DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Saturday, July 1, 2017

अलीगढ़ : स्कूलों में नहीं चारदीवारी सो रहे अधिकारी, शिक्षामंत्री के जिले में गिरासू भवन में फिर पढेंगे बच्चे

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : एक जुलाई से बेसिक शिक्षा के स्कूल खुलने वाले हैं लेकिन चारदीवारी व स्कूल गेट जैसी सुरक्षात्मक व मूलभूत जरूरतें अभी भी अधूरी हैं। बजट की कमी से मानकों की अनदेखी होती है और हादसों को न्योता मिलता है।1कमजोर चारदीवारी व गेट गिरने से कुछ बच्चों की जान भी जा चुकी है। मगर फिर भी शासन के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। सरकारी स्कूलों में करीब डेढ़ लाख रनिंग मीटर (150 किलोमीटर) की चारदीवारी (बाउंड्रीवाल) नहीं है। जिले में 1776 प्राइमरी व 735 जूनियर मिलाकर कुल 2511 स्कूल हैं। 1इसी में सरकार के एडेड 33 व माध्यमिक शिक्षा से संबद्ध 128 स्कूल मिलाकर कुल संख्या 2672 होती है। इनमें से 418 प्राइमरी व 268 जूनियर समेत कुल 686 स्कूल में निर्माण के समय से आज तक चारदीवारी बनी ही नहीं। वहीं अन्य भवनों की 1420 रनिंग मीटर दीवार ढही पड़ी है। जिले में स्कूलों की कुल छह लाख रनिंग मीटर बाउंड्रीवाल है, जिसमें 418 प्राइमरी में 81348 मीटर व 268 जूनियर हाईस्कूल में 76733 मीटर समेत कुल 158121 रनिंग मीटर बाउंड्रीवाल गायब है। 1बजट की कमी से बिगड़ते मानक : अभी दीवार 4.5 इंच मोटी और चार फुट ऊंची बनती है। 1105 रुपये प्रति मीटर के हिसाब से बजट मिलता है। आंधी-तूफान आने व जानवरों के धक्के से भी दीवार ढह जाती है। जानकारों की मानें तो दीवार नौ इंच मोटी और कम से कम छह फुट ऊंची बननी चाहिए। यही हाल गेट का भी है। 7000 रुपये एक गेट निर्माण को मिलते हैं। 55 रुपये प्रति किलो लोहे के हिसाब से 5500 रुपये का गेट और करीब 2000 रुपये से एक गुणा एक फुट के दो पिलर बनते हैं। मजदूरी, ढुलाई का अता-पता नहीं। ऐसे में मजबूत गेट कहां से लगें?1जूनियर में 36 व प्राइमरी में 25 प्रतिशत दीवार गायब : ब्लॉकवार स्कूलों में बाउंड्रीवाल न होने के आंकड़ें प्रतिशत के आधार पर देखें तो 735 जूनियर स्कूलों में 36 प्रतिशत के हिसाब से 264 स्कूलों में चारदीवारी क्षतिग्रस्त है या है ही नहीं। वहीं 1776 प्राइमरी स्कूलों में 25 प्रतिशत के हिसाब से 444 स्कूलों में दीवार क्षतिग्रस्त या नहीं हैं।अतरौली के गांव श्यामपुर चकाथल स्थित प्राथमिक विद्यालय बिना चारदीवारी के।अतरौली के गांव जमनपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय बिना चारदीवारी के।ब्लॉक>>जूनियर>>प्राइमरी 1अकराबाद>>53>>1391अतरौली>>58>>1351बिजौली>>60>>1241चंडौस>>58>>1291धनीपुर>>58>>1351गंगीरी>>78>>1821गोंडा>>62>>1451इगलास>>57>>1421जवां>>73>>146 1खैर>>50>>1341लोधा>>65>>1451टप्पल>>58>>1101अलीगढ़ शहर>>05>>110चारदीवारी क्षतिग्रस्त होने वाले स्कूलों को चिह्न्ति करा रहे हैं। शासन से निर्माण के लिए करीब 22 करोड़ रुपये बजट का प्रस्ताव भी भेजा मगर, स्वीकृति नहीं मिली। बिना बजट के निर्माण कैसे संभव होगा?धीरेंद्र कुमार, बीएसए


No comments:
Write comments