शिक्षा का स्तर बेहतर बनाने के लिए सरकार चाहती है लर्निग आउटकम
नई दिल्ली : केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय देश भर में करीब 30 लाख छात्रों की एक सामूहिक परीक्षा आयोजित करने जा रहा है। इस परीक्षा से संबंधित जो भी आंकड़े सामने आएंगे, उसी के आधार पर सरकार अपनी लर्निग आउटकम पर नई नीति बनाने की दिश में आगे बढ़ेगी। परीक्षा का आयोजन देश भर के सभी राज्यों में 13 नवम्बर को करने की सरकार की योजना है। इसमें सभी बोर्ड से जुड़े स्कूलों के छात्र शिरकत करेंगे।मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि सरकार ने लर्निग आउटकम के लिए जो नीतियां बनानी हैं, उसके तहत सभी बोर्ड से संबंधित कक्षा 3, 5 और 8 के छात्र मंत्रालय द्वारा आयोजित की जा रही इस परीक्षा में शिरकत करेंगे। परीक्षा का परिणाम एक माह के अंदर घोषित किया जाएगा। इसके परिणामों के आकलन के आधार पर लर्निग आउटकम की नीतियों का निर्धारण करने मे मदद मिलेगी। सरकार ने शिक्षा के गिरते स्तर को लेकर अपनी चिंता जाहिर की थी, जिसके मद्देनजर छात्रों के शिक्षा के स्तर का मूल्यांकन करने के लिए एक स्टैंर्डड मूल्यांकन प्रक्रिया तैयार करने की योजना बनाई है। इसके तहत यह निश्चित किया जाना है कि किस स्तर तक के छात्रों को किन-किन चीजों की जानकारी होना आवश्यक होगा। एक लंबे डेलिबरेशन के बाद एक ड्राफ्ट लर्निग आउटकम हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू में तैयार किया है। इसमें गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और पर्यावरण जैसे विषय शामिल किए गए हैं। राष्ट्रीय शैक्षणिक, अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के द्वारा तैयार इस लर्निग आउटकम के बाद सभी प्रदेशों, केंद्रशासित राज्यों, राज्य शैक्षणिक, अनुशंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, शिक्षाविद और सिविल सोसाइटी से इस संबंध में संपर्क किया जा चुका है।एक बार लर्निग आउटकम को लेकर नीति बनाने के बाद अध्यापकों को छात्रों के ज्ञान का स्तर आंकने में आसानी होगी। पूरे देश में यह एक समान होगी, जिससे शिक्षा के गिरते स्तर पर नियंतण्रकिया जा सके। सरकार लर्निग आउटकम को माता-पिता और अन्य दावेदारों के साथ भी साझा कर सकती है।
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