अनुसूचित छात्र बाहुल्य प्राथमिक विद्यालयों को आवर्तक अनुदान दिए जाने की मांग को लेकर रविवार को दो शिक्षकों ने आत्मदाह का प्रयास किया। वह मिट्टी का तेल उड़ेल कर खुद को आग लगाने जा ही रहे तभी पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। मांग को लेकर उत्तर प्रदेश प्रबंधक/ शिक्षक संयुक्त मोर्चा के बैनर तले सैकड़ों शिक्षक दारुलशफा से विधानभवन मार्ग पर एकजुट हुए थे।मोर्चा के संरक्षक प्रेमचन्द्र पाण्डेय के नेतृत्व में सुबह से ही शिक्षक दारुलशफा में एकजुट हो गए। इस दौरान शिक्षकों ने सरकार विरोधी नारेबाजी की। करीब 11:30 बजे सभी शिक्षक जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा पार्क की ओर चल दिए। वह कुछ दूर पहुंचे ही थे, पुलिसकर्मियों ने उन्हें बैरीकेडिंग लगाकर रोक दिया। विरोध स्वरूप शिक्षक वहीं सड़क पर बैठ गए। इस दौरान यातायात भी बाधित रहा। इसी बीच मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष दशरथ यादव और उपाध्यक्ष रामनयन यादव ने अचानक अपने ऊपर मिट्टी का तेल उड़ेल लिया। देखते ही देखते वहां अफरा-तफरी मच गई। वह माचिस की तीली जलाकर खुद को आग लगाने जा ही रहे थे। तभी वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे हिरासत में ले लिया। शिक्षकों का आरोप है कि अधिकारियों की मनमानी के चलते सरकार की प्राथमिक योजनाओं का लाभ भी लोगों को नहीं मिल पा रहा है। वहीं शिक्षकों ने सोमवार से लक्ष्मण मेला मैदान में अनिश्चितकालीन अनशन शुरू करने की चेतावनी दी है। प्रदर्शन में रामनरेश भारतीय, दुर्गा प्रसाद यादव, राजेश त्रिपाठी आदि शिक्षक शामिल रहे।
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