मुख्यमंत्री से मुलाकात करने की मांग पर अड़े टीईटी पास शिक्षामित्र
13 जून 2025
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की आस लगाए टीईटी पास शिक्षामित्रों ने बृहस्पतिवार को भी भीषण गर्मी में धरना जारी रखा। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात होने तक उनका धरना जारी रहेगा।
शिक्षक/शिक्षामित्र उत्थान समिति के बैनर तले टीईटी पास शिक्षामित्र बीती 27 मई से ईको गार्डेन में धरना देकर स्थायी करने की मांग कर रहे हैं। मांगों पर कोई सुनवाई न होने पर शिक्षा मित्र मुख्यमंत्री से मुलाकात कराने की मांग पर अड़ गए हैं।
समिति के प्रदेश अध्यक्ष गुडडू सिंह ने बताया कि 10 हजार रुपये महीना मानदेय दिया जाता है। इसमें परिवार का पेट पालना मुश्किल हो रहा है। शासन स्तर पर कोई सुनवाई नही हो रही है। अब मुख्यमंत्री से ही न्याय ही आस बची है। उन्होंने कहा कि हम लोग मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उनके सामने अपनी समस्या रखना चाहते हैं।
शिक्षामित्रों ने सीएम योगी को पोस्टकार्ड भेज लगाई न्याय की गुहार, स्थायी करने की मांग को लेकर 16 दिन से गर्मी में शिक्षामित्र दे रहे हैं धरना
12 जून 2025
लखनऊ। स्थायी करने की मांग को लेकर बीते 16 दिन से धरना दे रहे टीईटी पास शिक्षामित्रों ने बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम लिखे पोस्ट कार्ड लहराकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री को पोस्ट कार्ड भेज कर मुलाकात का समय मांगा और न्याय की गुहार लगाई।
इस दौरान सीएम को डाक के जरिये करीब 80 पोस्टकार्ड भेजे गए। शिक्षक/शिक्षामित्र उत्थान समिति के बैनर तले टीईटी पास शिक्षा मित्र बीती 27 मई से भीषण गर्मी में ईको गार्डेन में धरना दे रहे हैं। मांगों पर सुनवाई न होने पर शिक्षा मित्रों ने पोस्ट कार्ड पर मुख्यमंत्री के नाम संदेश लिख कर प्रदर्शन किया।
समिति के प्रदेश अध्यक्ष गुडडू सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री को 80 पोस्ट कार्ड भेजे गए हैं, जिसमें उनसे मुलाकात का समय देने और समस्या को दूर करने की गुहार लगाई गई है। उन्होंने सीएम से गुहार लगाते हुए कहा कि 10 हजार रुपये मानदेय में परिवार का पेट पालना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने कहा कि इतना कम मानदेय भी साल में सिर्फ 11 महीना ही दिया जाता है।
आज से लखनऊ में जुटेंगे टीईटी पास शिक्षामित्र, 15 दिनों से धरना दे रहे शिक्षामित्रों ने शासन की उदासीनता के चलते आंदोलन तेज करने का लिया निर्णय
11 जून 2025
लखनऊ। स्थायी किए जाने की मांग को लेकर बुधवार को ईको गार्डेन में प्रदेश के विभिन्न जिलों से टीईटी पास शिक्षामित्रों का हुजूम जुटेगा। बीते 15 दिनों से धरना दे रहे शिक्षामित्रों ने शासन की उदासीनता के चलते आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया है।
उन्होंने शिक्षामित्रों से धरने में शामिल होने का आह्वान किया है। शिक्षक/शिक्षामित्र उत्थान समिति के बैनर तले 27 मई से टीईटी पास शिक्षामित्र ईको गार्डेन में धरना दे रहे हैं। समिति के प्रदेश अध्यक्ष गुडडू सिंह ने कहा कि तपती धूप में धरना देने के बावजूद शासन शिक्षामित्रों की मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
शिक्षामित्रों ने केक काटकर मनाया सीएम योगी का बर्थडे, मांगा स्थायी करने का रिटर्न गिफ्ट
05 जून 2025
लखनऊ। स्थायी करने की मांग के लिए ईको गार्डन में धरने के दसवें दिन बृहस्पतिवार को टीईटी पास शिक्षामित्रों ने सीएम योगी आदित्यनाथ का जन्मदिन मनाया। शिक्षक-शिक्षामित्र उत्थान समिति के प्रदेश अध्यक्ष गुड्डू सिंह की अगुवाई में शिक्षामित्रों ने सीएम योगी के जन्मदिन पर केक काटा और लड्डू बांटा। साथ ही पर्यावरण दिवस पर पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सीएम हमारे अभिभावक हैं। ईको गार्डन में शिक्षामित्र दस दिन से धरना दे रहे हैं। ऐसे में सीएम को चाहिए कि वे हमारे त्याग को देखकर हम लोगों के जीवन में हरियाली भरने का काम करें। धरने में प्रदेश महामंत्री अनुज कुमार त्रिपाठी, संगठन मंत्री विकास शर्मा, सचिव उबैद अहमद सिद्दीकी, प्रवक्ता मनोज कुमार द्विवेदी, मीडिया प्रभारी नेमचंद्र वर्मा आदि शामिल हुए।
