महराजगंज : उत्तर प्रदेश वित्त विहीन विद्यालय प्रबंधक संघ के बैनर तले युवा नेता बंटी पांडेय एवं संघ के ब्लाक अध्यक्ष सच्चिदानंद पांडेय के नेतृत्व में दर्जनों विद्यालयों के प्रबंधकों ने मंगलवार को प्रदेश सरकार द्वारा निजी स्कूलों को तत्काल बंद करने के आदेश का विरोध करते हुए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। अंत में राज्यपाल को संबोधित पत्रक एसडीएम को सौंपकर निजी विद्यालयों को बिहार की तर्ज पर मान्यता लेने हेतु दो वर्ष का समय देने की मांग किया।एसडीएम को दिए गए पत्र में प्रबंधकों ने लिखा है कि जूनियर तक संचालित निजी स्कूल मान्यता के आवेदन पत्र में मांगे गए तीन वर्ष के आय-व्यय का ब्यौरा तथा छात्र संख्या व अध्यापक विवरण को देने हेतु एवं विद्यालय को कक्षा पांच तक के लिए दस कक्ष एवं कक्षा आठ तक के लिए 14 कक्ष का निर्माण कराने के लिए कम से कम दो वर्ष का समय दिया जाए, ताकि निजी विद्यालयों को बिहार सरकार की तर्ज पर संचालित किया जा सके। यदि ऐसा नहीं किया गया तो निजी विद्यालयों में शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्रों के भविष्य पर बुरा प्रभाव पड़ेगा तथा बेरोजगारों की संख्या में काफी हद तक वृद्धि होगी। प्रबंधकों का समर्थन करते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश महासचिव सतीश कुमार चतुर्वेदी ने कहा कि मान्यता विहीन विद्यालयों को बंद करने की कार्रवाई को रोक उन्हें दो वर्ष का समय दिया जाए ताकि वह सुचारू रूप से विद्यालय संचालित कर सकें। जिससे बच्चों का भविष्य खराब न हो। इस दौरान बीएन मिश्र, अनिल गुप्ता, अमित कुमार सिंह, रघुवंश मणि त्रिपाठी, मनीष श्रीवास्तव सहित तमाम स्कूल संचालक मौजूद रहे।
इस बीच जिला प्रशासन के निर्देश पर बेसिक शिक्षा अधिकारी व खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा बिना मान्यता संचालित प्राइवेट विद्यालयों की मंगलवार को भी जांच की गई। नौ ब्लाकों में 250 से अधिक विद्यालयों की की गई जिसमें से 42 विद्यालयों को बंद करने का निर्देश दिया गया। यह भी कहा गया कि बिना मान्यता विद्यालय संचालित किए जाने पर विद्यालय पर जुर्माना लगाया जाएगा व एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। बेसिक शिक्षा अधिकारी जगदीश प्रसाद शुक्ल ने बताया कि सदर ब्लाक में सर्वाधिक 10 बिना मान्यता प्राप्त संचालित विद्यालयों को बंद कराया गया है। इसी प्रकार सिसवा ब्लाक में नौ, बृजमनगंज ब्लाक में छह, घुघली ब्लाक में चार, पनियरा, निचलौल व परतावल में तीन-तीन तथा धानी व फरेंदा में बिना मान्यता संचालित दो-दो विद्यालयों को बंद कराया गया। सभी नौ ब्लाकों में 200 विद्यालयों को नोटिस जारी की गई है। उन्होंने कहा कि बिना मान्यता किसी भी विद्यालय को संचालित नही होने दिया जाएगा। यदि कोई विद्यालय बंद कराए जाने के बाद भी खुला मिले तो उस पर जुर्माना लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई जाए। में किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए।
इस बीच जिला प्रशासन के निर्देश पर बेसिक शिक्षा अधिकारी व खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा बिना मान्यता संचालित प्राइवेट विद्यालयों की मंगलवार को भी जांच की गई। नौ ब्लाकों में 250 से अधिक विद्यालयों की की गई जिसमें से 42 विद्यालयों को बंद करने का निर्देश दिया गया। यह भी कहा गया कि बिना मान्यता विद्यालय संचालित किए जाने पर विद्यालय पर जुर्माना लगाया जाएगा व एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। बेसिक शिक्षा अधिकारी जगदीश प्रसाद शुक्ल ने बताया कि सदर ब्लाक में सर्वाधिक 10 बिना मान्यता प्राप्त संचालित विद्यालयों को बंद कराया गया है। इसी प्रकार सिसवा ब्लाक में नौ, बृजमनगंज ब्लाक में छह, घुघली ब्लाक में चार, पनियरा, निचलौल व परतावल में तीन-तीन तथा धानी व फरेंदा में बिना मान्यता संचालित दो-दो विद्यालयों को बंद कराया गया। सभी नौ ब्लाकों में 200 विद्यालयों को नोटिस जारी की गई है। उन्होंने कहा कि बिना मान्यता किसी भी विद्यालय को संचालित नही होने दिया जाएगा। यदि कोई विद्यालय बंद कराए जाने के बाद भी खुला मिले तो उस पर जुर्माना लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई जाए। में किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए।
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