लखनऊ : जोड़तोड़ के जरिये माध्यमिक विद्यालय में नौकरी हथियाने वाले नौ शिक्षक सूचना के अधिकार अधिनियम के निशाने पर आ गए हैं। इस मामले में एक आरटीआइ आवेदन दायर होने के बाद राज्य सूचना आयोग द्वारा सख्ती बरते जाने पर शिक्षा विभाग हरकत में आ गया है। शिक्षकों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के साथ ही उन्हें वेतन के तौर पर दिए गए 29.35 लाख रुपये भी वसूल करने की तैयारी है।
राज्य सूचना आयुक्त हाफिज उस्मान ने बताया कि मुरादाबाद के जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में एक आरटीआइ आवेदन कर जानकारी मांगी गई थी कि नौ शिक्षकों की फर्जी नियुक्ति पर विभाग ने अब तक क्या कार्यवाही की है। एफआइआर हुई या नहीं और शिक्षकों से कितनी रकम वसूल की जानी है। जानकारी न मिलने पर प्रकरण राज्य सूचना आयोग पहुंचा। सूचना आयुक्त उस्मान ने नोटिस जारी कर 30 दिन में सूचना मांगी और सूचना न मिलने पर कार्रवाई की चेतावनी दी तो मुरादाबाद के जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय की ओर से दाताराम हाजिर हुए।
माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने हरेंद्र सिंह, शैबा बानो, पूनम रानी, मारकंडेय सिंह, सुनील मित्तल, देवेंद्र सिंह, कमलेश प्रताप सिंह, जयपाल सिंह, धीरेंद्र कुमार की नियुक्ति की थी, लेकिन सभी नौ शिक्षकों का चयन फर्जी होने के कारण उनके विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराई गई है।
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