परिषदीय विद्यालयों की रसोइयों को परेशान करना प्रधानाध्यापकों को भारी पड़ेगा। शासन प्रशासन तक पहुंच रहीं शिकायतों पर गंभीर रुख अपनाया गया है। दैनिक जागरण के पूरा मामला उठाने पर रसोइयों को हटाने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने पांच प्रधानाध्यापकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। बीएसए ने कहा कि कारण स्पष्ट न कर पाने पर कार्रवाई होगी।
विद्यालयों में खाना बनाने वाली रसोइयों को मात्र एक हजार रुपये मेहनताना दिया जाता है और वह भी समय पर नहीं आता। मजबूर रसोइयां किसी तरह खाना बनाती हैं लेकिन उसके बाद भी उन्हें परेशान किया जाता है।
रसोइयों के दर्द का पूरा मामला प्रमुखता से उठाते हुए खबर दी। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मसीहुज्जमा सिद्दीकी ने भी कड़ा रुख अख्तियार किया। विद्यालयों से हटाई गई रसोइयों की शिकायत पर बीएसए ने हरपालपुर विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय सिरसा, दुजरुनपुर। बिलग्राम विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय अलीगढ़, सांडी विकास खंड के जूनियर हाई स्कूल शिवसिंह पुरवा और अहिरोरी विकास खंड के जूनियर हाई स्कूल जामू के प्रधानाध्यापक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
बीएसए ने बताया कि प्रधानाध्यापकों ने रसोइयां का संतोषजनक कार्य न होने और पाल्यों के विद्यालय में न पढ़ने पर उनके हटाने की बात कही है, जबकि रसोइयों का कहना है कि उनका चयन सही है। उसी पर सभी प्रधानाध्यापकों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। कि वह अपने अभिलेख लेकर आएं और अगर नहीं आते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी
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