DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Thursday, May 3, 2018

रिजल्ट पर उठ रहे सवाल : सवा लाख गैर प्रांत के भगोड़े भी हाईस्कूल-इंटर पास,  11 लाख के परीक्षा छोड़ने का दावा संदेह के घेरे में

रिजल्ट पर उठ रहे सवाल : सवा लाख गैर प्रांत के भगोड़े भी हाईस्कूल-इंटर पास,  11 लाख के परीक्षा छोड़ने का दावा संदेह के घेरे में। 


■ परीक्षा के चौथे दिन जितने परीक्षार्थियों ने इम्तिहान छोड़ा, रिजल्ट में उससे भी कम को दिखाया गैरहाजिर 


■ बाकी 21 दिन की परीक्षा में भी बढ़ता रहा इम्तिहान छोड़ने वालों का आकड़ा, वह परीक्षार्थी रिजल्ट में कैसे शामिल




 इलाहाबाद : यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2018 में परीक्षार्थियों के अंक मनमाने तरीके से बढ़ाने का मामला थम नहीं रहा है। अब परीक्षा छोड़ने वालों के आकड़े को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं, क्योंकि इम्तिहान शुरू होने के चौथे दिन यानि 10 फरवरी को ही बोर्ड ने दावा किया था कि 10 लाख 47 हजार 406 ने परीक्षा छोड़ दी है, जबकि रिजल्ट में कहा गया कि कुल 10 लाख छह हजार 408 परीक्षार्थियों ने ही छोड़ा है। ऐसे में परीक्षा के बाकी 21 दिन तक इम्तिहान छोड़ने का दिया गया आकड़ा क्या फर्जी था? 




बोर्ड ने परीक्षा खत्म होने के बाद दावा किया कि कुल 11 लाख 29 हजार 786 ने इम्तिहान छोड़ा है, वहीं बोर्ड अब हाईस्कूल व इंटरमीडिएट में परीक्षा छोड़ने वालों की संख्या महज दस लाख छह हजार 408 ही बता रहा है। ऐसे में एक लाख 23 हजार 378 परीक्षार्थी कहां गुम हो गए? या फिर बिना परीक्षा दिए ही उन सभी को उत्तीर्ण कर दिया गया है? इन सवालों का बोर्ड के अफसर जवाब देने को तैयार नहीं है। 




खास बात यह है कि प्रदेश के उप मुख्यमंत्री व माध्यमिक शिक्षा मंत्री डा. दिनेश शर्मा ने लखनऊ व अन्य जिलों में परीक्षा छोड़ने वालों की संख्या बताते हुए दावा किया था कि ये सभी गैर प्रांत के परीक्षार्थी थे, जो सख्ती के कारण भाग खड़े हुए। परीक्षा परिणाम में बोर्ड प्रशासन के परीक्षा छोड़ने वालों का आकड़ा बदल देने से अब मंत्री का बयान भी घेरे में है। उधर, यूपी बोर्ड की ओर से कहा गया है कि 83 हजार 753 आवेदन निरस्त होने पर हाईस्कूल व इंटर की पंजीकरण संख्या घटा चुके हैं। परीक्षा छोड़ने वालों की संख्या सभी केंद्रों से भेजी गई है। इसमें बोर्ड का कोई रोल नहीं है।


No comments:
Write comments