बीएसए कार्यालय
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : कोर्ट के निर्देश पर बीएसए कार्यालय के लेखाधिकारी आलोक राय और लिपिक इंद्रहास सिंह पर राजघाट पुलिस ने जालसाजी और भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया है। यह कार्रवाई पिपरौली ब्लाक में तैनात शिक्षिका के प्रार्थना पत्र पर हुई है। उसने इन लोगों पर रिश्वत न देने के कारण टीईटी का अंकपत्र बदल कर परेशान करने का आरोप लगाते हुए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
बांसगांव के धनौड़ा निवासी डा. पंकज राय की प}ी अन्नपूर्णा राय पिपरौली के भखरा स्थित स्वामी रामकृष्ण परमहंस लघु माध्यमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक हैं। जुलाई 2016 से वह विद्यालय में पढ़ा रही हैं। सभी शैक्षणिक प्रमाण पत्र का सत्यापन करने के बाद वेतन जारी करने के लिए विद्यालय के प्रबंधक ने 23 अगस्त को पत्रवली बीएसए कार्यालय स्थित लेखाधिकारी के पास भेज दी।
आरोप है कि लेखाधिकारी आलोक राय और उनके लिपिक इंद्रहास सिंह वेतन देने के लिए अन्नपूर्णा से 1.80 लाख रुपये मांगने लगे। 1रिश्वत देने से मना करने पर इन लोगों ने उसके टीईटी का अंकपत्र का रोल नंबर बदलने के साथ ही वेतन भुगतान रोक दिया। शिकायत पर एडी बेसिक ने जांच कराई तो सभी अंकपत्र सही मिले। एडी बेसिक और बीएसए ने वेतन जारी करने का निर्देश लेकिन इन लोगों ने बात नही सुनी।
वेतन जारी करने के लिए मांग रहे थे 1.80 लाख रुपये बात न मानने पर बदल दिया टीईटी के अंकपत्र का रोल नंबरआरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। आरोप सही मिलने पर लेखाधिकारी व लिपिक की गिरफ्तारी होगी। आरपी पांडेय, एसएसपी, गोरखपुर
No comments:
Write comments