खुनियांव विकास खंड के ग्राम सेहरी में प्रधान द्वारा लाभ के पद पर अपने पिता को नियुक्त करने का मामला प्रकाश में आया है। रसोइया के पद पर अपने ही पिता को नियुक्त कर प्रधान ने सरकार द्वारा बनाए गए नियम कानून की धज्जी उड़ाई है। बावजूद इसके विभागीय जिम्मेदार मूक दर्शक बने बैठे हैं।
गांव स्थित परिषदीय विद्यालय में ग्राम प्रधान द्वारा प्रधानाध्यापक की मदद से अपने पिता को रसोइया बना दिया गया। पिछले तीन वर्षों से वह इस पद पर बने हुए हैं, और वेतन ले रहे हैं। इस पद पर नियुक्ति के मामले में कोई प्रधान अपने परिजन की तैनाती नहीं करा सकता है। बावजूद इसके प्रधानपिता का तीन वर्षों से इस पद पर रहना प्रधान के साथ ही विभागीय जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़ा करता है। इंचार्ज प्रधानाध्यापक सिद्धार्थ पांडेय ने कहा कि मुझसे पहले ही तत्कालीन इंचार्ज प्रधानाध्यापक द्वारा इनका नवीनीकरण किया जा चुका था। यह नियम जानकारी ही नहीं थी। बीईओ शिवकुमार ने कहा कि यह बहुत गंभीर विषय है। यदि प्रधान के पिता रसोइया हैं तो यह नियम विरूद्ध है। जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।’ खुनियांव विकास खंड के सेहरी गांव का है मामला’
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