फतेहपुर : नवागंतुक बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने शुक्रवार को सुबह पहर से शाम तक कार्यालय में बैठक कर सरकारी काम के संपादन में ऊर्जा खपाई। कार्यालय के क्रियाकलाप व किसके पास कौन सी पटल है। पटल प्रभारी की कार्यशैली, सूचनाओं के आदान प्रदान की बारीकी से जांच करते दिखे।
पुराने र्ढे में हो रहे काम में बदलाव व सुधार के विकल्पों पर मंथन और चिंतन करते रहे। जिले की कुर्सी संभालने के बाद उन्होंने साफ कर दिया कि बीएसए कार्यालय में शिक्षक-शिक्षिकाओं के आवागमन पर रोक लगाई जाएगी तो शैक्षिक माहौल बनाने के लिए हर विकल्पों पर काम होगा। इसके साथ ही उन्होंने कहाकि शिक्षक-शिक्षिकाओं को सचेत किया कि पूरे मनोयोग से दायित्व निर्वाहन करना होगा।
नए बीएसए ने औपचारिक भेंट करते हुए कहाकि बेसिक शिक्षा को मजबूती देने के लिए अभिनव प्रयोग होंगे। इसके लिए प्रत्येक शिक्षक को स्कूल जाकर पढ़ाना होगा। यमुना तटवर्ती गांवों के स्कूलों में विभाग का विशेष फोकस होगा। इन स्कूलों में अध्यापकों की उपस्थिति अनिवार्य रूप से जांची जाएगी। असोथर, बिजयीपुर, बहुआ, देवमई, खजुहा, धाता, किशुनपुर के यमुना तटवर्ती सूदूरवर्ती गांवों में प्रत्येक दिन शिक्षकों की उपस्थिति जांच के दायरे में होगी। इसके लिए दूसरे खंड शिक्षाधिकारियों को जांच का जिम्मा दिया जाएगा।
उन्होंने कहाकि ऐसी जगहों के स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति अच्छी नहीं मानी जा रही है, इस दाग को धोकर रहेंगे। स्कूल चलो अभियान पारदर्शी माध्यम से चलाया जाएगा।
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