मांग पूरी होने की उम्मीद लिए टीईटी पास शिक्षामित्रों ने किया सुंदरकांड का पाठ
04 जून 2025
लखनऊ। स्थायी करने की मांग के लिए आठ दिनों से धरना दे रहे टीईटी पास शिक्षामित्रों ने मंगलवार को सुंदरकांड का पाठ कर प्रदर्शन किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि जिस तरह हनुमान जी बिगड़े काम बनाते हैं उसी तरह सीएम शिक्षामित्रों का काम बनाएंगे।
शिक्षक-शिक्षामित्र उत्थान समिति के प्रदेश अध्यक्ष गुडडू सिंह ने कहा कि आठ दिन से इस भीषण गर्मी में शिक्षामित्र मुख्यमंत्री से मिलने की आस लगाए हैं। संगठन मंत्री विकास शर्मा एवं महामंत्री अनुज त्रिपाठी ने कहा कि हनुमान जी की तरह सीएम योगी हमारे कष्टों को दूर करें।
स्थायी किए जाने के लिए सात दिनों से धरना दे रहे टीईटी पास शिक्षामित्रों ने सोमवार को हाथों में रोटी लेकर प्रदर्शन किया
3 जून 2025
लखनऊ। स्थायी किए जाने के लिए सात दिनों से धरना दे रहे टीईटी पास शिक्षामित्रों ने सोमवार को हाथों में रोटी लेकर प्रदर्शन किया। अपने बच्चों के साथ ईको गार्डन पहुंचे शिक्षामित्रों ने कहा कि बेहद कम मानदेय में परिवार के लिए दो वक्त की रोटी जुटाना मुश्किल हो रहा है।
शिक्षक-शिक्षामित्र उत्थान समिति के प्रदेश अध्यक्ष गुडडू सिंह ने कहा कि 10 हजार रुपये मानदेय में परिवार की रोटी चला पाना मुश्किल हो रहा है। इतना कम मानदेय साल में सिर्फ 11 महीना ही दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि इससे ज्यादा तो कुशल श्रमिकों का पारिश्रमिक है। उन्होंने उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश की तरह यूपी के टीईटी पास शिक्षामित्रों को भी नियमित करने की मांग की। प्रदेश संगठन मंत्री विकास शर्मा ने कहा कि जिन शिक्षामित्रों ने टीईटी नहीं पास की है, उन्हें टीईटी की योग्यता को पूर्ण कराते हुए स्थायी करने की व्यवस्था की जाए।
टीईटी पास शिक्षामित्र आज हाथ में रोटी लेकर करेंगे प्रदर्शन
2 जून 2025
लखनऊ। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास शिक्षामित्रों का धरना प्रदर्शन छह दिनों से ईको गार्डन में जारी है। अब दो जून को शिक्षामित्र हाथ में रोटी लेकर प्रदर्शन करेंगे। शिक्षक शिक्षामित्र उत्थान समिति के बैनर तले शिक्षामित्रों ने रविवार को मानव श्रृंखला बनाकर अपनी आवाज बुलंद की।
प्रदेश अध्यक्ष गुड्डू सिंह ने बताया कि टीईटी पास शिक्षामित्रों को अनुभव के आधार शिक्षक बनाया जाना चाहिए। उन्होंने मानदेय बढ़ाने की मांग की। मानव श्रृंखला में लखनऊ, अमेठी, चंदौली, गोरखपुर, शाहजहांपुर, जालौन, उन्नाव, वाराणसी, बलरामपुर, सहारनपुर के शिक्षामित्र शामिल रहे।
सुनवाई न होने से नाराज टेट पास शिक्षामित्रों ने झाडू लगाकर जताया विरोध, नियमित करने की मांग को लेकर धरना पांचवें दिन भी रहा जारी
01 जून 2025
लखनऊ। टीईटी पास शिक्षामित्रों ने शनिवार को धरना स्थल पर झाडू लगाकर प्रदर्शन किया। नियमित करने की मांग के लिए ये शिक्षामित्र पांच दिन से ईको गार्डन में धरना दे रहे हैं। सुनवाई न होने से नाराज शिक्षामित्रों ने सफाई अभियान चलाकर विरोध जताया।
शिक्षक-शिक्षामित्र उत्थान समिति के प्रदेश अध्यक्ष गुडडू सिंह ने कहा कि उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश सहित कई राज्यों में टीईटी और सीटीईटी पास शिक्षामित्रों को नियमित करते हुए सहायक अध्यापक बना दिया गया, लेकिन प्रदेश में एनसीटीई के मानकों को पूरा करने के बावजूद करीब 50000 प्रशिक्षित शिक्षक आंदोलन के लिए मजबूर हैं।
