उरई(जालौन)10 दिसम्बर| राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की जनपदीय इकाई ने
मांग की है कि नख से शिख तक भ्रष्टाचार में बुरी तरह लिप्त रहते हुए शासनादेशों की
धज्जियाँ उड़ाते हुये लाखों रुपये की सरकारी धनराशि हजम करने के साथ ही ब्लॉक के
शिक्षक एवं शिक्षिकाओं का निरीक्षण के नाम पर व्यापक पैमाने पर शोषण करने वाले
खण्ड शिक्षा अधिकारी जालौन विनोद गौतम के विरुद्ध विभागीय जांच कर दण्डित किया
जाये अन्यथा की स्थिति में महासंघ आर-पार का संघर्ष छेड़ने को बाध्य हो जायेगा
जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी विभाग तथा जिला प्रशासन की होगी।
प्रेस को जारी विज्ञप्ति में महासंघ के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र राजपूत, जिला प्रभारी अरविन्द नगायच, संघर्ष समिति के अध्यक्ष इलियास मंसूरी, जिला माहामंत्री प्रदीप चौहान तथा कार्यवाहक जिला महामंत्री अरुण पांचाल ने खण्ड शिक्षा अधिकारी विनोद गौतम के ऊपर गंभीर आरोप लगाते हुये कहा कि उन्होंने जालौन ब्लॉक के एक नहीं अपितु दर्जन भर से ज्यादा विद्यालयों के कृषि फण्ड व रखरखाब खातों से अनियमित रूप से बिना किसी सक्षम अधिकारी के आदेश के कूटरचित दस्तावेज तैयार कर दसियों लाख रुपये धनराशि अपने चहेते शिक्षकों के विद्यालय के खातों में स्थानान्तरित कर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया है। शिक्षक नेताओं ने आरोप लगाया कि ब्लॉक के दर्जनों विद्यालयों के वे शिक्षक जो प्रतिमाह मुंहमांगी धनराशि मुहैया कराते हैं, वे कभी भी विद्यालय नहीं जाते हैं जिससे उक्त विद्यालयों की शिक्षण व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है।
आरोप लगाया गया है कि विनोद गौतम कई वर्षों से विकासखण्ड जालौन में सर्प की तरह कुण्डली मार कर बैठे हैं। इनके द्वारा किये गये भ्रष्टाचार की समय-समय पर विभिन्न शिक्षक संगठनों के साथ ही जिन शिक्षकों का अनियमित तरीके से दोहन किया गया उनके द्वारा उच्च स्तर पर शिकायतें की गयीं, लेकिन वह इतने रसूखदार हैं कि वह अपने विरुद्ध आने वाली सभी जांचों को ठंडे बस्ते में दफनाने की दक्षता रखते हैं। यही नहीं वह शिकायत करने वाले शिक्षकों को निशाना बनाकर उन्हें ऐन-केन-प्रकारेण प्रताड़ित करते रहते हैं ताकि कोई भी शिक्षक उनके विरुद्ध शिकायत करने का दुस्साहस न कर सके। जिला इकाई का स्पष्ट रूप से कहना रहा कि महासंघ भ्रष्टाचारी अधिकारी को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा अपितु उसे दण्डित कराकर ही चैन की साँस लेगा।
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