आंवला हिन्दुस्तान संवाद करीब सात करोड़ की लागत से बनाए गए आश्रम पद्धति विद्यालय में अब बालिकाओं को ही शिक्षा दी जाएगी, इसके लिए शासन ने हरी झंडी दे दी है। मनौना रोड पर वर्ष 2005 में इस विद्यालय की शुरूआत हुई थी। प्रथम किश्त पांच करोड़ रुपये जारी होने के साथ ही इसका निर्माण शुरू हो गया। लागत बढ़ती गई। जयप्रकाश नारायण सर्वोदय आश्रम पद्धति आवासीय विद्यालय में पहले छात्रों को पढ़ाने का प्रावधान था। इसके तहत 90 बच्चों के प्रवेश के आवेदन ले लिए गए। लेकिन यहां स्टाफ की नियुक्ति न होने के कारण उनको दूसरे विद्यालय में प्रवेश दे दिया गया। मंत्री धर्मपाल सिंह ने शासन स्तर पर पैरवी शुरू कराकर इस विद्यालय को बालिकाओं के लिए परिवर्तित करा दिया। शासन के अनुसचिव कामता प्रसाद ने 25 मई को निदेशक समाज कल्याण को भेजे पत्र में कहा कि इस विद्यालय को बालक वर्ग से परिवर्तित करके बालिका वर्ग में संचालित करने की अनुमति दी गई है। छह से नौ तक कक्षाओं में अभी प्रवेश होंगे। प्रत्येक कक्षा के दो वर्ग होंगे, एक वर्ग में 35 छात्रएं होंगी।प्रवेश के लिए यह होंगी अर्हताएं : आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पिछली कक्षा का अंकपत्र
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