DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Monday, November 6, 2017

मदरसों में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू करने की राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष ने की पैरवी, कहा कि एनसीईआरटी की किताबें पढ़ने से बच्चे बन सकेंगे काबिल


नई दिल्ली।उत्तर प्रदेश के मदरसों में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) का पाठ्यक्रम लागू करने की राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष सैयद गैयूरल हसन रिजवी ने पैरवी की है। उन्होंने मुस्लिम संगठनों के विरोध को खारिज करते हुए कहा है कि राष्ट्रीय स्तर पर मदरसों में एनसीईआरटी की किताबें पढ़ाई जानी चाहिए ताकि इनमें पढ़ने वाले बच्चे आज के दौर की परीक्षाओं के अनुरूप तैयार हो सकें। रिजवी ने कहा कि एनसीईआरटी की किताबें पढ़ने से मदरसों के बच्चे काबिल बन सकेंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या देशभर के मदरसों में एनसीईआरटी की किताबें पढ़ाई जानी चाहिए तो उन्होंने कहा, हर स्तर पर एनसीआरटी किताबें पढ़ाई जानी चाहिए।

👉 ढांचे से छेड़छाड़ नहीं
लखनऊ। यूपी सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा कि मदरसों में एनसीईआरटी की किताबें लागू किए जाने के इरादे के मद्देनजर उठ रही आशंकाओं पर विराम लगाने की कोशिश करते हुए कहा है कि इन संस्थाओं के पाठ्यक्रम में बदलाव के पीछे उसका कोई गलत इरादा नहीं है।

No comments:
Write comments