देवरिया : परिषदीय स्कूलों में पढ़ाई को लेकर शासन हुआ गंभीर , हर महीने की पढ़ाई कर दी गई तय
परिषदीय स्कूलों में हर महीने की पढ़ाई तय
देवरिया : परिषदीय स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई को लेकर शासन गंभीर है। इन स्कूलों में हर महीने की पढ़ाई तय कर दी गई है। शिक्षकों को निर्धारित पाठ ही हर महीने पढ़ाने होंगे। यही नहीं, बच्चों ने प्रत्येक महीने क्या सीखा, इसका भी मूल्याकंन शिक्षकों को करना होगा। लापरवाही के लिए शिक्षक खुद ही जिम्मेदार होंगे। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव ने सूबे के सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं। जिले में अमल कराने की तैयारी है।परिषदीय स्कूलों में पठन-पाठन का माहौल बेहतर बनाने के लिए सरकार की तरफ से समय-समय पर प्रयास किए जाते हैं। इस बार भी गुणवत्ता के साथ सीखने पर जोर दिया जा रहा है। प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा एक से आठ तक की कक्षाओं के लिए अप्रैल से लेकर मार्च 2018 तक के लिए पाठ्यक्रमों का मासिक विभाजन कर दिया गया है। निर्धारित पाठ्यक्रम पूरा कराने की जिम्मेदारी शिक्षकों की होगी। कक्षा एक से पांच की कक्षाओं में हंिदूी, गणित, अंग्रेजी, सामाजिक अध्ययन, विज्ञान, संस्कृत, कला, नैतिक शिक्षा, संगीत, पर्यावरण शिक्षा, शारीरिक शिक्षा खेल तथा योगासन व समाजपयोगी उत्पादन कार्य विषय पढ़ाए जाएंगे। नमूने के तौर पर देखें तो अप्रैल में हंिदूी विषय के लिए कक्षा एक में दो पाठ भारत प्यारा व बाग, कक्षा दो में एक पाठ जिसने सूरज चांद बनाया, कक्षा तीन में दो पाठ प्रार्थना के अलावा मुर्गा व लोमड़ी, कक्षा चार में दो पाठ पथ मेरा आलोकित कर दो व पंचतंत्र की कथा, कक्षा पांच में भी दो पाठ विमल इंदु की विशाल किरणों व पंच परमेश्वर का पाठ शामिल है। इसी तरह मई, जुलाई, अगस्त, सितंबर, अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर, जनवरी, फरवरी, मार्च में पाठों का विभाजन किया गया है। जून में ग्रीष्मावकाश रहेगा। अगस्त में प्रथम सत्र की परीक्षा, अक्टूबर में अर्ध वार्षिक व मार्च में वार्षिक परीक्षा होगी।
बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव की तरफ से इस आशय का पत्र आ गया है। दस दिन के भीतर सभी परिषदीय स्कूलों के प्रधानाध्यापक को उपलब्ध करा दिया जाएगा। शिक्षकों को निर्धारित पाठ ही हर महीने पढ़ाने होंगे।ओपी शर्मा, जिला समन्वयक, प्रशिक्षण
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