DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Sunday, May 20, 2018

अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति की जांच की आंच अब सभी जिलों तक फैली, सबसे ज्यादा घपला केंद्र सरकार की पोस्ट मैटिक स्कॉलरशिप में

लखनऊ : प्रदेश सरकार अब सभी जिलों में अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति की जांच कराने जा रही है। जांच कराने का निर्णय अमरोहा व संभल में छात्रवृत्ति घोटाला सामने आने के बाद किया गया है। सरकार ने जिलाधिकारियों से जांच कर रिपोर्ट भेजने के लिए कहा है।


साथ ही निदेशालय के अफसर भी छात्रवृत्ति से जुड़े कागजों को खंगालने में जुट गए हैं। दरअसल, सबसे ज्यादा घपला केंद्र सरकार की पोस्ट मैटिक स्कॉलरशिप में हो रहा है। हाल ही में अमरोहा व संभल में कई फर्जी संस्थान मिले थे। इन संस्थानों ने नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर विभागीय अफसरों की मिलीभगत से पंजीकृत कर लिया था।



फर्जी तरीके से यह छात्रवृत्ति का पैसा हड़प रहे थे। मामला खुलने के बाद सरकार ने इनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराते हुए इन संस्थानों को काली सूची में डाल दिया था। इसी को देखते हुए अब प्रदेश सरकार दूसरे जिलों में भी जांच कराने जा रही है। सरकार को अंदेशा है कि इस तरह के मामले प्रदेश के दूसरे जिलों में भी हो सकते हैं।

No comments:
Write comments