बछरावां (रायबरेली)। एक तरफ प्रदेश सरकार शिक्षकों की जरूरत के अनुसार स्वास्थ्य अवकाश प्रदान करती है, लेकिन विभागीय अधिकारियों की लचर कार्य प्रणाली एवं हीलाहवाली के चलते अकारण शिक्षकों का वेतन रोक दिया जाता है। जिसको लेकर क्षेत्रीय शिक्षक व शिक्षिकाओं में आक्रोश व्याप्त है। विदित हो कि विकास खंड बछरावां में तैनात लगभग आधा दर्जन से अधिक शिक्षकों ने जनवरी माह में स्वास्थ्य अवकाश लिया था। जिसमें खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा अवकाश तो दे दिया गया लेकिन शिक्षिकाओं का वेतन भुगतान अभी तक नहीं किया गया। जब कि शासन की मंशा के अनुसार स्वास्थ्य अवकाश समय समय पर दिया जाता है, लेकिन वेतन पत्रावली खंड शिक्षा अधिकारी की संस्तुति के बाद शिक्षकों का वेतन उनके खातों में स्थानांतरित होता है। जो कि जनवरी माह की वेतन पत्रावली विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते कार्यालयों में धूल फांक रही है। जिसके कारण शिक्षक व शिक्षिकाओं को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। प्राथमिक शिक्षक संघ अध्यक्ष आशुतोष शुक्ला ने बताया कि वेतन बिल लेखाधिकारी के पास भिजवाया गया लेकिन लेखाधिकारी ने उसमें सर्विस बुक की फोटो कापी लगाने की बात कहकर आपत्ति लगा दी। जबकि सर्विस बुक बीएसए ऑफिस में ही उपलब्ध हैं। इससे विभाग की लचर कार्य प्रणाली उजागर होती है।
No comments:
Write comments