रभाव बताएंगे। प्रेरक, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने कई सवाल भी किए। जानकारी दी गई कि जल्द ही चार दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया जाएगा। स्वच्छता अभियान के बारे में जानकारी दी जाएगी। बैठक में सीडीओ, डीपीआरओ सहित कई अधिकारी मौजूद थे। विकास भवन में आयोजित बैठक में मौजूद जिलाधिकारी, सीडीओ, डीपीआरओ आदि। ’ फोटो: हिन्दुस्तान
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