शिक्षकों का यह मूल दायित्व है कि वे गुणवत्तापूर्ण शिक्षण बच्चों को दें। यह बात राज्य शैक्षिक प्रबन्धन एवं प्रशिक्षण संस्थान (सीमैट) के निदेशक संजय सिन्हा ने कहीं। वे कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के शिक्षक-शिक्षिकाओं का चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम का लाभ विद्यालय की बालिकाओं को मिलेगा। चार दिवसीय यह प्रशिक्षण तीन सत्रों में विभाजित रहा जो कि क्रमश: गणित, हिन्दी एवं पर्यावरण विषय में दक्षता संवर्द्धन हेतु चलाया गया। इस अवसर पर समन्वयक प्रभात कुमार मिश्रा, डॉ. अमित खन्ना, पवन सावंत, सरदार अहमद, बीआर आबिदी ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये।
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