सुलतानपुर : यूपी के सरकारी बेसिक स्कूलों में बदहाल शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त
करवाने के लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाने वाले प्रशिक्षु शिक्षक शिव
कुमार पाठक को बीएसए रमेश कुमार यादव ने गुरुवार को बहाल कर दिया।
इस मामले में हाईकोर्ट इलाहाबाद का फैसला आने के बाद अनुपस्थित दिखाकर शिव कुमार पाठक को बीएसए सुल्तानपुर ने बीती 17 अगस्त को बर्खास्तगी का लेटर थमा दिया था। पाठक ने इस मामले में न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। हाईकोर्ट इलाहाबाद की कड़ी फटकार व कोर्ट की अवमानना लागू होने के पश्चात अपना गला फंसता देख बेसिक शिक्षा परिषद के आला अधिकारी हरकत में आये और उन्हें बहाल कर दिया गया।
इन मामलों से आए थे चर्चा में
शिव कुमार पाठक 72,825 प्राथमिक शिक्षक भर्ती मामले में सुप्रीम कोर्ट में मुख्य पक्षकार हैं। यही नहीं छह जुलाई 2015 को शिक्षामित्रों के समायोजन पर स्टे इन्हीं के केस में आया था। हाईकोर्ट इलाहाबाद का वह ऐतिहासिक फैसला भी इन्हीं की रिट पर आया था, जिसमें यह कहा गया था कि सरकारी स्कूलों में सरकारी वेतनभोगी अपने बच्चों को पढ़ाएं।
इस मामले में हाईकोर्ट इलाहाबाद का फैसला आने के बाद अनुपस्थित दिखाकर शिव कुमार पाठक को बीएसए सुल्तानपुर ने बीती 17 अगस्त को बर्खास्तगी का लेटर थमा दिया था। पाठक ने इस मामले में न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। हाईकोर्ट इलाहाबाद की कड़ी फटकार व कोर्ट की अवमानना लागू होने के पश्चात अपना गला फंसता देख बेसिक शिक्षा परिषद के आला अधिकारी हरकत में आये और उन्हें बहाल कर दिया गया।
इन मामलों से आए थे चर्चा में
शिव कुमार पाठक 72,825 प्राथमिक शिक्षक भर्ती मामले में सुप्रीम कोर्ट में मुख्य पक्षकार हैं। यही नहीं छह जुलाई 2015 को शिक्षामित्रों के समायोजन पर स्टे इन्हीं के केस में आया था। हाईकोर्ट इलाहाबाद का वह ऐतिहासिक फैसला भी इन्हीं की रिट पर आया था, जिसमें यह कहा गया था कि सरकारी स्कूलों में सरकारी वेतनभोगी अपने बच्चों को पढ़ाएं।
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