बेसिक शिक्षा मंत्री ने लगाई अधिकारियों को फटकार
बीएसए दफ्तर भ्रष्टाचार के अड्डे : हसन
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन ने विभागीय समीक्षा बैठक में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि बीएसए दफ्तर भ्रष्टाचार के अड्डे हैं। उन्होंने चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि अब तक उन्होंने 35 बीएसए हटाये हैं। यदि बीएसए नहीं सुधरे तो सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारी बदल दिये जाएंगे। यह भी कहा कि अगली मासिक समीक्षा बैठक तक बीएसए अपनी आदतों में पूरी तरह सुधार ले आएं या दंड के लिए तैयार रहें। 1आवास विकास परिषद के नवीन भवन सभागार में आयोजित बैठक में मंत्री ने कहा कि उन्होंने कुछ परिषदीय स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण किया है और वहां घोर अव्यवस्था पायी है। तमाम सुविधाएं देने के लिए परिषदीय स्कूलों में बच्चों की संख्या कम हो रही है। इसकी बड़ी वजह यह है कि शिक्षक स्कूल नहीं जाते। उन्होंने सभी बीएसए को अभियान चलाकर स्कूलों का निरीक्षण करने के लिए कहा। यह भी निर्देश दिया कि जिन स्कूलों में शिक्षक लंबे समय से गायब हैं, उन्हें चिन्हित कर दस दिनों के अंदर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। सभी बीएसए को उन्होंने स्कूलों में शिक्षकों और बच्चों की उपस्थिति की नियमित जांच करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यदि कोई बच्चा चार-पांच दिनों से स्कूल नहीं आ रहा है तो यह स्कूल के प्रधानाध्यापक और शिक्षकों का दायित्व है कि वे बच्चे के घर जाकर उसकी अनुपस्थिति का कारण पता करें और उसे हर हाल में स्कूल लाएं। मंत्री ने एक हफ्ते के अंदर शिक्षकों के अंतर जिला तबादले की प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया। यह भी कहा कि अब परिषदीय स्कूलों में पर्याप्त संख्या में शिक्षक उपलब्ध हैं। तबादला करते वक्त बीएसए यह जरूर ध्यान रखें कि किसी भी स्कूल में सिर्फ एक शिक्षक न रह जाए। स्कूलों में पढ़ाई की गुणवत्ता सुधारने पर जोर देने के साथ उन्होंने जुलाई अंत से बच्चों को यूनीफॉर्म बांटने का काम शुरू करने का निर्देश दिया। स्कूली बच्चों का आधार नामांकन कराने के काम में तेजी लाने के लिए कहा। हाल ही में हुई शिक्षकों की भर्तियों में फर्जी अभ्यर्थियों के नियुक्त होने की शिकायतों को उन्होंने रजिस्टर में दर्ज कर ऐसे अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों व अंकपत्रों की कड़ाई से जांच करने का निर्देश दिया।
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