उन्होंने बताया कि टीईटी/सीटीईटी उत्तीर्ण करने के बावजूद प्रदेश में शिक्षामित्रों को 333 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से महीने में मात्र 10 हजार रुपये ही मानदेय मिलता है। ये मानदेय सिर्फ 11 महीने ही दिया जाता है। उन्होंने शिक्षामित्रों को स्थायी करने की मांग की।
स्थायी करने की मांग के लिए टीईटी पास शिक्षामित्रों का धरना जारी
29 मई 2025
लखनऊ। टीईटी पास शिक्षामित्रों ने स्थायी करने की मांग की है। मांग को लेकर ईको गार्डन में उनका धरना दूसरे दिन बुधवार को भी जारी रहा। उन्होंने सीएम से योग्य शिक्षामित्रों को स्थायी करने की मांग की।
शिक्षक-शिक्षामित्र उत्थान समिति के प्रदेश अध्यक्ष गुडडू सिंह ने बताया कि प्रदेश में करीब 50000 शिक्षामित्र टीईटी व सीटीईटी पास है जो एनसीटीई के शिक्षक बनने की योग्यता के मानकों को पूरा करते हैं। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश सहित कई राज्यों में टीईटी और सीटीईटी पास करने वालों को नियमित करते हुए सहायक अध्यापक बना दिया गया है। लेकिन, यूपी में शिक्षामित्रों को 333 रुपये रोजाना के हिसाब से महीने में मात्र 10 हजार रुपये ही मानदेय दिया जा रहा है।
इतने कम मानदेय में गुजारा करना मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि मांग पूरी होने तक मानदेय बढ़ाया जाए।
स्थायी करने के लिए टीईटी पास शिक्षामित्रों ने दिया धरना
28 मई 2025
लखनऊ। टीईटी पास शिक्षामित्रों ने मंगलवार को ईको गार्डन में धरना देकर स्थायी करने की मांग की। शिक्षक-शिक्षामित्र उत्थान समिति के बैनर तले जुटे शिक्षामित्रों की अगुवाई कर रहे संगठन के प्रदेश अध्यक्ष गुडडू सिंह ने कहा कि प्रदेश में करीब 1.46 लाख शिक्षा मित्र तैनात हैं। इनमें से 50 हजार टीईटी व सीटीईटी पास हैं।
उन्होंने उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और अन्य राज्यों की तर्ज पर इन शिक्षा मित्रों को योग्यता और अनुभव के आधार पर नियमित करने की मांग की।
कहा, मांगे पूरी होने तक शिक्षामित्रों को 12 प्रतिमाह मानदेय दिया जाए। उन्होंने शिक्षकों के समान चिकित्सकीय अवकाश, 14 सीएल और अन्य अवकाश देने की भी मांग की।
प्रदर्शन में फूटा प्रदेश के शिक्षामित्रों का दर्द, 'मजदूर से भी कम वेतन, नौतपा में तपने को मजबूर', महज 10 हजार रु. मानदेय, लेकिन स्थायी नियुक्ति नहीं
लखनऊ । सीटीईटी (सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट) पास शिक्षामित्रों ने हंगामा किया। इको गार्डन में धरने पर बैठे शिक्षामित्रों ने कहा- सालों से महज 10 हजार के मानदेय पर नौकरी कर रहे हैं। एनसीटी की गाइडलाइन के तहत सहायक अध्यापक के पद पर तैनाती पाने की योग्यता रखते है। इसके बाद भी सरकार सहायक अध्यापक पद पर परमानेंट तैनाती नहीं दे रही है।
इको गार्डन में धरने की अगुवाई कर रहे प्रदेश अध्यक्ष गुड्डू सिंह ने बताया- करीब 25 सालों से हम शिक्षामित्र विभाग के लिए अपनी सेवाएं दे रहे हैं। नौतपा में तपते हैं। स्कूलों के विकास में शिक्षकों से कम हम शिक्षामित्रों का योगदान नहीं है। जहां शिक्षक मना करते हैं वहां शिक्षामित्र जाते हैं
सिंह ने कहा, जहां शिक्षक काम करने से मना करते हैं। वहां शिक्षामित्र बखूबी काम करता है। बावजूद इसके आज प्रदेश के 50 हजार से ज्यादा शिक्षक टीईटी - सीटीईटी क्वालीफाई करने के बावजूद सहायक अध्यापक की तैनाती पाने को तरस रहे हैं।
भाजपा सरकार के आठ साल बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई
गुड्डू सिंह ने कहा- साल 2017 से प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद हमें उम्मीद थी कि अब हमारी सुनवाई होगी। पर सरकार बने हुए 8 साल हो गए पर अब तक हमें सिर्फ भरोसा मिला। उन्होंने कहा- किसी से हमारी पीड़ा को समझा तक नहीं। कई सालों तक अफसरों ने टाइम पास किया, कोई कार्रवाई नहीं की। बेसिक शिक्षा मंत्री से भी हम मिले पर हमें न्याय नहीं मिला। अब सिर्फ मुख्यमंत्री से ही हमें उम्मीद है।
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