आदर्श साक्षरताकर्मी वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से मांग की गई कि जिले के सभी 2202 प्रेरकों को प्रशिक्षण के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाए। ताकि निरक्षरों को और अच्छी तरह से साक्षर किया जा सके। मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन अपर जिला मजिस्ट्रेट को दिया। जिसमें कहा कि प्रशिक्षण का खर्च विभाग द्वारा वहन किया जाए। सभी प्रेरकों को 15-16 माह का बकाया मानदेय शीघ्र दिलाया जाए। मानदेय 2000 से बढ़ाकर 18000 रुपये व वार्षिक वृद्धि 20 प्रतिशत निहित की जाए। प्रेरकों का मानदेय ई-पेमेंट के माध्यम से किया जाए। 15 वर्ष से ऊपर वाले लोगों को शिक्षा के समान अवसर प्रदान किए जाए
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