इलाहाबाद : यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट का परीक्षा परिणाम तैयार करने में खूब समय लिया, फिर भी गलतियों पर विराम न लग सका है। क्षेत्रीय कार्यालयों में खुले ग्रीवांस सेल में आ रही शिकायतों में अधिकांश परीक्षार्थी विषय और प्रैक्टिकल के अंक रिजल्ट में दर्ज न होने की हैं। इंटरनेट पर परिणाम देखने के बाद ही करीब 100 शिकायतें ग्रीवांस सेल में दर्ज हो चुकी हैं। माना जा रहा है कि जिलों में अंक सहप्रमाणपत्र के पहुंचने पर शिकायतों की रफ्तार इस बार तेज होगी।
यूपी बोर्ड की परीक्षाएं पिछले साल 18 फरवरी से परीक्षा शुरू हुई और परिणाम 15 मई को ही जारी हुआ। जबकि, इस बार रिजल्ट देने में बोर्ड को काफी समय लगा है। इस बार परीक्षाएं कुल 25 दिन चली और 48 दिन में परिणाम जारी हो सका है। इतना होने के बाद भी रिजल्ट में खामियों की भरमार है। हर तरफ से अपूर्ण रिजल्ट की शिकायतें मिल रही हैं। इलाहाबाद क्षेत्रीय कार्यालय में प्रदेश के 24 जिलों से 50 शिकायतें सीधे दर्ज हुई हैं, जबकि इतनी ही डाक के माध्यम से पहुंची है। यही हाल अन्य क्षेत्रीय कार्यालयों का भी है।
पिछले साल रिजल्ट जल्द जारी होने के बाद भी शिकायतें बहुत कम हुई थी, जबकि 2015 में ग्रीवांस सेल में महीनों तक भीड़ जमा रही। इंटर की छात्र अरुणिमा पांडेय के अंक पत्र में प्रैक्टिकल के अंक दर्ज नहीं है। 1क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचे प्रमाणपत्र 1हाईस्कूल व इंटर परीक्षा 2017 के अंक सह प्रमाणपत्र क्षेत्रीय कार्यालयों पर पहुंचना शुरू हो गए हैं। इसी सप्ताह उन्हें जिलों पर भेजा जाएगा। इस माह के अंत तक परीक्षार्थियों को वह वितरित हो जाएंगे। बोर्ड प्रशासन इस कार्य में तेजी से जुटा है।
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